Wednesday, May 22, 2019

एम्वे कंपनी में प्रचलित शब्दों का अर्थ :

         एम्वे कंपनी में प्रचलित शब्दों का अर्थ :


● बिज़नेस गूप    :  आपके हर समूह में शामिल आपकी डाउनलाइन    के सभी डिस्ट्रिव्युटर आपके विज़नेस गूप में गिने  जाते हैं, लेकिन इसमें आपके नीचे प्लॅटिनम स्तर को हासिल करनेवाले डाउनलाइन डिस्ट्रिव्युटर का गूप शामिल नहीं होता•



● विज़नेस वॉल्यूम (BV)   :   विज़नेस वॉल्यूम का अर्थ है, आपके बिज़नेस गूप के द्वारा महीने भर में किया गया कुल कारोवार या 'टर्न ओव्हर' इसी कारोबार के आधार पर आपके कमीशन की गणना होती है और आपकी आमदनी पैदा होती है •



● कमीशन :  यह आपके द्वारा किए गए प्रदर्शन के कारण मिलनेवाली आमदनी का एक हिस्सा हैं. आपके पूरे विज़नेस गूप द्वारा किए गए मासिक कारोबार के हिसाब से बनने वाले कमीशन के प्रतिशत में से, आपके हर समूह के द्वारा किए गए कारोबार के प्रतिशत को अलग अलग निकालकर, हर समूह से आपके कुल कारोवार के फर्क की धनराशि आपको कमीशन के रूप में प्रदान की जाती है•




छूट (डिस्काऊन्ट)  :  कंपनी के प्रॉडक्ट्स हर डिस्ट्रिब्युटर को थोक मूल्य पर प्रदान किए जाते हैं, जबकि उनका चिल्लर विक्री मूल्य ज्यादा होता है . थोक और चिल्लर बिक्री मूल्य के बीच का यह फर्क ही छूट या डिस्काऊन्ट कहलाता है, जो कि लगभग 20 प्रतिशत तक होता है•



चिल्लर विक्री मूल्य (MRP)  :   यह मूल्य हर प्रॉडक्ट पर प्रिंट किया हुआ होता है, मतलब उस प्रॉडक्ट को ज्यादा से ज्यादा इसी मूल्य पर बेचा जाना चाहिए. इस मूल्य में सभी तरह के टॅक्स समाहित होते हैं•



NLA     :     नो लॉन्गर अव्हेलेबल याने यह प्रॉडक्ट अब आगे से विक्री के लिए उपलब्ध नहीं है•




NYA     :      नाट यट अव्हेलेवल याने यह प्रॉडक्ट अभी तक बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं हुआ है•




पॉइंट वॉल्यूम (PV) :   हर प्रॉडक्ट के साथ एक निश्चित पॉइंट वॉल्यूम को जोड़ा जाता है याने खरीददार को उसके साथ निश्चित पॉइन्ट्स दिए जाते हैं. पूरे गूप को महीने भर में मिलनेवाले इन्हीं कुल पॉइन्स के आधार पर कारोबार का एक निश्चित प्रतिशत कमीशन वॉटा जाता है. (3% से लेकर 21% तक) हर देश की करेंसी का मूल्य अलग होता है, इसलिए विश्व स्तर पर समानता लाने के लिए 'पॉइन्ट वॉल्यूम' का उपयोग किया जाता है •



प्रदर्शन (परफॉर्मन्स)  :   यह आपके एक महीने के कारोबार या टर्न ओव्हर को दर्शाता है . सेल्स और मार्केटिंग प्लान के हिसाब से आपने अपने ग्रुप के साथ मिलकर उस पूरे महीने में जितने प्रॉडक्ट्स खरीदे हैं, उनपर मिलनेवाले पीव्ही के आधार पर आपके प्रदर्शन की गणना की जाती है. (3% से लेकर 21% तक)



● चिल्लर बिक्री पर लाभ    :    सभी टॅक्स जोड़कर प्रॉडक्ट आपको थोक मूल्य पर मिलता है, जबकि चिल्लर विक्री मूल्य उससे लगभग 20% तक।ज्यादा अंकित होता है. इसी 20% तक का लाभ आपको पॉडक्ट की चिल्लर विक्री करने पर मिल सकता है•




●  TNA. :      टेम्परिली नॉट अव्हेलेबल याने यह प्रॉडक्ट कुछ समय तक बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं है •




● उत्पाद (प्रॉडक्ट्स)     :    पॉडक्ट का मतलब है, कंपनी द्वारा बनायी गयी हर चीज, जिसे डिस्ट्रिब्युटर के लिए उपलव्य किया जाता है. जिसमें रोजमर्रा इस्तेमाल की वस्तुएँ, उनके इस्तेमाल के लिए उपयोगी उपकरण और बिज़नेस के लिए सहायक साहित्य सामुग्री शामिल है•




● सेल्स और मार्केटिंग प्लान   :     कंपनी की मार्केटिंग का पूरा विवरण दर्शानवाली योजना को ही सेल्स और मार्केटिंग प्लान कहा जाता है. पारंपरिक विजनेस में विचौलियों के बीच 60% तक का बंटनेवाला लाभ, किस तरह से हर स्तर पर छूट, कमीशन और बोनस के रूप में नेटवर्क मार्केटिंग के डिस्ट्रिब्युटर्स में बांटा जाता है, इसी का विवरण सेल्स और मार्केटिंग प्लान में किया जाता है•



विजनेस में सहायक साहित्य (BSM)   :    नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी या सिस्टम द्वारा तैयार किया गया साहित्य, जो कि विज़नेस में मददगार सावित होता है, उसे विज़नेस सपोर्ट मटेरियल (BSM) कहा जाता है. इसमें प्रॉडक्ट वॉशर, ऑडियोव्हिडियो सीडी, किताव और विज़नेस बढ़ाने के लिए उपयोग में आनेवाली हर चीज़ का समावेश है. कंपनी या सिस्टम की अनुमति के बिना ऐसे किसी साहित्य की व्यक्तिगत निर्मिती और वितरण पर पाबंदी है•




● क्रॉस गूप सेलिंग:   एक डिस्ट्रिब्युटर के द्वारा दूसरे गुप के डिस्ट्रिब्युटर को प्रॉडक्ट्स वेचना 'क्रॉस गूप सेलिंग' कहलाता है. हमें इससे बचना चाहिए•




● प्लॅटिनम :      जिस डिस्ट्रिब्युटर ने कम से कम दो लेग की मदद से 21% का स्तर साल में 6 वार हासिल किया है (इसमें तीन महीने लगातार हासिल करना आवश्यक है), उसे प्लॅटिनम डिस्ट्रिब्यूटर की पिन देकर सम्मानित किया जाता है•




● डिस्ट्रिब्युटर   :   कंपनी का अप्लीकेशन फार्म भरकर जो व्यक्ति कंपनी के साथ विधिवत रूप से जुड़ जाता है, वो कंपनी का  डिस्ट्रिब्युटर कहलाता है और वो अपने बिज़नेस के मालिक की हैसियत से स्वतंत्र होकर अपना बिज़नेस बढ़ा सकता है. कंपनी के नियमानुसार उसे विज़नेस बढ़ाने की हर सुविधा और साधन कंपनी द्वारा प्रदान किए जाते हैं •




● स्पॉन्सर   :    वह डिस्ट्रिब्युटर जो किसी अन्य व्यक्ति को कंपनी के साथ जोड़कर उसे अपनी ही तरह डिस्टिव्युटार होने में मार्गदर्शन करके मदद करता है, वो उस व्यक्ति का स्पॉन्सर कहलाता है

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Monday, May 20, 2019

ब्रिट सिस्टम में प्रचलित शब्दों का अर्थ:

     ब्रिट सिस्टम में प्रचलित शब्दों का अर्थ:


● सलाहमशविरा (काउन्सिलिंग) : अपने बिज़नेस से संबंधित हर विषय पर अपनी क्रियाशील सफल अपलाइन से संपर्क बनाए रखना और हमेशा उनसे अलाहमशविरा करते रहना . यह सबके लिए एक आवश्यक कदम है, जिसे इस बिज़नेस के दौरान हर स्तर पर हमेशा किया जाना चाहिए.

● कव्हर्ड डिश : किसी के घर पर एक बढ़ती हुई नयी टीम के डिस्ट्रिब्युटरों का मेलमिलाप, जिसमें सभी अपने घर से थोड़ा व्यंजन अथबा मिठाई लाकर शामिल हो जाता है. इसका आयोजन आमतौर पर सप्ताहांत में होता है और इसका उद्देश्य है, छोटी सी बढ़ती हुई टीम में परिवारों के बीच आत्मीयता और एकता उत्पन्न करना . कभीकभी इसमें बिज़नेस के आधारभूत कार्यों का प्रशिक्षण भी शामिल कर लिया जाता है. 

● क्रॉस-लाइन : वो डिस्ट्रिब्युटर आप के लिए क्रॉस-लाइन होता है, जो आप की 'लाइन ऑफ स्पॉन्सरशीप' में नहीं होता है. यदि आप व्यक्तिगत रूप से दो डिस्ट्रिब्युटरों को स्पॉन्सर करते हैं, तब वो दोनों एक दूसरे के लिए क्रॉस-लाइन होंगे .

● क्रॉस-लाइनिंग : अपनी क्रॉसलाइन को बिज़नेस से संबंधित जानकारी देना या उनसे हासिल करने का प्रयत्न करना, क्रॉस-लाइनिंग कहलाता है . इसे हमेशा टालना चाहिए. अपनी कॉसलाइन का हमेशा सम्मान कीजिए, उनकी प्रशंसा कीजिए, मगर कभी भी उनके साथ विज़नेस से संबंधित चर्चा मत जिए. बेहतर है कि आप उनके साथ ज्यादा समय रहने की कोशिश न करें .

● गहराई(डेप्थ):  आपके द्वारा स्पोन्सर किया गया हर डिस्ट्रिब्युटर या उनके नीचे शामिल हुआ हर व्यक्ति आपकी डाउनलाइन कहलाता है. जब आप अपनी डाउनलाइन में एक के नीचे एक, लोगों को जोड़ते चले जाते हैं, तब इस प्रक्रिया को गहराई का निर्माण करना (डेप्थ विल्डिंग) कहा जाता है. इस प्रक्रिया को दोहराते हुए, जितनी ज्यादा गहराई में आप अपने बिज़नेस का निर्माण करते हैं, उसी अनुपात में आपके विज़नेस की नींव मज़बूत होती जाती है और बिज़नेस सुरक्षित होता जाता है.

●डाऊनलाइन : हर वो डिस्ट्रिब्युटर जिसे आपने विज़नेस में शामिल किया है या उनकी गहराई में शामिल हुआ है, वो आपकी डाउनलाइन कहलाता है.

● सपना (ड्रीम) : एक नेटवर्क बनाने के संदर्भ में, “सपना आपके मस्तिष्क में जन्में उस काल्पनिक भविष्य का चित्रण होता है, जिसे आप अपने और अपने चाहने वालों के लिए भविष्य में साकार करना चाहते हैं. आने वाले वर्षों में आपकी क्या आशाएँ और अभिलाषाएँ हैं, उन्हें परिभाषित कीजिए. उन्हें स्पष्ट कीजिए. उन्हें संभावनाओं के साकार रूप में देखिए. यह दूरदृष्टि आपके अंदर एक ऐसी ऊर्जा का निर्माण करती है, जो आपकी कल्पनाओं को साकार कर देती है.

