Monday, April 29, 2019

प्लान दिखाने के बाद फोलो अप कैसे किया जाए?

प्लान दिखाने के बाद फोलो अप कैसे किया जाए?


●  प्लान दिखाने के दौरान वक्ता सलाह देते हैं, कि उपस्थित मेहमानों ने आगे क्या करना चाहिए. इस तरह से भी सुझाव दिया जाता है, कि सभी मेहमान आमंत्रित करने वाले अपने मेजवान डिस्ट्रिव्युटर से जल्दी ही मिलें और आवश्यक हो तो अधिक जानकारी प्राप्त करें . इस तरह से हर  IBO द्वारा फ़ोलो अप किया जाता है

● प्लान पूरा होने के बाद अपने मेहमानों से कुछ सवाल पूछने ज़रूरी होते हैं.

उदाहरणार्थ:

★ वढ़िया है ना?

★ गज जी, जो पैसे आप कमाएँगे. उसे कहां ख़र्च करना चाहेंगे ?

★ इसमें आपको सबसे अच्छी और उत्साहित करनेवाली बात कौनसी लगी ?

★  प्लान तो कमाल का है, है ना?

★  क्या आपको हर बात समझ में आ गयी है ? वैसे तो इस प्लान को देखने के बाद कोई सवाल बाकी नहीं रहता . फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल वाकी हो, तो मैं उसका जवाब देने के लिए तैयार हूँ.

यह आपके लिए मददगार और बेहतर होगा कि आप अपने प्रॉस्पेक्ट को वक्ता या अपनी अपलाइन से मिलवाने ले जाइए और उन्हीं को बताने दीजिए, कि प्रॉस्पेक्ट को आगे क्या करना चाहिए .

●  हमेशा स्पीकर से मिलवाने के बाद और विदा करने से पहले, अपने मेहमान प्रॉस्पेक्ट्स के साथ फोलो अप के लिए अगली मुलाकात जरूर निश्चित कर लीजिए . मुलाकात निश्चित हो जाने के बाद उन्हें 'फोलो अप पॅक' ज़रूर दीजिए. उनको सुझाब दीजिए, कि अगली निश्चित मुलाकात के पहले, इस फोलो अप साहित्य का अध्ययन, हमारी आगे की बातचीत के लिए बहुत मददगार साबित होगा. आप उन्हें अभी से ही नामों की एक प्राथमिक सूची बनाने की सलाह भी दे सकते हैं. आप उनसे यह भी कह दीजिए, कि अगली मुलाकात के समय उन्हें यह फोलो अप पॅक आपको वापस लौटाना है.

●  मुलाकात का समय सुनिश्चित कर लीजिए. उन्हें पता होना चाहिए, कि आपका समय कितना कीमती है . उन्हें फिर से जता दीजिए, कि आप केवल भरोसेमंद व्यक्तियों के साथ ही काम करके उनकी सहायता करना चाहते हैं. उन्हें यह भी कह दीजिए, कि निर्धारित समय पर अगर वो किसी भी अनपेक्षित घटना के कारण मिल नहीं सकते, तब उन्होंने फोन द्वारा आपको पहले ही सूचित कर देना चाहिए, ताकि आप अपने उस समय का बेहतर उपयोग कर सकें .

●  अगर आपका कोई भी प्रॉस्पेक्ट यह कहते हुए मुलाकात के लिए मना कर देता है, कि मुझे इस विज़नेस में दिलचस्पी नहीं जानने की कोशिश कीजिए. उनसे बात करते समय या उनकी शंकाओं का जबाव देते समय आपको हमेशा सकारात्मक ही बने रहना चाहिए. इस बात की भी जाँच  कर लीजिए, कि इस स्थिति में वक्ता से कोई मदद मिल सकती है. इस स्थिति में "फील, फेल्ट, फाऊंडके सिद्धांत को अपनाइए, याने में आपकी भावना को समझता है. क्योंकि शुरूआत में मुझे भी ऐसा ही लगा था. लेकिन बाद में मने पाया कि ऐसा बिल्कुल नहीं है..." अगर फिर भी आपको लगता है, कि वो दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं, तव अपने हावभाव को ऊँचा बनाए रखिए, मगर भविष्य में उनके लिए इस विज़नेस में आने के दरवाज़ों को हमेशा खुला रखिए . तव आप उनसे ऐसे लोगों के नाम बताने के लिए भी कह सकते हैं, जिन्ह इस विजनेस में दिलचस्पी हो सकती है. (उदाहरण 4 कोई बात नहीं . आज आप विज़नेस नहीं करना चाहते, मगर आपक कुछ एसे दात हा सकते हैं, जिन्हें इस विज़नेस की ज़रूरत हो सकती है, क्या आप मुझे कुछ ऐसे नाम दे सकते हैं ?") जव भी ऐसी स्थिति आए, तव उन्हें अपने प्रॉडक्ट्स इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित कीजिए, ग्राहक वनाइए. अधिकतर लोग जब विज़नेस के लिए मना कर देते हैं, तव बो किसी और कम लागत वाली बात के लिए मना नहीं करते . ऐसी बात करने से आपको एक अवसर मिलता है, जिसके कारण आप उनसे अपना रिश्ता तव तक कायम रख सकते हैं, जब तक वो इस विज़नेस में जुड़ने का निर्णय नहीं ले लेते .

