Saturday, April 20, 2019

पहला आधारभूत कार्य: नामों की सूची बनाना

        पहला आधारभूत कार्य: नामों की सूची बनाना

              यह बिजनेस सही अर्थों में लोगों का बिजनेस है. यह बिजनेस पूरी तरह से उसी प्रकार के लोगों पर निर्भर करता है, जो लोग समूह बनाते हैं. इस बिज़नेस को सफलतापूर्वक करने के लिए आपके पास एक सही सूची का होना आवश्यक है, ताकि आप एक अच्छे समूह का निर्माण कर सके. ऐसा इसलिए, क्योंकि जब आप लोगों को मार्केटिंग प्लान दिखाएंगे, तब जरूरी नहीं कि सभी लोग आपसे इस विज़नेस में जुड़ जाएँगे. कुछ लोग आज आपसे जुड़ेंगे, उनमें से भी कुछ ही लोग बहुत बड़ा बिज़नेस खड़ा कर पाते हैं, जबकि बाकी लोग छोटामोटा ही विज़नेस कर पाएंगे . कई बार ऐसा भी होता है, कि कुछ लोग इस विज़नेस से जुड़ते तो हैं, मगर वो बीच में ही इसे छोड़ भी सकते हैं. ऐसी संभावनाओं के कारण यह बहुत ज़रूरी है, कि आप इस बिज़नेस के अवसर को, ज़्यादा से ज्यादा लोगों को, पेशेवर तरीके से समझाएँ. आप जितने ज्यादा लोगों से मिलेंगे, उतने ही बेहतर परिणाम पाएँगे.

         नामों की सूची बनाना :  साधारणतः यह देखा गया है, कि इस बिज़नेस से जुड़नेवाले नए डिस्ट्रिब्युटर्स नामों की सूची तैयार करने और फोन नंबर लिखने की बात पर ध्यान नहीं देते, क्योंकि तब उन्हें लगता है, कि इसकी आवश्यकता नहीं है. कुछ लोगों की धारणा हैं, कि उनकी तो पूरी सूची उनके दिमाग में ही है, या फिर उनके परिचितों के सारे नाम तो 'एड्रेस बुक' में लिखे मिल ही जाएँगे . वो इस बात के महत्व को समझ नहीं पाते, कि इस बिज़नेस के लिए नामों की सूची विशेषतौर पर बनाना क्यों ज़रूरी है. यदि आप अपने इस बिज़नेस को ऊँचाइयों तक ले जाना चाहते हैं, तब आपको समय निकलना ही चाहिए, उन संभावित लोगों के नामों की सूची बनाने के लिए, जिनके साथ मिलकर आप बहुत बड़ा विज़नेस खड़ा कर सकते हैं।

            यदि आपको एकदम से नामों की बड़ी सूची बनाना मुकिल लग रहा हो, तव अपने परिचित लोगों के नामों की लिखित सूची बनाने में आप अपने अपलाइन स्पांसर से मदद ले सकते हैं, उनसे सीख सकते हैं. नामों की लिखित सूची बनाने पर इसलिए जोर दिया जाता है, क्योंकि मानवीय मस्तिष्क में याद रखने की क्षमता सीमित होती है, वैसे भी नागों की सूची को दिमाग में बनाए रखने के लिए, याददारले एक कमज़ोर चौकीदार है, सूची बनाने का सबसे उत्तम तरीका है, कि उसे दो मुख्य शेणयों में विभाजित किया जाए। प्राथमिक पॉस्पेक्ट्स और दलीय पॉस्पेक्टस, जिन्हें हम आगे चलकर उपश्रेणियों में भी विभाजित कर सकते हैं .