● उत्थान (एडिफिकेशन) : यह बिजनेस रिश्तों के बल पर खड़ा होता है, जिसका आधार होते हैं भरोसा और आपसी सम्मान , हम ऐसा मानते हैं, कि लोगों द्वारा बेहतरीन परिणाम पाने के लिए, उनकी खामियों की बजाय, उनकी खूबियों पर ध्यान देकर उन्हे उभारना चाहिए. हम अपनी अपलाइन और डाउनलाइन में सकारात्मक खूबियों की पहचान करते हैं और फिर उनका पोषण करके उन्हें मज़बूत और प्रभावशाली बनाने में मदद करते हैं . एक दूसरे में खामियां तलाशना बहुत आसान होता है और हमारी मान्यता है, कि यह सिर्फ अपने समय और ऊर्जा को बरबाद करना है. आप मान लीजिए, कि आपकी अपलाइन या डाउनलाइन के लोग हर बात में परिपूर्ण नहीं हो सकते . उनकी कमजोरियों के साथ उन्हें स्वीकार कीजिए और उनके उत्थान की ओर ध्यान दीजिए आपके समह में शामिल लोग भी, तब आपके साथ ऐसा ही करेंगे •

● फोलो अप और फोलो थू : पास्पेक्ट के प्लान देख लेने के बाद, उसकी प्रतिक्रिया को जानने और उसकी शंकाओं का निराकरण करके, उसे विजनेस में जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करने की प्रक्रिया को फोलो अप कहा जाता है. प्लान दिखाने के बाद 24 से 48 घंटों के भीतर ही, उनके साथ अगली मुलाकात का समय और जगह निश्चित कर लेना चाहिए, फोलो अप के दौरान काफी कुछ किया जा सकता है, मगर सामान्यतः आपका यही उद्देश्य होना चाहिए, कि उनके सवालों का जवाब देना, उनकी शंकाओं का समाधान करना और उन्हें बताना, कि विज़नेस शुरू करने के लिए उन्हें आगे क्या करना है. उन्हें अगली मिटिंग में बुलाइए, जहाँ वो सफल लोगों के समूह से मिल सकें . उन्हें पुनः प्लान देखने के लिए प्रोत्साहित कीजिए . फोलो थ्रू की प्रक्रिया कभीकभार काफी लंबे समय तक चल सकती है

● फोस्टर स्पॉन्सर के विदेश में स्थित एक ऐसे डिस्ट्रिब्युटर, जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आपके प्रॉस्पेक्ट को बिज़नेस में जोड़कर उनके साथ काम करते हैं और उन्हें बिल्कुल उसी तरह से मदद करते हैं, जैसा कि आप अपनी डाउनलाइन को करते हैं .

● अग्रिम पंक्ति (फ्रट लाइन): जिन लोगों को आप सीधा अपने साथ ही बिजनेस में जोड़ते है, वो लोग आपकी अग्रिम पंक्ति या 'फ्रट लाइन' कहलाते

● लक्ष्य है अपने सपने को साकार करने के लिए समय सीमा निर्धारित करना ही 'लक्ष्य' कहलाता है. इस बिज़नेस में हर माह कुछ क्षेत्रों में लक्ष्य निर्धारित करके काम करना बेहतर होता है. आप कितनी बार प्लान दिखाएंगे ? अगले सेमिनार में आप कितने लोगों को ले आएँगे ? आप अपने तीन मुख्य समूहों (लेग्स) में अपनी 'टॅप रूट' (सबसे नीचे जुड़े व्यक्ति) को कितनी गहराई तक ले जाएंगे? इस महीने आपका व्यक्तिगत और आपके समूह का पी.व्ही. क्या होगा? आप अपने बिज़नेस का निर्माण प्रत्येक 30 दिनों के हिस्से में, दैनिक और मासिक लक्ष्य के आधार पर करेंगे, तब यह एक आसान काम बन जाएगा. वृंदवृंद से ही सागर बनता है . (हर बात सहज ही की जा सकती है .).

● होम मिटिंग : प्रॉस्पेक्ट्स के एक छोटे समूह को प्लान दिखाने के लिए, किसी के घर में यह एक पूर्वनियोजित मिटिंग होती है. इस विज़नेस की बेहतरीन शरूआत करने का एक तरीका है, कुछ एक होम मिटिंग को आयोजित करना . नए डिस्ट्रिब्युटर की मदद करने के उद्देश्य से, मार्कर वोर्ड पर प्लान दिखाने के लिए, अपलाइन लीडर होम मिटिंग में आते हैं. इस बिज़नेस को तेजी से बढ़ाने के लिए 'होम मिटिंग' ही सबसे बढ़िया उपाय है.

● अंतर्राष्ट्रीय प्रायोजन (इंटरनॅशनल स्पॉन्सरिंग) : विदेशों में डिस्ट्रिब्युटर को स्पॉन्सर करके अपने बिज़नेस को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाने का यह एक सुअवसर है . आप बतौर अंतर्राष्ट्रीय स्पॉन्सर किसी खास विदेशी बाजार में नए डिस्ट्रिब्यूटर का चयन करके उन्हें बिज़नेस से जोड़ते हैं. इसके लिए उसी देश में एक फोस्टर स्पॉन्सर की नियुक्ति की जाती हैं, जो कि आपके द्वारा चुने हुए डिस्ट्रिब्युटर को बिज़नेस बढ़ाने में उसी तरह से मदद करता है, जैसा कि आप खुद वहाँ रहकर कर सकते थे.

● लेग : जब आप किसी डिस्ट्रिब्युटर को स्पॉन्सर करते हैं तथा उसको अपना समूह बनाने में मदद करते हैं, तब उसका यह समूह आपका एक “लेग” कहलाता है. इस बिज़नेस के शुरूआती दौर में अपने तीन प्रमुख समूहों (लेग्स) में गहराई (डेप्थं) का निर्माण करना चाहिए.

● प्रायोजन रेखा (लाइन ऑफ स्पॉन्सरशीप) : यह एक वंश परंपरा जैसी होती है, जैसे पिता, फिर उनके पिता, फिर उनके पिता .... दूसरे शब्दों में, आपके स्पॉन्सर, फिर स्पॉन्सर के स्पॉन्सर और फिर उनके स्पॉन्सर ..... आदि . आपकी अपनी डाउनलाइन के अलावा, इस लाइन ऑफ स्पॉन्सरशीप के बाहर का हर डिस्ट्रिब्युटर आपके लिए क्रॉसलाइन का दर्जा रखता है.

● भव्य समारोह (मेजर फंक्शन मेगा फंक्शन) : समयसमय पर आपकी लाइन ऑफ स्पॉन्सरशीप द्वारा पूरे सप्ताह चलनेवाली मिटिंग, सम्मेलन और समारोह का आयोजन किया जाता है. इनका आयोजन बहुत ही बढ़िया ठिकानों पर, विशिष्ट महानगरों में किया जाता है. इन कार्यक्रमों में आपको इस बिजनेस का 'विशाल चित्र देखने का अवसर प्राप्त होता है. ये भव्य समारोह हर लिहाज से बेहतरीन होते हैं. वहाँ आप उच्चतम स्तर पर पहुंचेबक्ताओं को सुन सकते हैं और इस बिज़नेस के बेहतरीन शिक्षकों से प्रशिक्षण एवं जानकारी पा सकते हैं. इन समारोहों में शामिल होना आपके और आपकी टीम के विकास के लिए, किसी भी अकेले कार्यक्रम की तुलना में, ज्यादा मददगार साबित होगा . इनमें आपको एकता की उस शक्ति का अनुभव होगा, जिसे आपने शायद पहले कभी महसूस नहीं किया होगा . बिज़नेस से जुड़ते ही जितना जल्दी हो सके एक भव्य समारोह में शामिल हो जाइए. इसके बाद आपके दिमाग में, किसी भी और बात से ज्यादा जल्दी, यह स्पष्ट हो जाएगा, कि यह बिज़नेस आपके लिए है या नहीं .

● सेमिनार और रॅली के सिस्टम द्वारा अधिकृत आपकी अपलाइन के ऐसे समारोहों का मकसद होता है, आपको प्रशिक्षित करना, विज़नेस बढ़ाने के लिए आधारभूत तकनीक सिखाना . ये सेमिनार 140 किलोमीटर की परिधि में, 200 से 1000 लोगों के समूह के लिए आयोजित किए जाते हैं. इसके लिए 'एमरल्ड या डायमंड' स्तर के वक्ता का चुनाव किया जाता है. इन्हें सामान्यतः दो सत्रों में आयोजित किया जाता है, दोपहर 2 .00 से 5.00 तक प्रशिक्षण सत्र और शाम 8.00 से 11 : 00 तक चलनेवाले रैली सत्र, जो कि अत्यंत उत्साहवर्धक होते हैं और इनमें बहुत से महत्वपूर्ण सुझावों तथा सफल लोगों को सम्मानित करने के कार्यक्रम को भी शामिल किया जाता है. ऐसे सेमिनार इस विज़नेस के दिल की धड़कन होते हैं, इसलिए आपको चाहिए, कि अधिक से अधिक संख्या में लोगों को इन सेमिनारों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कीजिए .

● नट अॅन्ड बोल्टस :  विज़नेस के निर्माण के लिए आवश्यक आधारभूत कार्यो को 'नट अॅन्ड वोल्ट्स' कहा जाता है. इनका आयोजन सामान्यतः एक प्लॅटिनम द्वारा अपनी टीम को सिखाने के लिए किया जाता है. बहुत बार 'कव्हर्ड डिश' के साथ इसे जोड़ दिया जाता है .

● वन-ऑन-वन: जब आप व्यक्तिगत तौर पर, अपने या उनके घर में, किसी अकेले व्यक्ति या पतिपली (दंपत्ति) को आमनेसामने बैठकर, बिजनेस का प्लान दिखाते हैं, तब यह वनऑनवन प्लान कहलाता है.

● ओपन मिटिंग : बहुत से पॉस्पेक्ट्स को एकसाथ, पेशेवर तरीके से किसी होटल या सभागृह में, प्लान दिखाया जाता है, इसे 'ओपन मिटिंग' कहा जाता है. इसका आयोजन हर शहर में नियत कालावधि में (साप्ताहिक या मासिक) किया जाता है. सभी डिस्ट्रिब्युटरों को प्रोत्साहित किया जाता है, कि वो अपने पॉस्पेक्टस को पहली बार या फोलो अप के रूप में दूसरी बार प्लान दिखाने के लिए, इस मिटिंग में अवश्य ले आएँ. इस मिटिंग में सामान्यतः प्लॅटिनम या उनसे ऊँचे स्तर के लीडर द्वारा ही प्लान दिखाया जाता है. इसे ओपन या खुली मिटिंग इसलिए भी कहा जाता है, क्योंकि संगठन में शामिल सभी समूह, इसमें खुले रूप में शामिल हो सकते हैं .

● व्यक्तिगत (पर्सनल): आपके द्वारा व्यक्तिगत रूप से बिज़नेस में जोड़ा गया व्यक्ति 'पर्सनल' या 'फ्रट लाइन' के नाम से जाना जाता है.

जुड़ना या शामिल होना (प्लग-इन) : जैसे ही आप अप्लीकेशन फार्म भरकर सही करते हैं, आप इस विज़नेस से जुड़ जाते हैं, विस्तार में कहा जाए  तो, कंपनी द्वारा अपने डिस्ट्रिब्युटर को प्रॉडक्ट्स और सेवा संबंधित दी गयी सारी सुविधाओं को पाने के आप हकदार बन जाते हैं. इसी तरह आप सिस्टम के साथ जुड़कर, उसके द्वारा मिलनेवाले प्रशिक्षण और सहयोग को पाने के अधिकारी हो जाते हैं. जब आप किसी को स्थानीय, राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्पॉन्सर करते हैं, तब यह ज़रूरी है, कि आप उन्हें उन्हीं के क्षेत्र या देश में स्थित सिस्टम के साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करें . इस तरह से उन्हें प्रशिक्षण और सहयोग मिलता है, जिसके कारण आपका बिज़नेस दूरस्थ स्थानों में भी तेज़ी से बढ़ता है.

● प्रॉस्पेक्ट है एक ऐसा व्यक्ति, जिसमें आपके विज़नेस में डिस्ट्रिब्युटर या पॉडक्ट्स के लिए ग्राहक बनने की संभावनाएं छुपी होती हैं. इसके लिए पहले से किसी के संबंध में निर्णय लेना जरूरी नहीं है, मगर पहले से ही उसे टटोलना अत्यंत ज़रूरी होता है. यह भी याद रखिए, कि जब कोई आपके साथ बिजनेस में जुड़ जाता है, तब चाहे आपको उससे आमदनी हुई हो या नहीं, आपकी नैतिक जवाबदारी है, कि आप उन्हें विज़नेस बढ़ाने में मदद करें.

● प्लान दिखाना (शो द प्लान, STP) जब आप प्लान दिखाते हैं, तब आप बिज़नेस की मार्केटिंग से संबंधित जानकारी को पॉस्पेक्ट के सामने खुला कर देते हैं. आप 'वनऑनवन', होम मिटिंग या ओपन मिटिंग के माध्यम से प्लान दिखा सकते हैं . जितना जल्दी हो सके अपना प्लान खुद ही दिखाना सीख लीजिए. अगर आप दो बार भी प्रयास करेंगे, तो आप प्लान दिखाना आसानी से सीख सकते हैं 

● प्रायोजित करना (स्पॉन्सरिंग) : किसी व्यक्ति या दंपत्ति को अपने बिज़नेस में जोड़ने या शामिल करने की क्रिया को 'स्पॉन्सरिंग' या प्रायोजित करना कहा जाता है.