फोलो अप मिटिंग के लिए विकल्प

★    प्रॉस्पेक्ट के घर पर एक व्यक्तिगत मुलाकात .

★    आपके घर पर एक व्यक्तिगत मुलाकात .

★     एक अन्य होम मिटिंग

★      टीम मिटिंग

★      सेमिनार और रैली

★      पॉडक्ट और सिस्टम की प्रशिक्षण मिटिंग

             "जब आप फोलो अप के लिए जितना जल्दी हो सके मुलाकात तय करने जाते हैं, प्रॉस्पेक्ट के घर में या आपके घर में, तब अगर संयोग से उसी सप्ताह में कोई अन्य समारोह आयोजित हो, तब आप उसमें भी उन्हें आमंत्रित कर सकते हैं, जैसे कि ओपन मिटिंग (जहाँ उन्हें प्लान को दूसरी बार समझने का मौका मिलेगा), टीम मिटिंग (जहाँ वो आपकी टीम से मिल पाएँगे), किसी सेमिनार या रैली आदि में . चाहे जो हो मगर उनके साथ अपनी व्यक्तिगत मुलाकात को भी आपने तय करना चाहिए. अगर आप किसी भी कारण से उनके साथ प्रत्यक्ष मुलाकात नहीं कर पा रहे हों, तब भी उनके साथ फोन पर संपर्क बनाए रखिए.

फोलो अप मिटिंग के लिए कुछ ज़रूरी सुझाव :

●  आपके अपलाइन लीडर भी फोलो अप मिटिंग में आपके साथ चल सकते हैं और अगर संभव हो तो माथ में अपने विशेष (वात माननेवाले
प्रॉस्पेक्ट को भी ले जाइए. 

● आप उनसे ऐसे सवाल पूछिए, जिनका जवाव सकारात्मक ही होता है, “क्या आपने सोचा है, कि इस विज़नेस से आनेवाली अतिरिक्त आमदनी को आप कहाँ खर्च करेंगे ?” “कुछ ऐसे लोगों के नाम आपके दिमाग में जरूर आए होंगे, जो इस विज़नेस में बहुत सफल हो सकते हैं, है ना?”

● यह कभी मत पूछिए, “क्या आप शामिल हो रहे हैं?” अथवा “क्या आपने अभी तक निर्णय ले लिया है ?” 

● अगर फोलो अप के दौरान लोग शंकाएँ उपस्थित करते हैं, तब आप “फील, फेल्ट, फाऊंड” का उपयोग करके उनकी शंकाओं का समाधान कीजिए. अगर लोग अपनी शंकाओं को प्रकट करते हैं, तब आप उन्हें बता सकते हैं, “हमारे पास इसके समाधान के लिए एक प्रोग्राम है." या “क्या बस यही एक रूकावट है, जो आपको विजनेस में आने से रोक रही है ?" किसी से भी बहस मत कीजिए (इसके लिए डेल कार्नेगी की किताब लोकव्यवहार को अवश्य पढ़िए).

● अपनी टीम में जडे नए डिस्ट्रिब्युटर्स के लिए शुरूआत में कुछ समय तक, उनके लिए फोलो अप का काम, आपने खुद करना चाहिए. मगर इस बात का ध्यान रखिए. कि इस दौरान वो भी आपके साथ रहकर, आपको फोलो अप करते देखें और सीखें, ताकि कछ दिनों बाद वो वह इस काम को कुशलतापूर्वक करना शुरू कर दें.