प्राथमिक प्रॉस्पेक्ट्स :

इस श्रेणी में उन लोगों के नाम आएँगे, जिनसे आप अछी तरह से परिचित हैं, उदाहरणार्थ:

• दोस्त और रिश्तेदार

• भूतपूर्व और वर्तमान पड़ौसी

• स्कूल के यारदोस्त ।

• सहकर्मी या व्यापार में सहयोगी

• परिचित लोग

  द्वितीय पॉस्पेक्ट्स :

       इस श्रेणी की सूची में उन लोगों के नाम लिखे जाते हैं, जिन्हें आज आप अच्छी तरह से नहीं जानते, लेकिन भविष्य में प्रयास करके उनसे
परिचय और मित्रता को बढ़ाया जा सकता है. विशेष बात यह है कि इसी श्रेणी में आपकी सबसे बड़ी सूची की संभावनाएं छुपी हुई है. संभावना यही भी है, कि भविष्य का डायमंड आपको इसी श्रेणी में मिलेगा . सबसे बड़ी सच्चाई यही है, कि अजनबी लोग ही इस बिज़नेस के लिए सबसे बड़ा स्त्रोत होते हैं, इसलिए नए लोगों से मिलते समय, अपने आपको हमेशा आत्मविश्वासी और सहज बनाए रखिए. इन लोगों के साथ आपको ऐसे अवसर मिल सकते हैं, जो इस विज़नेस की वात छेड़ने के लिए आवश्यक हैं. इसमें कला इतनी ही हैं, कि आप लोगों द्वारा कही गयी बातों को ध्यान से सुनें और उनसे बातचीत करते समय उनकी दिलचस्पी से संबंधित सवाल ही पूछिए , अजनबियों को अपना दोस्त बनाने हेतु नीचे कुछ सुझाव दिए गए हैं.

1) लोगों को समझने के लिए उनमें दिलचस्पी लेने की आदत को विकसित कीजिए.

2)यदि आप रेस्तरां, शॉपिंग सेंटर, ब्यूटी पॉर्नर, जिम और अन्य स्थानों पर जाते हैं, तो आपको कई नए लोगों से मिलने और परिचय
बढ़ाने का अवसर मिलेगा. सभी के साथ सहयता विकसित करने की आदत बना लीजिए.

3)हर व्यक्ति को इस सम्भावना के नज़रिये से देखिए की वो इस विज़नेस में आपके साथ जुड़ चुका है या फिर जुड़नेवाला है .

4) किसी भी व्यक्ति के बारे में पूर्वाग्रह न रखें और किसी भी व्यक्ति का नाम सूची में से यह सोच कर न काट दें, कि वो इस बिजनेस
में दिलचस्पी नहीं लेगा .

          अक्सर हम यह सोचते हैं, कि कुछ लोग इस बिज़नेस को नहीं करेंगे, क्योंकि यह उनकी पसंद का काम नहीं हैं, या कि वो तो पहले से ही अपने जीवन में सफल हैं, या वो हमे अनुचित जवाब दे सकते हैं. हमें अपने दिमाग से इस तरह के पूर्वाग्रहों को निकाल देना चाहिए, क्योंकि सबसे पहली बात तो यही है, कि यह बिज़नेस सबके लिए है और सभी तरह के लोग इस विज़नेस का सफलतापूर्वक निर्माण कर रहे हैं. दूसरी बात यह कि जो लोग अपने वर्तमान व्यवसाय में सफल हैं, वो और भी बेहतर काम करना चाहते है और कर सकते हैं. सभी लोग निरंतर बढ़नेवाली सुरक्षित आमदनी, अधिक फुरसत के पल, और अन्य लाभ चाहते हैं . इसीलिए बेहतर यही होगा, कि लोगों को प्लान देखकर, उन्हें खुद ही अपना निर्णय लेने दीजिए, कि वो इस विज़नेस को करना चाहते हैं या नहीं . वेहतर होगा कि लोगों को उनका फैसला खुद ही लेने दें, बजाय इसके कि आप उनके हिस्से का फैसला लें . हमेशा याद रखिए, कि यदि आज आप उन्हें प्लान नहीं दिखाएंगे, तब आज नहीं तो कल कोई और उन्हें इस बिजनेस के बारे में बताएगा .

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