● शिक्षण प्रणाली (सिस्टम) :  यह एक पूरी तरह से संगठित, एकजुट और समयानुसार सिध्द हो चुका प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसकी रचना आपको और आपके संगठन को नेटवर्क मार्केटिंग के सफलतम सिध्दांतों के आधार पर प्रशिक्षण देने के लिए की गयी है. हालाँकि सिस्टम के साथ जुड़ना पूरी तरह से आपकी मर्जी पर निर्भर होता है, लेकिन सामान्य तौर पर समझदारी की बात यही है, कि जब आप एक संगठन का निर्माण करेंगे, जो कि देशविदेश में फैलनेवाला है, तब आपको एक सिस्टम की ज़रूरत होगी, जो आपके संगठन को सहयोग, प्रशिक्षण, शिक्षा और प्रोत्साहन दे सके . आपको बस इतना ही करना है, कि इस अदभुत जानकारी और ऊर्जा के स्रोत से जुड़ जाइए. सिस्टम के प्रशिक्षण का आधार है, किताबें, कॅसेटस, सीडी, सेमिनार और साल में चार भव्य समारोह . सैंकड़ों सफलतम लीडर्स के मिलेजुले प्रयासों का पतिनिधित्व करती है आपकी शिक्षण प्रणाली, जिससे उत्पन्न पभाव के कारण आपको और आपके संगठन को श्रेष्ठ परिणाम मिलते हैं .

● टॅप रूट : जब आप किसी लेग या समूह में गहराई याने डेप्थ का निर्माण करते हैं, तब सवसे नीचे जुड़े हुए क्रियाशील डिस्टिव्यटर को 'टप रूट' के नाम से जाना जाता है. अपने हर लेग में 'टॅप रूट पर आपको विशेष तौर पर ध्यान देना, उसकी प्रगति की जिम्मेदारी लेने से लेकर उसे पशिक्षित करना, उसकी गहराई में स्पॉन्सर करते जाना अत्यंत आवश्यक होता है.

● टीम मिटिंग :  प्लॅटिनम या उससे ऊँचे लीडर द्वारा अपने समूहों में आयोजित किया गया प्रशिक्षण सत्र टीम मिटिंग कहलाता है. इसका आयोजन किसा हाल या होटल में महीने में एक बार या कुछ लीडर्स के गूप में ज्यादा बार भी किया जाता है, अक्सर इन सत्रों में बिज़नेस के लिए आवश्यक महत्त्वपूर्ण कार्यो को सिखाया जाता है और साथ ही सफलता पानेवालों को सम्मानित भी किया जाता है, सामान्यतः सिस्टम का सारा साहित्य इस मिटिंग में उपलब्ध कराया जाता है.

● साहित्य या औज़ार (टूल्स) : औज़ार, साहित्य या टूल्स का मतलब उस सामुग्री से है, जो सिस्टम द्वारा आपके बिज़नेस को बढ़ाने में मदद के लिए तैयार किया जाता है . किताब, कॅसेट, सीडी और प्रिंटेड साहित्य के अलावा, मार्कर बोर्ड इत्यादि जैसी सामुग्री का भी समावेश 'टूल्स याने औज़ार' के रूप में किया जाता है.

● अपलाइन : आपके स्पॉन्सर से लेकर ऊपर तक, जो भी आपकी लाइन ऑफ स्पॉन्सरशीप में आता है, वो हर लीडर आपका अपलाइन कहलाता है .

● चौड़ाई (विड्थ) : चौड़ाई (विड्थ) का संबंध आपके द्वारा स्पॉन्सर किए गए समूहों (लेग्स) की संख्या में है. जितने ज्यादा लोगों को आप अपनी 'फ्रट लाइन' में जोड़ते हैं, उतनी ही आपके विज़नेस की चौड़ाई (विड्थ) बढ़ती है. अगर आपके तीन लेग्स हैं, तब आपके विज़नेस को तीन लेग चौडा माना जाता है. जिस तरह से गहराई बढ़ने से आपके विजनेस को मजबूती और सुरक्षा मिलती है, ठीक उसी तरह से चौड़ाई बढ़ने से आपका लाभ बढता है. विड्थ और डेप्थ का संतुलन बनाए रखना विज़नेस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

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Friday, May 17, 2019

अक्सर पूछे जानेवाले कुछ सवाल और उनके उचित जवाब:

           अक्सर पूछे जानेवाले कुछ सवाल और उनके उचित जवाब:


■ अंतरराष्ट्रीय प्रायोजन, आरिपर यह है क्या ?

        अंतराष्ट्रीय प्रायोजन एक ऐस अवसर को कहते हैं, जिसके माध्यम से आप अन्य देशों में स्थित लोगों को पायोजित यानि ग्पांन्सर कर सकते पर आपकी कंपनी कार्यरत है. वतीर एक अंतर्राष्ट्रीय प्रायोजक, आप प्रमाणित देशों में स्थित अपने परिचित लोगों में से संभावि तयटर्स को चुनते हैं. फिर उन्हें उसी देश में स्थित फोस्टर स्पॉन्सर की मदद से प्रायोजित किया जाता है. यह फोस्टर स्पॉन्सर उनको उसी तरह से प्रशिक्षण एवं सहायता प्रदान करता है, जैसे कि आप वहां रहकर उनकी मदद कर सकते थे . सेल्स एवं मार्केटिंग पनान का लाभ अंतर्राष्ट्रीय तथा  कोस्टर लाइन ऑफ स्पॉन्सरशीप दोनों को ही प्रदान किया जाता है.

■ में अपने प्रॉस्पेक्ट से कैसे बात करें ?

           उन देशों में स्थित अपने संबंधियों एवं मित्रों को डाक, टेलीफोन, या व्यक्तिगत रूप से संपर्क करके अपने उत्साह तथा व्यापार से प्राप्त सफलता के बारे में बता सकते हैं. साथ ही साथ उन सब को व्यापार पर एक नज़र डालने के लिए पोत्साहित भी कीजिए.

■ क्या मैं अधिकृत वाज़ारों में विज्ञापन कर सकता हूँ?

          कंपनी की ओर से व्यक्तिगत विज्ञापन करने की अनुमति बिल्कुल भी नहीं हैं . उस देश के कंपनी कार्यालय से सही दिशानिर्देशों के लिए संपक कीजिए .

■ कौन सा साहित्य तथा बिक्री के साधन (सेल्स एड्स) में अपने प्रॉस्पेक्ट के पास भेज सकता हूँ?

           कंपनी के नियम इस बात की अनुमति नहीं देते, कि आप एक देश की कोई भी सामुग्री दूसरे देश में भेजे . वास्तव में, एक देश से संबंधित सामुग्री दूसरे देश में गैर कानूनी भी मानी जा सकती हैं. 

■ यदि में किसी देश में हैं, तो क्या मैं वहाँ पर अपने मित्रों तथा रिश्तेदारों को सैल्समार्केटिंग प्लान दिखा सकता हूँ?

           नहीं ! क्योंकि उस देश के कानून के हिसाब से आप जब तक प्राधिकृत नहीं हैं, तब तक सेल्समार्केटिंग प्लान दिखाने की आपको अनुमति नहीं दी जा सकती।

■ अप्लीकेशन फार्म तथा विज़नेस किट की पूति कौन करता है?

       फोस्टर स्पॉन्सर द्वारा ही बिज़नेस किट और आवश्यक साहित्य की पूर्ति की जाती है, जो कि उस देश के लिए कंपनी द्वारा विशेष रूप से तैयार की जाती है.


■ मुझे कैसे मालूम होगा, कि मेरे अंतर्राष्ट्रीय प्रायोजन के प्रयलों में मुझे सफलता मिली है?

   जब आपके पॉस्पेक्ट डिस्ट्रिब्युटर हो जाते हैं, तब आपको अपने देश में स्थित कंपनी कार्यालय से बधाई पत्र प्राप्त होगा, कि आपने सफलता पूर्वक अंतर्राष्ट्रीय प्रायोजन किया है.


■  मझे यह कैसे सुनिश्चित होगा, कि अंतर्राष्ट्रीय प्रायोजक की हैसियत से मुझे कोई लाभ मिलेगा?

      आप अपने प्रॉस्पेक्ट को स्पष्ट निर्देश दीजिए, कि अॅप्लीकेशन के अंतर्राष्ट्रीय प्रायोजक वाले खाने में आपका नाम और डिस्ट्रिब्युटर नंबर अवश्य ही लिखा जाए, इस तरह से आप उचित लाभ के निश्चित अधिकारी बन सकते हैं.


■ फोस्टर स्पॉन्सर को कौनसे लाभ मिलते हैं?

          फास्टर स्पान्सर पर नये डिस्ट्रिब्युटर को प्रशिक्षण एवं प्रोत्साहन देने तथा पॉडक्ट उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी रहती है. इस लिए नए डिस्ट्रिब्युटर क 21% स्तर पर पहुँचने तक फोस्टर स्पॉन्सर को वो सारे पुरस्कार और लाभ मिलते हैं, जो एक सामान्य स्पॉन्सर की प्राप्त होते हैं और यह भी कि तव उसके पूरे व्यक्तिगत गुप का कारोवार जो भी हो, फोस्टर स्पॉन्सर को अपनी इस महत्तम सफलता का लाभ मिलता है .

4% लीडरशीप कमीशन उत्पन्न होने के बाद, इस लाभ को दो समान भागों में बाँट लिया जाता है, 2% फोस्टर लाइन ऑफ स्पॉन्सरशीप को और 2% अंतर्राष्ट्रीय लाइन ऑफ स्पॉन्सरशीप को प्रदान किया जाता है.


■ क्या मेरे लिए यह बेहतर होगा, कि मैं अन्य देश में खुद ही अपना बिज़नेस स्थापित करूं ?

   किसी अन्य देश में अपना बिज़नेसे स्थापित करना काफी जटिल तथा महँगा साबित हो सकता है. प्रत्येक देश में बिज़नेस करने के नियम तथा आवश्यकताएँ भिन्न होती हैं, अगर आप इन जिम्मेदारियों को उठाने में सक्षम हैं, तब आप इस तरह की संभावनाओं पर विचार कर सकते हैं.

        परदेसी होने के कारण उस देश में बिज़नेस स्थापित करने से जुड़ी कठिनाइयों और खर्च को ध्यान में रखकर आपको आगाह किया जाता है, कि यह सव शुरू करने से पहले हवाई यात्रा से लेकर महंगे ख़र्चा तक, हर जरूरी चीज़ की जांच कर लीजिए. चूँकि हर देश में बिजनेस करने के नियम और आवश्यकताएँ अलग होती हैं, इसलिए इस संबंध में दोनों देशों के दूतावास और अपनी कंपनी के कार्यालय से सहयोग मिलने की बात को पहले ही सुनिश्चित कर लीजिए. जबकि दूसरी ओर एक फोस्टर स्पॉन्सर पूरे समय उसी देश में रहते हुए, आपके द्वारा प्रायोजित समूह की पूरी जिम्मेदारी उठाता है और व्यक्तिगत रूप से इस समूह की शुरूआत से लेकर सफलता पाने तक मदद करता है . तुलनात्मक रूप से एक फोस्टर स्पॉन्सर को जिम्मेदारी सौंपना एक बेहतर कदम साबित होता है.


■ यदि म दूसरे देश में खुद ही अपना विज़नेस शुरू करूं, तब मेरा अंतर्राष्ट्रीय प्रायोजक कौन होगा?

आपको अपने देश में शुरू किया गया विज़नेस ही आपकी नई डिस्ट्रिब्युटरशीप का अंतर्राष्ट्रीय प्रायोजक होगा तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रायोजन के सभी लाभ प्राप्त करेगा .

■ अंतर्राष्ट्रीय विज़नेस स्थापित करने के लिए मुझे अधिक जानकारी कैसे मिलेगी ?

         अधिकाश मामलों में आपका अपलाइन प्लेटिनम ही अंतर्राष्ट्रीय प्रायोजन का काम कर चुका होता है, इसलिए वो भी आपको मदद करने में सक्षम हो सकता है या फिर आपकी सफल अपलाइन में से वो लीडर, जो इस काम को कर चुका हो . अन्यथा आप विट वर्ल्ड वाइड कार्यालय से भी अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.


■  अगर हमारी कंपनी का बिज़नेस नए देशों (बाज़ारों) में कदम बढ़ानेवाला है, तब औपचारिक उदघाटन की तारीख से पहले ही. क्या में उन देशों में डिस्ट्रिब्युटर होने में रूचि रखनेवाले अपने लोगों से संपर्क कर सकता हूँ?