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चौथा आधारभूत कार्य : फोलो अप या फोलो थ्रू

चौथा आधारभूत कार्य :  फोलो अप या फोलो थ्रू
        सभी चरणों की तुलना में फोलो अप और फोलो थू की प्रक्रिया सबसे महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि एक सफल और अच्छी आमदनी देने वाले इस बिज़नेस की शुरूआत करने का निर्णय अधिकतर प्रॉस्पेक्ट्स के द्वारा फोलो अप के बाद ही लिया जाता है . साधारणतः नए प्रॉस्पेक्ट द्वारा बिज़नेस में शामिल होने के बाद ही फोलो अप पूरा होता है. जब उन्होंने मार्केटिंग प्लान देख लिया  है, तब हमारा अगला कदम क्या होना चाहिए ? प्रॉस्पेक्ट की दिलचस्पी, उनकी व्यस्तता और अन्य चीज़ों पर यह निर्भर करता है. हमारा उददेश्य होना चाहिए, कि जिस व्यक्ति या दंपत्ति को मार्केटिंग प्लान दिखाया गया है, फोलो अप के लिए उनसे संभवतः जल्दी ही मिलें (48 घंटों के भीतर ही मिलना बेहतर है). तब तक बिज़नेस प्लान और उसके आँकड़े, उनके दिमाग में एकदम ताज़ा होते। हैं. इससे पहले कि अन्य लोगों से मिलकर, इस बिज़नेस के बारे में उन्हें नकारात्मक बातें सुनने का मौका मिले, हमें उनसे मिलकर उन तक सकारात्मक जानकारी पहुँचानी चाहिए. फोलो अप की प्रक्रिया कम समय में, एक-दो दिनों में ही पूरी होनी चाहिए, मगर कभीकभी यह कुछ दिन से लेकर कुछ सप्ताह तक भी चल सकती है। कई बार ऐसा होता है, कि आपको अपने परिपेक्ट के साथ कई महिनों या एकाध वर्ष तक फोलो यू करना पड़ सकता है. तब आपको उनसे घनिष्ठता वढ़ाकर, मित्रता करके और उनके सपनों को उभारकर, उन्हें नई जानकारियां देते रहना चाहिए. यह प्रक्रिया तव लक चलती है, जब तक सही वक्त न आ जाए या परिस्थितियां बदल जाएँ, ताकि वो विज़नेस में जुड़ने का निर्णय ले सकें .

फोलो अप के लिए कुछ सामान्य सुझाव :

● फोलो अप . प्लान ख़त्म होने के तुरंत बाद, अपने प्रॉस्पेक्ट से फोलो अप के लिए मुलाकात का समय निश्चित कीजिए. बेहतर होगा कि अगले 48 घंटों के भीतर ही फोलो अप को पूरा कर लीजिए.

● अपलाइन की मदद. फोलो अप का काम आप खुद भी कर सकते हैं या अपने स्पॉन्सर की या उस व्यक्ति की मदद भी ले सकते हैं, जिसने प्लान दिखाया है.

● दोस्ती कायम कीजिए. लोगों में सच्ची दिलचस्पी लेकर आप उनके साथ रिश्ता कायम कर सकते हैं, रिश्ता जितना गहरा होगा, उतना ही विश्वास और सम्मान आप जीत पाएंगे और उतना ही ज्यादा लोग आपकी बातें सुनने के लिए, आपकी बतायी राह पर चलने के लिए राजी होंगे.

● सपने जगाइए , याद रखिए कि इस बिज़नेस को करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात है, लोगों के सपने . सपनों से ही उत्साह बढ़ता है और काम करने की इच्छा बलवती होती है. इसलिए उनके सपनों को समझने का, उन्हें जगाने का प्रयास कीजिए

● जानकारी दीजिए. बिना किसी ठोस जानकारी के, केवल हवा में कोई भी समझदारी भरा निर्णय नहीं ले सकता . बिजनेस की जानकारी होने से आपसी समझ बढ़ती हैं. आपसी समझ लोगों को तब ज्यादा आकर्षित करती है, जब वो इस विश्वास के साथ जड़ी हो, कि सपनों को हासिल किया जा सकता है.

फोलो अप के दौरान अक्सर सुनी जानेवाली संभावित आशंकाओं के लिए कुछ सटीक जवाव :

              सवालों का स्वागत कीजिए, क्योंकि वो उनकी दिलचस्पी की ओर इशारा करते हैं. लोगों की शंकाओं का सम्मान कीजिए. उनकी शंकाओं को खुले दिल से स्वीकार कीजिए और उनकी शंकाओं को ही उनके बिजनेस करने की वजह' में बदल दीजिए. लोगों के सवालों के जवाब देने के लिए "फील, फेल्ट, फाऊंड' के सिद्धांत को अपनाइए.

आपत्तियों के जवाब :

1) " मेरे पास समय नहीं है.”

                दरअसल इसी वजह को ध्यान में रखकर हमने आपसे इस बिज़नेस की बात की थी ..., क्योंकि इस बिज़नेस को सफलता पूर्वक अपेक्षातः कम समय लगाकर किया जा सकता है. समय के बहुगुणित होने के कारण यह बिज़नेस उन लोगों के लिए तो बहुत ही अच्छा है, जिनके पास काम करने के लिए कम समय होता है. इस बिज़नेस में बहुत से ऐसे लोगों ने सफलता हासिल की है, जिन्होंने अपने सीमित समय को इस बिज़नेस में बुध्दिमानी से लगाया था . वास्तव में देखा जाए, तो महत्वाकांक्षी लोगों के लिए लम्बे समय में, अधिक धन और समय कमाने का एक सुनहरा अवसर इस बिज़नेस में छुपा हुआ है.