             औपचारिक घोषणा के बाद विकास की ओर अग्रसर बाज़ारों (देशों) में, वहाँ स्थित अपने मित्रों, संबंधियों तथा परिवार के लोगों से है मेल, टेलिफोन या व्यक्तिगत रूप से मिलकर, आप अपने उत्साह और सफलता से उन्हें अवगत करा सकते हैं. खासकर उन्हें शुभारंभ की निश्चित तारीख बना सकते हैं. आपने पॉस्पेक्ट्स को सावधान कर देना चाहिए, कि वो औपचारिक तथा अधिकृत उदघाटन का इंतज़ार करे और उससे पहले, अपने मित्रों को इस बिज़नेस के बारे में नहीं वताएँ . हर डिस्ट्रिब्युटर के लिए आवश्यक है, कि वो प्रत्येक देश के नियम और कानूनों के बारे में अवगत होने के बाद, उस देश के सामाजिक और सांस्कृतिक रीतीरिवाजों को समझे और तब ही कदम आगे बढ़ाना बेहतर होगा.

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Wednesday, May 15, 2019

विश्व-व्यापी बिजनेस का अवसर

             विश्व-व्यापी बिजनेस का अवसर


अंतर्राष्ट्रीय प्रायोजन (इंटरनॅशनल स्पॉन्सरिंग) एक अनूठा अवसर

             जिस-जिस देश में हमारी डायरेक्ट सेलिंग कंपनी कार्यरत है, सभी डिस्ट्रिब्युटरों को अवसर प्राप्त है, कि वहाँ वो अपना विज़नेस फैला सकते हैं और साथ ही उन बाजारों में भी जो नए-नए खुले हैं .

           ब्रिट वर्ल्ड वाइड लिमिटेड इनमें से अधिकतर देशों में स्थापित हो चुका है और भविष्य के कई बाज़ारों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करेगा.

          अंतर्राष्ट्रीय प्रायोजन की प्रक्रिया तुलनात्मक रूप से सरल है, मगर इससे मिलने वाले लाभ बहुत ज्यादा हो सकते हैं . अंतर्राष्ट्रीय प्रायोजन आपकी क्षमता बढ़ाता है तथा विदेश में रहने वाले आपके संबंधियों और मित्रों को इस महान व्यापार से लाभ उठाने का अवसर प्रदान करता है.

सामान्य दिशानिर्देश :

         जिन देशों में आपका यह बिजनेस कार्यरत हैं, उन देशों में आप जिन लोगों को जानते हैं, उनकी एक सूची बना लीजिए.

                 अपने अंतर्राष्ट्रीय पॉस्पेक्ट से संपर्क करने का उचित तरीका अपनी अपलाइन से सलाह लेकर मालूम कीजिए. फिर उनसे संपर्क करके, इस विषय में उनकी रूचि जान लीजिए. उन्हें पता होना चाहिए, कि आप भारत में यही बिज़नेस कर रहे हैं. अपनी अपलाइन द्वारा सुझाया गया साहित्य उन्हें उपलब्ध करवाइए.

एक बार जब आपका आपके प्रॉस्पेक्ट से संपर्क के बाद यह निश्चित हो चुका है, कि वो इस बिज़नेस में रूचि रखते हैं, तब उन्हें उनके ही देश में स्थित ब्रिट वर्ल्ड वाइड ऑफिस या संपर्ककार्यालय से संपर्क करने के लिए प्रोत्साहित कीजिए, जिसकी मदद से उन्हें सेल्स और मार्केटिंग प्लान देखने की व्यवस्था वहीं हो सके . ब्रिट वर्ल्ड वाइड के अंतर्राष्ट्रीय कार्यालयों और उनके संपर्क नंबरों की पूरी सूची के लिए www.bww.com नामक वेबसाइट देखिए.

जब आपका प्रॉस्पेक्ट प्लान देख चुका हो, तब पत्र या ईमेल द्वारा संदेश भेजकर उन्हें प्रोत्साहित कीजिए.

अपने अंतर्राष्ट्रीय प्रॉस्पेक्ट को अपना नाम, डिस्ट्रिब्युटर नंबर और अपने अपलाइन डायमंड का नाम उपलब्ध करवाइए. यह इसलिए आवश्यक है, क्योंकि यह जानकारी डिस्ट्रिब्यूटर के अप्लीकेशन फॉर्म में दर्ज होनी चाहिए. आप उनका नाम एवं डिस्ट्रिब्युटर नंबर, अपने पास दर्ज करने के लिए, उनसे मॉग सकते हैं.

                  जब आपका पॉस्पेक्ट अपना बिजनेस शुरू करने के लिए तैयार हो जाते हैं, तव विट वर्ल्ड वाइड कार्यालय उनके लिए संभवतः एक फोटा स्पोन्सर को नियुक्त कर देती है, जो कि आपकी ही 'लाइन ऑफ स्पॉन्सरशीप' के अंतर्गत होता है, या फिर अगर वहाँ केवल संपर्क कार्यालय है, तव  वहां विट वल्ड वाइड स्वयं उनके लिए फोस्टर स्पॉन्सर का काम करती है. इस तरह से आप अंतर्राष्ट्रीय स्पॉन्सर बन जाएँगे .

                 अपने फोस्टर स्पॉन्सर और अपलाइन के निर्देशों का पालन करने हेतु उन्हें प्रोत्साहित कीजिए.

अन्य प्रमाणित बाज़ारों में स्थित अपने प्रॉस्पेक्ट को भेजे जाने वाले पत्रका एक उदाहरण :

प्रिय ..•••

आपके लिए भारत से शुभकामनाएँ !

(मै या • • • • और में ) आशा करते हैं, कि आप और आपके परिवार में सव कुशल मंगल होगा. हमें एक दूसरे में संपर्क किए हुए एक अरमा बीत गया है और में, हम आपको यह बताना चाहते थे, कि हमारे जीवन में एक उत्साह वर्धक घटना घटी है.

हाल ही में हमने एक अंतराष्ट्रीय मार्केटिंग समह के साथ मिलकर अपना मार्केटिंग विजनेस रू किया है. हालाँकि हम अब भी अपना पूरान व्यवसाय में ही काम कर रहे हैं, मगर इस विज़नेस में एक बढिया आमदनी और अधिक समय उपलब्ध होने की क्षमता को जानकर, हम अत्यंत उत्साहित हुए हैं  हम आपको यह पत्र लिख रहे हैं, क्योंकि हम आपके देश में अपना बिजनेस बढ़ाना चाहते हैं. बँकि हमारी रूचि ऐसे लोगों के साथ काम करने में हैं, जो महत्वकांक्षी हों और जीवन में अधिकाधिक धन प्राप्त करना चाहते हों, तब आपका नाम तत्काल हमारे दिमाग में आया था .

(मै या .... और में जानते हैं, कि आप अधिक जानकारी पाना चाहेंगे, इसके लिए आप (नाम, पता, टेलिफोन नंवर ) पर संपर्क कीजिए. हमारे इन सहयोगियों ने एक अच्छा सफल एवं अधिक आमदनी वाला विज़नेस (देश का नाम) में विकसित किया है. हमने श्री ..... की मूचित कर दिया है, कि आप उनस निकट भविष्य में संपर्क करनेवाले हैं.

               जव आप इस व्यापार के अवसर को देख चुके हों, तव हमसे संपर्क कीजिएगा, ताकि हम आपके वाकी सवालों का जवाब दे सके . (में, हम ) आशा करते हैं, कि आपकी ओर से हमें जल्द ही जवाब मिलेगा .

                                     शेष शुभ !

                                                                                  आपका अपना ही

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Monday, May 13, 2019

फुटकर व्यवसाय के निर्माण का सबसे सरल कार्यक्रम

फुटकर व्यवसाय के निर्माण का सबसे सरल कार्यक्रम :


पहला चरण : अपने सभी प्रॉडक्ट्स का स्वयं 100% उपयोग करके सीखना शुरू कीजिए.

               अपने प्रॉडक्ट्स का शतप्रतिशत खुद इस्तेमाल करने से आप अपने बढ़िया अनुभवों को दूसरे लोगों तक पहुंचाने के लिए रोमांचित हो जाएंगे और पूरे विश्वास के साथ उन्हें अपने अनुभव बता पाएंगे . जिन चीजों को आप पेश करने जा रहे हैं, उनकी गुणवत्ता को पहले खुद जांचपरख करके साबित कर लीजिए. पहले आप अपने विज़नेस के बेहतर ग्राहक बनकर दिखाइए. अपने अनुभवों के साथ प्रॉडक्ट्स की प्रभावकारिता और बचत का वयान करना, विक्री के लिए सर्वोत्तम युक्ति मानी जाती है .

दूसरा चरण :अपने नामों की सूची से गणना कीजिए.

            औसतन 150 नामों की सूची में 40 से 50 नाम ऐसे होते हैं, जो स्पॉन्सर करने योग्य भी नहीं होते, परंतु वो अच्छे ग्राहक अवश्य बन सकते हैं. इस सीलिस्ट' (कस्टमर लिस्ट) में शामिल प्रॉस्पेक्ट्स, आपके विक्री व्यवसाय की अच्छी बुनियाद बन सकते हैं. इन नामों की इनके फोन नंबर के साथ, एक अलग से सूची बनाइए.

तीसरा चरण : मुलाकात तय करने के लिए फोन कीजिए.

यदि आप सहजता से संपर्क कर सकते हैं, तब आप खुद ही फोन कर सकते हैं या फिर अपने स्पॉन्सर के साथ बैठकर पहले कुछ फोन उनसे ही करवाइए. इसके लिए फोन टीम का इस्तेमाल भी मज़ेदार साबित होता है. कुछ लोग एकसाथ जमा होकर, फोन कॉल कीजिए और एकदूसरे के अनुभवों से सीखते हुए, इस विज़नेस का मज़ेदार सफर पूरा कीजिए. इसके लिए लिखित संवाद (स्क्रिप्ट) का प्रयोग अवश्य करना चाहिए 

उदाहरण

              “हलो .. मैं ...... बोल रहा हूँ. मैं तुमसे कुछ बात करना चाहता हूँ . क्या तुम्हारे पास थोड़ा समय है ? (यदि 'हाँ') वहुत बढ़िया !मैं तुम्हें एक नई शॉपिंग सेवा के बारे में बताना चाहता हूँ, जिसे हम अपने विज़नेस के लिए विकसित कर रहे हैं. इसे तुम जैसे व्यस्त लोगों को ध्यान में रखकर ही बनाया गया है. इससे तुमको उन चीज़ों को खरीदने और घर पर ही उन्हें प्राप्त करने में मदद मिलेगी, जिन्हें तुम पहले से ही साप्ताहिक या मासिक आधार पर खरीदते हो. मैं इस बारे में बहुत उत्साहित हूं, क्योंकि हमारे जैसे व्यस्त लोगों का खरीददारी में वरवाद होने वाला समय, इस माध्यम से निश्चित ही बच सकता है. इस विषय में मेरे पास कुछ प्रिंटेड साहित्य भी है, जो शायद तुम्हारी जानकारी के लिए मददगार रहेगा, इसलिए मैं उसे अपने साथ लेकर आ रहा हूँ. में ... आर ... क दिन खाली हैं. तुम बताओ, तुम्हारे लिए कौनसा दिन ठीक रहेगा ?

यदि आपकी अपलाइन भी आपके साथ जानेवाली हैं, तो इसमें जोड़ दीजिए ...

          "...... में खुद भी इस विषय में सीख रहा है. इसलिए मैं चाहता हूं, कि मैं ....... इनके साथ आऊ, वा ही मुझ
सिखा रहे हैं. इस तरह हम दोनों मिलकर उनसे अपने प्रश्नों का समाधान करवा सकते हैं, क्या यह तुम्हारे लिए ठीक रहेगा ? (हां, यही वढ़िया रहेगा) वहुत अच्छे ! तो चलो फिर हम .... के दिन शाम को मिलते हैं. शुभ दिन ."

चौथा चरण : अपने ग्राहकों से मिलिए

A)  व्यावसायिक ढंग का लिबास पहनिए और सही समय पर पहुँच जाइए. इन चीज़ों को अपने साथ रखिए, इनकी ज़रूरत आपको कभी भी पड़ सकती है:

● प्रॉडक्ट्स के वॉशर

● छोटा कैल्कुलेटर

● कस्टमर रिसिप्ट आर्डर पॅड

●मूल्यों की तुलनात्मक तालिका (यदि उपलब्ध हो)

● फुटकर मूल्य सूची

●  घनता (गाढ़ापन) दर्शानवाली तालिका

B)  आत्मीय, प्रोत्साहित एवं प्रसन्न रहिए, परंतु गपशप में ज्यादा समय वरवाद मत कीजिए. अपने विज़नेस पर केंद्रित रहिए .

C) "व्यावसायिक कला वाले तर्क से शुरूआत कीजिए.

D)  अपने ग्राहकों के साथ वैठकर प्रॉडक्ट बॉशर का अवलोकन करते हुए पता लगा कि वो वर्तमान में कानसे पांडक्टस खरीद रहे हैं. लिने का काम आप ही कीजिए, ताकि बातचीत आपके ही नियंत्रण में रहे . साक्षात्कार के दौरान कोई भी सूची (तालिका/शाट) ग्राहक के हाथ में मत दीजिए. काम पूरा होने पर चुनी हुई चीज़ों पर एक बार फिर नज़र डालिए. ग्राहक से पूछ लीजिए, कि इन प्रॉडक्ट्स की आवश्यकता उन्हें कव है? जो पॉडक्ट उन्हें तत्काल चाहिए, उनके आगे “1” लिख लीजिए, दो सप्ताहों के भीतर ज़रूरत वाले प्रॉडक्ट के सामने "2' लिख लीजिए और जो पांडक्ट उन्हें एक महीने के भीतर या बाद में चाहिए उनके सामने "3" लिख लीजिए.

E). उसके बाद," 1" में लिखे गए प्रॉडक्ट्स के बारे में, एक बार फिर से तय कर लीजिए, आप ऐसे कह सकते हैं, कि तुम ...., और .... ये पॉडक्ट्स जल्दी चाहते हो, सही है ना ?"

F) . फुटकर मूल्य सूची के आधार पर कस्टमर रिसिप्ट भरना शुरू कर दीजिए तथा उसमें प्रॉडक्ट मूल्य, लागू कर तथा कुल रकम लिखिए. उन्हें स्पष्ट बता दीजिए, कि इन प्रॉडक्ट्स का भुगतान करना उनके लिए आवश्यक है. अपनी अपलाइन से सलाह ले लीजिए, कि ग्राहक से पैसे आर्डर के समय लेना उचित रहेगा या प्रॉडक्ट्स पहुंचाते समय?

G) . संक्षिप्त में उन्हें "मूल्यों की तुलना (प्राइज़ कम्पेरिज़न) और "घनता संबंधित जानकारी (वेल्यू ऑफ कॉन्सेन्ट्रेशन) के बारे में तथा "संतुष्टी की गॅरंटी के बारे में समझाइए.

H) अपने ग्राहक को रसीद की एक प्रतिलिपी (कॉपी) दे दीजिए, उन्हें बता दीजिए, कि मौजूदा प्रॉडक्ट लाकर देते समय “2' निशानवाले प्रॉडक्ट्स के बारे में आप फिर से जॉच करेंगे. प्रॉडक्ट्स पहुँचाने का समय बता दीजिए.

I)  सही समय पर विदा लीजिए तथा इस बात के लिए उत्साहित रहिए, कि आपने एक ऐसे ग्राहक से संबंध स्थापित कर लिए हैं, जो कई वर्ष तक आपकी सेवाओं का लाभ उठाते रहेंगे .

फोलो अप और बिक्री बढ़ाने के लिए कुछ सुझाव :

A)  अपने ग्राहक की सूची नंबर “२" का फिर से अवलोकन कीजिए. जब आप पहले ऑर्डर की सामुग्री पहुँचाने जाएँगे, तब आप उस सूचीअनुसार प्रॉडक्ट्स के कुछ सॅम्पल (नमूने) दिखाने के लिए लेकर जाइए, ताकि सूची नंबर २” की सामुग्री का ऑर्डर आप ग्राहक से ले सकें. आप अपने साथ कुछ प्रॉडक्ट के सॅम्पल भी लेकर जा सकते हैं, जैसे कि सफर में काम आने वाली छोटी टूथ पेस्ट (अगर उपलब्ध हो तो) या अपने नए पॉडक्ट के बारे में जानकारी देनेवाला साहित्य भी साथ ले जा सकते हैं.

B)  उसके बाद की हर मुलाकात में, चिन्हित किए गए प्रॉडक्ट्स की सूची पर एक नज़र डालिए और कभीकभी अपने साथ बो प्रॉडक्ट्स भी लेते जाइए, जो चिन्हित नहीं किए हैं. उन्हें भी ग्राहक को दिखाते रहिए.

C) 2 या 3 ऑर्डर की सामुग्री पहुंचाने के बाद, जब आपका ग्राहक निश्चित ही पॉडक्ट की गुणवत्ता और आपकी सेवा से संतुष्ट हो चुका हो, तब उनके पास अतिरिक्त पोंडक्ट की जानकारी भी छोड़ना शुरू कर दीजिए. साथ ही उन्हें आकर्षक ऑफर के बारे में भी, जैसे और जब भी आप के पास उपलब्ध हो, जानकारी देते रहिए.




D) . जब आपके ग्राहक खुद प्रॉडक्ट्स की प्रशंसा करें, तव उनसे उनके परीचित लोगों के नाम पूछिए. आप उनसे कुछ इस तरह से भी कह सकते है, "वहुत बढ़िया, मुझे बताइए मैं आपको प्रॉडक्ट्स कब पहुंचा दें ? क्या आप किसी और को जानते हैं, जो इस तरह के प्रोग्राम को पसंद करता हो ? मुझे आपके मित्रों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों को यह सेवा देने में खुशी होगी." जब आपका ग्राहक कुछ नाम बता दें, तवं आप उनसे कहिए, कि वो उन लोगों को यह बता दें, कि उन्हें इस संबंध में आप संपर्क करनेवाले हैं और अपने प्रॉडक्ट व सेवा से संबंधित अनुभव भी उन्हें बता दें.



E)  एक प्रॉडक्ट बास्केट में एक श्रेणी विशेष के, उपयोग किए गए प्रॉडक्ट्स रखिए और उसपर “मुझे आजमाइए की पर्चा चिपका दीजिए. जर्स जैसे ज्यादा प्रॉडक्ट उपलब्ध होते जाएँ, उनसे संबंधित प्रिंटेड साहित्य भी समाहित करते जाइए. अपने ग्राहक के पास इस बास्केट को दो दिन या सप्ताह भर के लिए छोड़ दीजिए और बाद में उसे सही समय पर बिना चूके ले आइए और ग्राहक से उसके पसंदीदा प्रॉडक्ट्स का आर्डर लीजिए. जब आप सॅम्पल (नमूने) छोड़ रहे हों, तब आप अपने ग्राहक को बता सकते हैं, कि कैसे कुछ लोग इन प्रॉडक्ट का उपयोग करके इनके दीवाने बन गए हैं और वो अब इन्हीं प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं.




F) .जैसेजैसे आप ग्राहक को अच्छी तरह से समझने लगें, आप उन्हें यह युक्ति भी सुझा सकते हैं, कि वो भी अपने मित्रों और रिश्तेदारों को जन्मदिन, सालगिरह और अन्य अवसरों पर ये प्रॉडक्ट्स तोहफे के रूप में दे सकते हैं।



G)  अपने मनपसंद प्रॉडक्ट्स के बारे में ग्राहक के साथ बातचीत कीजिए और संभव हो तो उन्हें दिखाइए भी .

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Sunday, May 12, 2019

कारोबार का निर्माण

                        1) कारोबार का निर्माण


1). व्यक्तिगत उपयोग -आप अपने बिज़नेस के बेहतरीन ग्राहक बन जाइए:

A)  अपनी किट में से ही प्रॉडक्ट के इस्तेमाल की शुरूआत कीजिए, ताकि आप अपने अनुभव से जान पाएँ, कि प्रॉडक्ट कितने बढ़िया हैं.

B)  साथ में जुड़ी हुई तुलनात्मक मूल्य सूचियों पर नज़र डालिए, ताकि अपने प्रॉडक्ट इस्तेमाल करके होनेवाली बचत को आप जान सकें. आपकी बचत इससे भी ज्यादा होगी, क्योंकि ये प्रॉडक्ट्स आपको थोक मूल्य पर मिलते हैं .

C)  आपको अपने ही प्रॉडक्ट्स निम्नलिखित कारणों से इस्तेमाल करने चाहिए:

■ किसी दूसरे की बजाए, अपने खुद के बिज़नेस को सहयोग दीजिए.

■ जब आप प्रॉडक्ट्स इस्तेमाल करेंगे, तभी आपको देखकर आपके साथ जुड़नेवाले लोग भी उनका इस्तेमाल करेंगे .

■आप धन बचाते हैं, क्योंकि बाज़ार से खरीदे गए प्रॉडक्ट्स की तुलना में, आपके अपने प्रॉडक्ट्स ज्यादा किफायती हैं.

■आपके पैसों की और भी बचत होती है, क्योंकि आप ये सारे प्रॉडक्ट्स चिल्लर की जगह, थोक मूल्य पर खरीदते हैं.

■ ये दुकानों में बिकने वाले दूसरे प्रॉडक्ट्स की तुलना में बेहतर गुणवत्ता रखते हैं,

■ ये आपके कुल कारोबार (Turnover) को बढ़ावा देते हैं, जिसकी वजह से आपको हर माह अधिकाधिक वोनस मिलता है •

D) अपने स्पॉन्सर या अपलाइन से आपके लिए प्रॉडक्टस का प्रदर्शन करने को कहिए, ताकि आप प्रॉडक्ट्स के गुणों को अपनी आँखों से देख सके  जॉच सकें और समझ सकें, कि वो कैसे इस्तेमाल किए जाते हैं 

E)  अपने घर के सारे प्रॉडक्ट्स को बदलने की शुरूआत कीजिए. जैसेजैसे आपके पुराने प्रॉडक्ट खत्म होते जाते हैं, उसी उपयोग में आनेवाले प्रॉडक्ट्स आप अपने बिज़नेस से खरीदना शुरू कर दीजिए.

2) फुटकर/ चिल्लर दर से प्रॉडक्ट की बिक्री करना

A)  आपका लक्ष्य 10-25 फुटकर ग्राहक जमा करने का होना चाहिए.

B)  ग्राहक कैसे बनाएं?

●  जो प्रॉस्पेक्ट प्लान देखने के बाद डिस्ट्रिब्युटर नहीं बनना चाहते, ऐसे लोग ग्राहक बन सकते हैं .

● वो लोग जिन्हें आप स्पॉन्सर नहीं करना चाहते या वो लोग जिन्होंने प्लान तक देखने से इंकार किया है, परंतु उन्हें ग्राहक के रूप में स्वीकार 
करने में आपको आपत्ति नहीं .

● आप मुख प्रचार अथवा उनकी पहचान का सहारा लेकर भी नए ग्राहक तैयार कर सकते हैं .

● सही समय पर, सही जगह पर होने से भी, आपको ग्राहक मिल सकते हैं ।

C)  आपने आपको प्रॉडक्ट्स एवं सेवाओं का प्रभावशाली व्यापारी कैसे बनाएँ ?

1)  अपने प्रॉडक्ट्स और सेवाओं का इस्तेमाल पहले खुद कीजिए:

ऐसा करना आपके लिए बहुत मददगार साबित होता है . अच्छी तरह से प्रॉडक्ट्स का व्यापार और दूसरों को सहजता से बताने का काम वो ही  कर सकते हैं, जो इन प्रॉडक्ट्स एवं सेवाओं का उपयोग स्वयं करके संतुष्ट होते हैं .

2)  विभिन्न प्रॉडक्ट्स से संबंधित साहित्य को खरीदकर उनका अध्ययन कीजिए:

सबसे पहले अपने पसंदीदा प्रॉडक्ट्स के बॉशर लेकर पढ़िए. फिर समय अनुसार तुरंत ही बाकी प्रॉडक्ट्स का साहित्य पाने का प्रयास कीजिए. हर प्रॉडक्ट का कम से कम एक कॅटलॉग या बॉशर आपके पास अवश्य होना चाहिए.

3) . सभी प्रकार की ऑडियो कॅसेट/ सीडी ध्यान से सुनिए और ब्रिट सिस्टम की सूची में सुझाए गए साहित्य का अध्ययन अवश्य कीजिए.

4)  प्रॉडक्ट का प्रदर्शन करना सीखिए:

अपनी किट के साथ मिली प्रॉडक्टस प्रदर्शन की मार्गदर्शक पुस्तिका को ध्यान से पढ़िए और उसमें बताए गए तरीके को पहले खुद करके देखिए . इससे प्रॉडक्ट्स के विशेष गुणों को आप अपने संभावित ग्राहकों के सामने असरदार तरीके से रख सकते हैं .

5) प्रॉडक्ट्स के वाजिब दाम को समझाना सीखिए:

इन बातों को अपनी अपलाइन की मदद से सीखना ही बेहतर रहेगा .

6). इनके अलावा किसी प्रॉडक्ट विशेष से संबंधित तुलनात्मक चार्ट की जानकारी अपनी अपलाइन से पूछिए, जिसकी मदद से दूसरे प्रॉडक्ट्स के साथअपने प्रॉडक्ट की तुलना की जा सके , जैसे कि पत्रिकाओं में प्रकाशित विभिन्न ब्रांड्स का तुलनात्मक चार्ट इत्यादि .

7). 'व्यावसायिक कला का प्रयोग करना सीखिए:

यदि कोई दुकानदार आपसे कहे, कि वह अन्य दुकानों के मुकाबले कम दाम में, बेहतर खूबियों वाले, पूरी तरह से समाधान की गॅरंटी और घरपोच सेवा के साथ आपको प्रॉडक्ट्स दे सकता है, जिससे खरीददारी में लगनेवाला समय और मेहनत की बचत होगी, तब आप इतनी  अच्छी सुविधा को नज़रंदाज़ नहीं कर सकते हैं ना ? ठीक इसी तरह की सुविधाएँ हम भी आपको दे रहे हैं आम दुकानों में मिलने वाले पॉडक्ट से बेहतर गुणवत्ता, किफायती दाम, समधानकारक गॅरंटी और घरपोच सेवा के साथ हम आपको प्रॉडक्ट्स दे रहे हैं. सोचिए, तब आप क्यों किसी और दुकान तक जाना चाहेंगे ?”

D)      अपने ग्राहकों के साथ काम कैसे करें ?

1)  ऊपर बतायी गयी 'व्यावसायिक कला' को ठीक से समझ लीजिए.

2)  प्रॉडक्ट कॅटलॉग को अच्छी तरह से पढ़ लीजिए.

3)  उन्हें प्रॉडक्ट का प्रदर्शन करके दिखाइए.

4) उन्हें मूल्यों की तुलनात्मक सूची (प्राइज़ कम्पेरिज़न शीट) दिखाइए.

5)  उन्हें संतुष्टता गॅरंटी का महत्व समझाइए .

6)  उन्हें कुछ प्रॉडक्ट्स की जानकारी देकर शुरूआत कीजिए.

7)  उन्हें ज्यादा तरह के प्रॉडक्ट्स इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित कीजिए. इसके लिए उन्हें उन प्रॉडक्ट्स की जानकारी और संम्पल दीजिए, जिनका उन्होंने अभी तक इस्तेमाल नहीं किया है.

8)  उनके साथ आपका व्यवहार अच्छा होना चाहिए, ताकि वो लवे समय तक आपके गाहक बने रहें. उनसे मित्रतापूर्ण संबंध बनाए रखिए . याद रखिए, कि अधिकतर संतुष्ट ग्राहक कुछ समय बाद डिस्ट्रिब्युटर वन जाते हैं.

9) अपने ग्राहक समूह को बढ़ाने के लिए, आप उनसे उनके परिचितों के नाम लीजिए, जिन्हें आपके प्रॉडक्ट्स की ज़रूरत हो सकती है. अपने गाहकों को वीचबीच में आप कुछ छट, मुफ्त मेम्पल या उपहार दे सकते हैं. जन्म दिन या सालगिरह का वधाई पत्र भेजना, आपके रिश्तों को आत्मीय बनाए रखने का एक सहज साधन है.

अतिरिक्त टिप्स है:

● पत्रपत्रिकाओं या अन्य प्रकाशनों में विज्ञापन देकर धन को वरवाद मत कीजिए.

● हम सभी पॉडक्ट्स का इस्तेमाल तथा बेचने का काम करते ज़रूर हैं, मगर हमें इन कामों में इतना समय नहीं देना चाहिए, कि हमारे पास किसी को प्रायोजित या स्पॉन्सर करने का समय न वचे.

● यदि आप दर्जन भर ग्राहकों को बनाए रखने का उदाहरण स्थापित करते हैं, तव आपकी डाउनलाइन भी ऐसा ही करने के लिए प्रवृत्त हो
जाएगी.

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Monday, May 6, 2019

लीडर्स का नज़रिया

                     लीडर्स का नज़रिया


                        उत्साहित रहिए !

आप को उत्साहित बने रहने के लिए बहुत कुछ मिला हुआ है, आपका उत्साह और प्रतिबद्धता हमेशा आपके बिज़नेस की सीख को कायम रखते हैं।


                    सकारात्मक रहिए !

अपने दिमाग को हर दिन सकारात्मक नज़रिए वाली किताबों और सीडी की खुराक देते रहिए.


                      सम्मिलित रहिए !

सेमिनार, समारोह, प्रशिक्षण शिविर तथा ओपन मिटिंग में उपस्थित रहिए.

                         खुश रहिए !

यह एक मजेदार विज़नेस है, मुस्कुराइए. आनंद उठाइए .
कोई भी एक और बोरीयत भरा काम नहीं चाहता .


                          सफल बनिए !
तरह से सोचिए और बोलिए, जैसे आप अपनी चाही हुई सफलता को पा चुके हों.
सफलता से ही सफलता पैदा होती है.

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Friday, May 3, 2019

लीडर्स की परिक्षणसूची CHECKLIST

       (लीडर्स की परिक्षणसूची CHECKLIST)

लीडर्स की पहचान

■  उनका एक सपना होता है, वो अपनी “क्यों” को जानते हैं .

■ वो सकारात्मक नज़रिया कायम रखते हैं.

■ वो स्वर्णिम नियमों का पालन करते हैं .

■ वो लचीले, लक्ष्यों से जुड़े और सपनों से प्रेरित रहते हैं .

■ वो अपलाइन से संपर्क करके हमेशा अपनी जिज्ञासाओं के लिए राय मांगते हैं 

■ वो अच्छे श्रोता होते हैं.

■ हर माह 14  या उससे ज्यादा बार प्लान दिखाने का उनका संकल्प होता है और वो निरंतर 'जाओ और पाओ वाले होते हैं,

■  पहले दूसरों की मदद करने पर ध्यान देते हैं.

■ सभी सेमिनार और समूह संयोजनों में शामिल होते हैं.

■ किताव, कॅसेट और लीडर्स की सकारात्मक संगत का मूल्य समझते हैं .

■  अपनी अपलाइन के पास प्रेरणा, प्रशिक्षण और सलाह लेने के लिए जाते हैं.

■ वो अपने सारे पॉडक्ट्स एवं उनके इस्तेमाल के प्रति वफादार होते हैं.

■ वो हमेशा प्रॉडक्ट और विजनेस के लिए मददगार चीजें (किताबें, सीडी और साहित्य) अपने पास उपलब्ध रखते हैं.

■ इमानदारी, निष्ठा, परस्पर निर्भरता और एकता जैसे ऊँचे जीवन मूल्यों पर दृढता से कायम रहते हैं 

■ हमेशा 'सफलता के ९ कदम' पर अमल करते हैं और वो ही सिखाते हैं .

■ वो बेहतरीन बढ़ावा देनेवाले (Promoters) होते हैं.

■  कभी भी अपनी डाउनलाइन के पास नकारात्मक बातें नहीं पहुंचाते .

■ हमेशा अपनी अपलाइन और डाउनलाइन की तारीफ करते हैं,

■ वो केवल दोहरायी जा सकनेवाली बातों पर ही दृढ़ता से अमल करते हैं.

■ चाहे जो हो, मगर वो उचित, कानूनी और नैतिक काम ही करते हैं 

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Thursday, May 2, 2019

सफलता के 9 कदम

                     "सफलता के 9 कदम



    यही 9 कदम आपके    'टीम प्लेयर'   होने की निशानी भी हैं:

                    इस विज़नेस में सफलता पाने के पीछे, कुछ कार्य प्रणालियों और मेहनत की आदतों का योगदान होता है. अगर आप इन दिशानिर्देशों का नियमित रूप से पालन करते हैं, तब आप निश्चित रूप से डायमंड स्तर तक पहुंचाने वाली सही राह पर बने रहते हैं .

1)  नियमित रूप से प्लान दिखाना (सप्ताह में कम से कम 2-3 बार)

प्लान दिखाने में एक निरंतरता जरूरी है. सप्ताह में २-३ वार के औसत से प्रॉस्पेक्ट को प्लान दिखाने से आप प्लॅटिनम बनने की राह पर वने रहते हैं. 6-6-7-6-6 योजना का अनुकरण करते हुए गहराई (Depth) में काम कीजिए. अपना कितना समय कहां किस गूप में लगाया जाए और किन चीज़ों पर ध्यान केंद्रित (Focus ) किया जाए, इन बातों को जानने के लिए हमेशा अपनी अपलाइन से सलाह मशविरा करते रहना चाहिए.

2)  अपने ही प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल कीजिए

अपने प्रॉडक्ट का पहले खुद इस्तेमाल करने की बात को ठान लीजिए. जब भी कोई पॉम्पेक्ट या ग्राहक आपके घर में प्रवेश करे, तब उनके ध्यान में यह वात आनी चाहिए, कि आप सिर्फ अपने प्रॉडक्ट्स का ही इस्तेमाल करते हैं. आप खुद ही अपने पहले और सबसे अच्छे गाहक हैं. जब आपके पास अपने ही बेहतरीन प्रॉडक्ट्स हैं, तव दूसरे के विज़नेस से कुछ भी खरीदने का सवाल ही पैदा नहीं होना चाहिए . हर सप्ताह अपनी खरीददारी में निरंतरता (नियमितता) बनाए रखिए और अपने साथ जुड़नेवाले लोगों को भी यही सिखाइए .

3)  10 से 14 ग्राहकों को अपने प्रॉडक्ट्स खरीदने के लिए तैयार
कीजिए

आप उन सभी लोगों को अपने पॉडक्ट्स खरीदने के लिए तैयार करने की कोशिश कीजिए, जिन्होंने प्लान देखने के बाद इस विज़नेस में जुड़ने से इंकार किया है. इस तरह से जब तक आप प्लॅटिनम स्तर तक पहुंचेगे, तब आपके पास से नियमित पॉडक्टस खरीदने वाले लगभग 10से 14 ग्राहकों का समूह होना चाहिए.

4)  नियमित रूप से रोज़ सीडी सुनिए

          जो डिस्ट्रिब्युटर इस विज़नेस में डायमंड स्तर पर पहुंचे सफल व्यक्तियों की राह पर चलना चाहते हैं, उन्हें चाहिए कि वो ऐसे लोगों की सीडी नियमित रूप से रोज़ सुनें और कुछ ही समय में सीडी की लायब्रेरी तैयार कर लें .

5)  प्रतिदिन 14से 20 मिनट किसी किताब को पढ़िए

             जो पढ़ते हैं, वो ही घढ़ते हैं, नेतृत्व क्षमता हासिल करने के लिए पढ़ना एक जरूरी कदम है. जहाँ कॅसेटसीडी सुनने से आपको विज़नेस बढ़ाने का प्रशिक्षण मिलता है, वहीं किताबें आपके अंदर छुपी हुई प्रतिभा को उभारकर उसे मज़बूत बनाती हैं . व्यक्तित्व विकास और सकारात्मक मानसिक सोच (PMA पॉज़िटिव्ह मेंटल एटीट्यूड) से संबंधित उन किताबों का अध्ययन, जो कि आपकी अपलाइन द्वारा सुझायी गयी है, आपके सर्वागिण विकास में सहायक होती हैं. आपकी आत्मछवि (व्यक्तित्व) में विकास के अनुरूप ही, आपके विज़नेस का विकास होगा . सामान्यतः जहाँ भी मौका मिलता है, वहाँ लीडर्स किताबें पढ़ते हैं, सफ़र में, भोजन अवकाश में और खास तौर पर रात को सोने से पहले .

6) नियमित रूप से हर समारोह में जाइए

            आप अगले पांच सालों में कहाँ तक पहुंचेंगे, यह इस बात पर निर्भर है, कि आप किस तरह के लोगों की संगत में रहते हैं और किस तरह की किताबें पढ़ते हैं, 'सोचिए और अमीर बनिए' के लेखक नेपोलियन हिल के अनुसार, “आप अपने माहौल की उपज हैं. इस बिजनेस में सफलता पाने  के लिए सफल लोगों की संगत' में रहना बहुत जरूरी है . आप अगर सफल लीडर्स के पदचिन्हों पर चलना चाहते हैं, तब नियमित रूप से हर समारोह में जाते रहना एक आबश्यक शर्त है. इससे न केवल आपके विज़नेस में, बल्कि आपके जीवन में भी बहुत बड़ा फ़र्क पैदा होगा . वहुत तरह के अनर्ग अलग समारोह आयोजित किए जाते हैं, ओपन मिटिंग, टीम मिटिंग, सेमिनार, रैली और सालाना भव्य समारोह . इस तरह के सभी समारोह एक बड़े  विज़नेस के निर्माण में अहम्भूमिका निभाते हैं.

7)  सीखने और परामर्श के लिए तैयार रहिए

            यह एक अनोखा विज़नेस है, इसी वजह से अक्सर देखा गया है, कि जो लोग इसे अपने तरीके से करते हैं, वो लोग बड़ी सफलता हासिल नहीं कर पाते . वो ही लोग एक सफल विजनेस का निर्माण करते हैं, जो दूसरों की गलतियों से सीखते हैं . बुद्धिमान व्यक्ति हरदम उन व्यक्तियों से सुनते और सीखते हैं, जिन्होंने उस काम में सफलता पायी है, जिसे वो आज करने जा रहे हैं. ऐसा करके वो अनावश्यक नाकामियों और परिणामतः  हताशा से बचते हैं तथा अक्सर सफलता बहुत जल्दी हासिल कर लेते हैं, कई बार तो पहले सफल हुए लोगों (अपनीअपलाइन) से भी कम समय में  जो लोग अपने सफल बिज़नेस का निर्माण करने के लिए गंभीर होते हैं, वो अपने अपलाइन लीडर के साथ नियमित सलाह मशविरा करते रहते हैं और हमे उनके अनवों का फायदा लेते हैं. कुछ भी नया करने से पहले, वो हमेशा अपने अपलाइन लीडर से सलाह लेते हैं.इस बिजनेस के लम्बे इतिहास में अनगिनत योजनाओं पर काम हो चुका है . हमारे दिमाग में पैदा हुई जिस योजना को हम नया समझ रहे हैं, हो सकता है वो नयो न हो, बल्कि उसपर पहले भी किसीने अमल किया हो और अनावश्यक चुनौतियों का सामना किया हो. बेहतर यही है कि हम इस तरह की किसी भी नयी  'आइडिया' पर अमल करने से पहले, अपनी अपलाइन से सलाह लेते रहें और उनके अनुभवों से सबक लेकर, गंभीर गलतियों करने से बचें.

8)  प्रामाणिक और जिम्मेदार बनिए

         इस बिज़नेस में जो लोग लीडर बनते हैं, वो जिम्मेदार लोग होते हैं. वो बिज़नेस के सभी व्यवहार पेशेवर तरीकों से करते हैं. अनुकरण करनेवालों के बिना कोई लीडर नहीं माना जा सकता . जो गैर जिम्मेदार, अव्यवहारिक और बिजनेस में अनीति पूर्वक व्यवहार करता हो, उसका अनुकरण कौन करना चाहेगा ? इस बिज़नेस में सफलता पाने के लक्षण हैं,ईमानदारी, निष्ठा (दूसरों के धन और पति/पत्नी पर बुरी नज़र मत रखिए) हितकारिता, और जो सही है, वो ही करने की चाहत'.

9)  अपलाइन के साथ सलाह मशविरा करते रहिए

            नेटवर्क मार्केटिंग दोहराव बाला बिज़नेस है. इस बिज़नेस की यही खूबसूरती हैं, कि कोई भी व्यक्ति अपनी सफल अपलाइन के विकास आलेख (ग्रोथ चार्ट) अनुसार ही, बिल्कुल उन्हीं की कार्यशैली को दोहराकर, अपनी अपेक्षित सफलता को सुनिश्चित कर सकता है. हो सकता है कि आपको अपनी हर अपलाइन की कार्यशैली सहज न लगे, पर फिर भी यह जरूरी है, कि जिनकी कार्यशैली आपको पसंद हो. ऐसे किसी सफल अपलाइन लीडर से आत्मीयता बनाए रखिए. यह बात भी उतनी ही महत्वपूर्ण है, कि अपनी डाउनलाइन के उभरते हा लीडम  के साथ भी करीबी संबंध और मित्रता बनाए रखनी चाहिए. अन्य विज़नेस या रोज़गार की तरह, इस बिज़नेस में भी उतारचढाव आते रहते हैं. ऐसे में आपके द्वारा अपनी अपलाइन और डाउनलाइन के साथ पोषित किए गए आत्मीयता के संवध ही हैं, जो विपरित परिस्थितियों का सामना करक सफलता पाने में मददगार साबित होते हैं.

             जैसा कि पहले भी बताया जा चुका है, कि यह 'लोकव्यापार' याने कि लोगों का बिज़नेस है . विश्वास, ईमानदारी, और निष्ठा के आधार पर अपनी अपलाइन, डाउनलाइन और क्रॉसलाइन के बीच कायम किए गए, मित्रता और सकारात्मक रिश्तों के संबंध, इस बिज़नेस के लिए एक मज़बूत जोड़ सावित होते हैं.

            जो लोग डायमंड स्तर की सफलता को पा चुके हैं, ये वही लोग हैं, जिनमें पहले से ही यह आत्मविश्वास था, कि वो सफल होकर रहेंगे, चाहे  फिर कितनी भी चुनौतियों का सामना क्यों न करना पड़े. राह में कितने ही अवरोध आते रहें, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता, वो कभी भी प्रयास करना छोड़ नहीं देते . वो अवरोधों को अपनी सफलता की राह में आड़े आने नहीं देते . यह वो बिज़नेस नहीं हैं, जिसमें रातोंरात चोटी पर पहुंचा जा सके, इसमें डिस्ट्रिब्युटर्स का एक मज़बूत नेटवर्क बनाने में समय लगता है. इस बिज़नेस में सफलता की नयी मंज़िलों को हासिल करने के दौरान, यह बहुत महत्वपूर्ण है, कि खुद पर, अपनी अपलाइन, स्पॉन्सर, सिस्टम, कंपनी और उसके प्रॉडक्ट्स पर आपको अटूट विश्वास होना चाहिए. दूर की सोचिए और याद रखिए, कि यह एक दीर्घकालिन बिज़नेस है . जो खुद पर यकीन करते हैं और चुनौतियों का डटकर सामना करते हैं, वो लोग ही निश्चित रूप से डायमंड स्तर पर पहुँचते हैं .

             एक 'टीम प्लेयर' बनकर इन 9 कदमों पर अमल करना, हर उस व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है, जो सफलता पूर्वक इस बिजनेस का निर्माण करना चाहते हैं .

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पाँचवाँ चरण : नए डिस्ट्रिब्युटर की सही शुरूआत

  पाँचवाँ चरण : नए डिस्ट्रिब्युटर की सही शुरूआत
बिजनेस किट खोलना :

एक नए डिस्ट्रिब्युटर के लिए उसके अपने बिज़नेस की किट का खुलना बहुत ही महत्वपूर्ण  होता है. इस काम में कभी भी लापरवाही या जल्दी नहीं की जानी चाहिए. यह काम किसी का फॉर्म भरके सही करवाने से कहीं बढ़कर है. इस आयोजन को उतना ही महत्व दीजिए,जितना कि किसी और पारंपरिक बिज़नेस या शो रूम के शुभारंभ को देते हैं. इस बिज़नेस की लागत छोटी ज़रूर है, मगर विज़नेस नहीं. आखिरकार इस बिज़नेस को सही ढंग से करनेवाले लीडर्स, महानगर के बड़े शो रूम के मालिकों से भी ज्यादा आमदनी कमा रहे हैं और इसी बिज़नेस ने विश्व में कई अरबपतियों को पैदा किया है. मतलब यही है कि उन्हें एक बड़े बिज़नेस की शुरूआत करने का अहसास होना चाहिए, लेकिन साथ ही इस काम को बहुत लम्बा भी नहीं खींचना चाहिए. पहली ही बार में
सवकुछ बताना ज़रूरी नहीं होता, क्योंकि नया डिस्ट्रिब्युटर बहुत सारी जानकारी का बोझ उठाने के लिए इतनी जल्दी तैयार नहीं हो पाता.

1). सहजता से बैठिए:

         अपने नए डिस्ट्रिब्युटर को हो सके उतना सहजता से बैठाइए. किट खोलने के लिए वैठते समय, उनके घर में सुविधाजनक स्थानका चयन कीजिए, सुनिश्चित कर लीजिए, कि पतिपत्नी दोनों और हो सके तो उनका पूरा परिवार, वहाँ उपस्थित रहकर इस आयोजन में शामिल होना चाहिए. इस स्तर पर उनके परिवार के साथ घनिष्टता का आधार तैयार करना महत्वपूर्ण है. उन्हें लगना चाहिए, कि उनकी मदद के लिए आप हमेशा उनके साथ हैं. उन्हें 'टीम' और सिस्टम का महत्व समझाइए . याद रखिए कि अच्छे संबंध इस बिज़नेस का आवश्यक आधार है, जो कि किट खोलने के साथ ही कायम होते हैं.

2). बिज़नेस किट को खोलना :

            आप बिज़नेस किट से सभी प्रॉडक्ट्स निकालकर बाहर रखिए और थोड़ा संक्षिप्त में हर पॉडक्ट के गुण, उपयोग, तरीका और नाम वताइए , उन्हें प्रॉडक्ट की अंतर्राष्ट्रीय गुणवत्ता, अनोखापन, प्रभावकारीता और गाढेपन के कारण मिलनेवाले लाभों को समझाइए. इन सबके लिए  किट में दिए गए 'प्रॉडक्ट डेमो बुकलेट', विज़नेस की जानकारी और नियमों से संबंधित साहित्य को दिखाकर, उनका अध्ययन करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित कीजिए. नया डिस्ट्रिब्युटर इन सभी चीज़ों को एक ही बार में शायद नहीं समझ पाए, इसलिए अपनी बात को आसान तरीकों से समझाइए . आप उन्हें कैटलॉग और मैन्युअल में दी गई जानकारी तथा प्रॉडक्ट की किफायती कीमतों के बारे में जानकारी लेने का तरीका समझाइए .

A)  साथ में अतिरिक्त प्रॉडक्ट की जानकारी देनेवाले 'बॉशर्स' भी साथ में रखिए, इसके लिए अपनी अपलाइन से सलाह ले लीजिए.

B)  अगर समय हो तो जल्दी से एकदो प्रॉडक्ट का प्रदर्शन भी कर के दिखा दीजिए.

C)  उनका अप्लीकेशन फॉर्म भरने में मदद कीजिए

ध्यान रखिए कि फॉर्म को साफसुथरे और पूरी तरह सही ढंग से भरा जाए. इस बात का भी ध्यान रखिए, कि फॉर्म में स्पॉन्सर (आपका),और (यदि ज़रूरी हो तो) फोस्टर स्पॉन्सर या अंतर्राष्ट्रीय स्पॉन्सर, परिचय क्रमांक तथा बँक खाते से संबंधित जानकारी भरते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. उन्हें समझा दीजिए कि वो अपने किसी भी सवाल का जवाब अपनी अपलाइन और विट वर्ल्ड वाइड के कार्या
लय से कभी भी पा सकते हैं .

D)  प्रॉडक्ट की खरीददारी

जहाँ तक हो सके नज़दीकी वितरण केंद्र पर उनके साथ जाकर, उन्हें प्रत्यक्ष दिखाइए कि सामान की खरीददारी और भुगतान कैसे किया जाता है. उन्हें फोन द्वारा सामान मंगवाने का तरीका भी समझाइए. इन सबकी अधिक जानकारी के लिए उन्हें विज़नेस मॅन्युअल पढ़ने का
सुझाव दीजिए.

E) बिज़नेस का प्रबंधन

अपनी डाउनलाइन को इस बिज़नेस से संबंधित हिसाबकिताब रखने का सुझाव दीजिए. होनेवाली आमदनी और खर्च का हिसाव रखनेपर, किसी भी स्तर पर बिज़नेस का सही आकलन किया जा सकता है और होनेवाली गलतियों को सुधारा जा सकता है.

3) सपने बुनना :

आप अपने नए डिस्ट्रिब्युटर से पूछिए, कि वो इस विज़नेस को क्यों करना चाहते है और इससे क्या हासिल करना चाहते हैं ? इसे एकमजेदार और उत्पादक काम की तरह कीजिए. विज़नेस किट खोलने का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य यही है. एक स्पष्ट सपने और लक्ष्य के बिना कुछ
भी पाना संभव नहीं है, उन्हें अपने सपनों को कागज पर लिखने के लिए प्रोत्साहित कीजिए. उनके सपनों के बारे में बातचीत कीजिए और उन्हें  सपनों को साकार करने के लिए, इस मार्केटिंग प्लान पर अमल करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित कीजिए. उनके सपनों को अपने पास भी लिखकर रखिए, ताकि उन सपनों पर ध्यान केंद्रित करने में आप उनकी सहायता कर सकें .

4). लक्ष्य निर्धारण

              उन्हें अल्पावधि, मध्यावधि और दीर्घावधि लक्ष्य (छोटी, मध्यम और लम्बी अवधि के लक्ष्य) निधारित करने में मदद कीजिए. उन्हें बताइए कि शुरूआत के दिनों में, लोगों को ग्यान्सर करने में, आप उनकी किस तरह से मदद करने वाले हैं. उदाहरणार्थ आप उनके लिए 6 लोगों को स्पॉन्सर करेंगे और फिर उनमें से सबसे अच्छे 'लेग' में, नीचे काम करते हुए उनका विजनेस बढ़ाने में मदद करेंगे. याद रखिए कि लक्ष्य को लेकर हड़बड़ाहट नहीं करनी है, इसे सहज और सरल बनाए रखिए, ताकि वो परेशान न हो जाएँ.

5). नामों की सूची तैयार करना

           नामों की सूची बनाने में उनकी मदद कीजिए तथा काविल लोगों का नाम सूची में सबसे ऊपर रखिए. ये वो लोग होंगे जिन्हें सबसे पहले
प्लान दिखाया जाएगा. अपनी अपलाइन से सलाह लीजिए, कि किस आधार पर आपको काविल लोगों का चुनाव करना है .

6) . सिस्टम के बारे में समझाइए

विट वल्र्ड वाइड द्वारा उपलब्ध किताबें, सीडी, समारोह और कार्यशैली, किसी भी मार्केटिंग विज़नेस में सफलता हेतु, हर व्यक्ति के लिए अत्यंत आवश्यक आधार है. यह बहुत ही जरूरी है, कि आप उन्हें विट वल्र्ड वाइड सिस्टम और उसके साहित्य (Tools) के महत्व और इस्तेमाल की सही जानकारी को समझाकर बताएँ . निकट भविष्य में होनेवाले सेमिनार, रैली और समारोह की तारीखें वाकायदा उनकी विजनेस डायरी में लिखवाकर सुनिश्चित कर लीजिए, ताकि वो उनमें शामिल हो सकें. उन्हें बताइए कि वो लाइन ऑफ स्पॉन्सरशीप में किस जगह पर हैं. उन्हें महसूस होना चाहिए, कि वो इस टीम में एक विशेष महत्व रखते हैं और आपकी टीम के वाकी लोग उनसे मिलने के लिए, अव और ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते .

7). आखिरी बातें

         उन्हें समझाइए कि सफलता एक लम्वी प्रक्रिया से ही हासिल की जा सकती हैं, रोम हर एक दिन में नहीं बन गया था. उनसे कहिए कि वो आपके ऊपर अपना विश्वास बनाए रखें और साथ में डटे रहें. उन्हें महसूस होना चाहिए, कि आप कभी भी कोई ऐसा काम नहीं कर सकते, जिनसे उन्हें कोई हानि हो, बल्कि आप तो हर तरह से उनकी मदद ही करनेवाले हैं. स्पष्ट शब्दों में उन्हें बता दीजिए, कि गलतियां हर इंसान से हो जाता है और हरेक के हिस्से में बिज़नेस के उतार-चढ़ाव तो आते ही रहते हैं, अगर हम इस विजनेस में लगातार प्रयास करते रहते हैं, इसे छोड़ नहीं देते, तव हम निश्चित ही अपने लक्ष्यों को पाकर रहते हैं. उन्हें पता होना चाहिए, कि जहां भी उन्हें ज़रूरत होगी, वहाँ आप मौजूद होंगे और उनकी मदद के लिए आप हर समय उपलब्ध हैं. उन्हें प्रोत्साहित कीजिए, कि वो अपने सपनों को जिंदा रखें, आत्मविश्वास को बनाए रखें, अटल रहें और किसी को भी अपने सपनों को चुराने की अनुमति न दें.

8). अगली मिटिंग तय कर लीजिए

       नए डिस्ट्रिव्युटर के साथ तुरंत अगली मिटिंग का कार्यक्रम तय कर लीजिए, ताकि वो अपनी सूची के लोगों से संपर्क करके आमंत्रित करना
प्रारंभ कर मके.

9). समापन कीजिए

        इस दौरान उनके घर पर आवश्यकता से बहुत अधिक समय मत विताइए . पुराने नियम का पालन कीजिए, याने वो आपके जाने की चाहत करें, उससे 5 मिनट पहले ही आपने उनके घर से विदा हो जाना चाहिए .

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Wednesday, May 1, 2019

फोलो अप मिटिंग के कुछ सकारात्मक उद्देश्य:

फोलो अप मिटिंग के कुछ सकारात्मक उद्देश्य:


● नकारात्मक बातों से बचाव और सकारात्मक जानकारी देना.

●  बिज़नेस शुरू करने में प्रॉस्पेक्ट की मदद करना .

● उन्हें अधिक जानकारी देना.

●  उन्हें बताना कि आगे क्या करना है.

● उन्हें एक बार फिर से प्लान दिखाना .

● उनकी आपत्तियों या शंकाओं का समाधान करना .

● अगली मिटिंग के लिए आमंत्रित करना .

● उनकी विज़नेस किट को खोलना .

नीचे दिए गए क्रम में प्राथमिकता अनुसार आप अपने प्रॉस्पेक्ट को बदल सकते हैं .

1) . वितरक (डिस्ट्रिब्युटर)

            आपका सबसे पहला लक्ष्य होना चाहिए, अपने पॉस्पेक्ट को डिस्ट्रिब्युटर में बदलने का . इस बिज़नेस से सही तरह परिचित होने के लिए, उन्हें 'ऑटोमेटिक पॉडक्ट रिप्लेनिशमेंट सर्व्हिस पोग्राम' (म्वचलित उत्पाद भरपाई सेवा कार्यक्रम ) उपलब्ध करवाइए .

2) . ग्राहक (कस्टमर)

           दूसरी बात, अगर आपके प्रॉस्पेक्ट डिस्ट्रिब्युटर होने से इन्कार करते हैं, तब उन्हें अपने पांडक्टम के लिए गाहक (कस्टमर) वनाइए, उन्हें  ऑटोमेटिक पॉडक्ट रिप्लेनिशमेंट सव्हिस प्रोग्राम के लिए अनुबंधित कीजिए, जब उन्हें लगा कि आपने सफलता अर्जित कर ली है, तो वो भी  डिस्ट्रिव्युटर होने के लिए तैयार हो जाएंगे, इसकी संभावना है.

3) . हवाला देने योग्य माध्यम

            तीसरी बात, अगर आपका पांरपेक्ट न तो डिस्ट्रिब्युटर बनने के लिए तैयार है और न ही ग्राहक, तब उसके हवाले का इम्तेमाल करके नए लोगों में पॉपेक्टिंग की जा सकती है. इसके लिए उनसे उनके ऐसे परिचितों के नाम देने के लिए कहिए, जिनको इस विजनेस की जरूरत हो सकती है. अगर आपको नाम मिल जाएँ, तव आप इन नए लोगों से अपने प्रॉम्पेक्ट का हवाला देकर संपर्क कर सकते है. इस तरह आपकी सूची से कम हुआ हर व्यक्ति, आपकी सूची को बढ़ाने का माध्यम हो सकता है .

पॉच सुत्रीय फोलो अप :

         एक अच्छे प्रॉस्पेक्ट से कुछ देर की शुरूआती बातचीत के वाद तथा उनके हर सवाल, शंका और उलझन को दूर करने के बाद, आपके लिए निम्नलिखित मुद्दों पर बात करना आवश्यक हो जाता है:

1). सपनों का निर्माण

         “क्या आपने सोचा है, कि जो अतिरिक्त आमदनी आप कमा सकते हैं, उसे किस तरह से खर्च करेंगे?" अगर उन्हें जवाब देने में कठिनाई होती है, तो आप कुछ प्रश्न पूछकर उनकी मदद कर सकते हैं. जैसे, “क्या आप अपने कर्जा से मुक्ति पाना चाहते हैं? क्या आप चाहते हैं, कि आपकी पत्नी नौकरी न करे और वो अपना समय बच्चों के साथ विताए? क्या आप एक बढ़िया घर खरीदना चाहते हैं? इत्यादि . उनकी जरूरतों का अहसास दिलाकर, उन्हें पैसा खर्च करने के लिए प्रोत्साहित कीजिए, कम से कम इस समय उनके दिमाग में यह बात घर जरूर करनी चाहिए .

2) अपने सपने साकार करने के लिए उन्हें इन 4 ज़रूरी बातों पर अमल करने के लिए कहिए :

१). सुनने, समझने और सीखने की इच्छा

२). काम करने की इच्छा

३). सही संगत में रहने की इच्छा

४). खरीददारी की आदतो को बदलने और कुछ गाहकों का निर्माण करने की इच्छा

3) . उनके नामों की प्राथमिक सूची बनाने में मदद कीजिए:

          आप उनके कुछ करीबी दोस्तों के नाम पूछकर उनकी सूची बनाने में मदद कीजिए, बशर्ते कि उन्होंने आपके फोना अप में दिए गए माहित्य को देखकर नामों की सूची बनाना पहले से ही शुरू न कर दिया हो. अगर वो किसी कारण से हिचकिचा रहे हों, तव उनकी शंकाओं का निवारण कीजिए. अगर आपको इसमें सफलता नहीं मिले, तव भी उनपर दबाव मत डालिए. कुछ लोग मूची बनाने की बात तक आने में थोड़ा वक्त लगाते हैं. ऐसी स्थिति आने पर आप उनका ध्यान अन्य वातों की ओर मोड़ दीजिए, जैसे उन्हें प्रॉडक्ट व्हिडियो दिखाइए, उनमें अगली मुलाकात तय कीजिए, उनके सवालों का जवाब दीजिए और उन्हें आवश्यक हर तरह की मदद दीजिए.

4) . उनके साथ कुछ मिटिंग की योजना बनाइए:

            अगर आप उनके लिए होम मिटिंग करने जा रहे हैं, तव अपनी कुछ तारीखें उनके लिए आरक्षित कर लीजिए और इन तारीखों का अपना विजनेस डायरी में लिख लीजिए. साथ ही अपनी अपलाइन मे सलाह लेकर उन्हें 'संपर्क और निमंत्रण' म संबंधित आडियो सुनने के लिए दे दीजिए आप उन्हें 'वन ऑनबन' या ओपन मिटिंग में वलाकर उनकी धरूआत मही तराक म करने में मदद कर सकते हैं. आप उनके साथ कछ और मुलाकाते भी तय करके अपनी डायरी में लिख सकते हैं.

5) . उनके साथ कुछ मिटिंग तय करके, उसके लिए लोगों को आमंत्रित कीजिए:

         अगर आपके पास समय हैं, तो आप फोन के माध्यम से उनके कठ लोगों को अगली मिटिंग के लिए आमंत्रित कर लीजिए. वेहता आप उनके लिए कुछ ओव्हरहिव' या 'वन-ऑन-वन' मिटिंग तय कर लीजिए और उनके सामने ही लोगों को फोन पर आमन्त्रण दीजिए. ऐसे में आपका प्रॉस्पेक्ट खुद फोन करके अपने लोगों को बुलाए या यह काम आप उनके लिए करें, इससे फर्क नहीं पड़ता . अगर वो स्वयं फोन करते हैं, तब आप उन्हें कुछ समय तक यह सब अपनी निगरानी में करने दीजिए, जिससे आप उन्हें इस संबंध में जरूरी सलाह दे सकेंगे. आपके लिए यह महत्वपूर्ण है, कि संभावित नकारात्मक अनुभवों तथा शरूआती असफलताओं से, अपने नए डिस्ट्रिब्युटर का वचाव कीजिए.

         अगर तव आपके पास इतना समय नहीं हो, तब आप उनके साथ अगली 'फोन टीम मिटिंग निश्चित कर लीजिए, जब आप उनके लिए इसी तरह से लोगों को आमंत्रित करेंगे. अगर आपका प्रॉस्पेक्ट खुद ही लोगों से संपर्क करके उन्हें आमंत्रण देना चाहता है, तब आप उन्हें 'संपर्क और आमंत्रण' से संबंधित अध्याय इस किताव से पढ़ने के लिए दीजिए और सीडी भी दीजिए. इससे उन्हें इस काम में मदद भी मिलेगी और सीखने को भी मिलेगा. उन्हें आश्वासन दीजिए कि आप हर कदम पर उनके साथ हैं और यदि उन्हें किसी काम में कोई मुश्किल पेश आए, तो वो फोन करके कभी भी आपकी मदद ले सकते हैं.

कुछ विशेष सुझाव:

●  उन्हें अगली मिटिंग, ओपन मिटिंग, सेमिनार, फोन टीम इत्यादि में आमंत्रित कीजिए.

●  अगर आपका पॉस्पेक्ट तैयार है, तो उन्हें तुरंत विज़नेस शुरू करने में मदद कीजिए.

● अपनी अपलाइन द्वारा सुझाए गए रैली, सकारात्मक और प्रेरणादायी टेप्स उन्हें सुनने के लिए उधार दीजिए.

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