2) "में तो ज्यादा लोगों को नहीं जानता."

                मान लिजिए कि एक व्यक्ति का नाम लिखने के लिए आपको 100 रूपए दिए जाएँ, तब आप कितने लोगों के नाम गिना सकते हैं ? ज्यादा लोगों को जानना इस बिजनेस के लिए बहुत अच्छा है . मगर इस बिज़नेस की विशेषता यही है, कि इसमें अगर आप ज्यादा लोगों को नहीं भी जानते, तब भी आप एक बड़ी सफलता हासिल कर सकते हैं. इसके लिए आपको इतना ही करना है, ऐसे कुछ लोगों की तलाश कीजिए, जिनकी पहचान ज्यादा लोगों के साथ है.

3) "भन तो सेल्समैन हूँ और न मैं वैसा काम कर सकता हूँ.”

            “फील, फेल्ट, फाऊंड' का उपयोग कीजिए. में आपकी बात को समझ सकता हैं. शुरूआत में मुझे भी ऐसा ही लगा था. लेकिन बाद में मैंने पाया, कि सौभाग्य से मेरी अपलाइन टीम इसके लिए मदद हेत आगे आती है, मुझे तो सेल्समैन की तरह काम करने की कभी ज़रूरत ही नहीं पड़ी . हम विशेष तौर पर किसी सेल्समेन की तलाश नहीं करते . सभी तरह के लोग और व्यवसायी इस बिज़नेस में सफलता हासिल कर चुके हैं.

4) " में अपने परिवार का समय इसमें नहीं लगा सकता."

                आपने बहुत अच्छी बात कही . देखिए यह एक पारिवारिक विजनेस है. इस बिज़नेस को हम अपने परिवार के साथ मिलकर ही कर सकते हैं, इसलिए हमारे परिवार में आत्मीयता और बढ़ जाती है. अपने बच्चों के भविष्य की चिंता और परिवार के साथ अधिक समय बिताने की चाहत ही. इस विज़नेस को करने की सवसे बड़ी वजह बन सकती है.

5) " मेरे पास पैसे नहीं हैं.”

               इस विज़नेस को केवल नाममात्र धन के निवेश से ही शुरू करने किया जा सकता है. यदि आपके पास निवेश के लिए धन की कमी है, तब तो यह विज़नेस आपके लिए सबसे बेहतरीन विकल्प है. आपकी यही कमी, इस बिज़नेस को हर हालत में करने के लिए, आपकी सबसे बड़ी वजह बन सकती है.

6)  “यह तो संतृप्त (सतुरातए) होने जा रहा है. (याने कुछ ही समय बाद सभी लोग इसमें जुड़ चुके होंगे.)

         हर दिन जितने लोग एम्वे विज़नेस शुरू करते हैं, उससे कई गुना ज्यादा लोग 18 वर्ष की आयु में प्रवेश करते हैं. इस हिसाब से चाहे कितनी भी तेजी से हमारा विजनेस नेटवर्क बढ़ता रहे, वो बढ़ती आबादी की रफ्तार से पार नहीं पा सकता . इसलिए विज़नेस के संतृप्त होने की कोई संभावना ही नहीं. वैसे आप अपने करीबी दोस्तों को हंसकर यह जवाब भी दे सकते हैं, "एक बात तो निश्चित है यार, कि जब तक तुम बिज़नेस से जुड़ नहीं जाते, कम से कम तव तक इसके संतृप्त होने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता .”

7).“यह मेरे लिए नहीं है.” या “यह चाय की प्याली मेरे लिए नहीं है."

            मैं  आपकी बात का मतलब समझ नहीं पाया . आखिर कौनसी बात आपके लिए नहीं है, धन कमाना या औरो की मदद करना ?

■         याद रखिए कि लोगों की शुरूआती आपत्तियाँ, एहतराज़ या विरोध, उनकी अधिक जानकारी न लेने की या बिज़नेस न करने की, असली वजह  नहीं होते . साधारणतः लोगों का असली एहतराज़ उनकी अपनी हैसियत या अपने डर की वजह से होता है. कुछ लोग अपनी कमज़ोर आत्मछवि के शिकार होते हैं या उनमें आत्मविश्वास की कमी होती है. वास्तव में लोग केवल दो ही सवालों के जवाब पाना चाहते हैं, पहला,  “क्या यह बिज़नेस वास्तव में चलता है ?” और दूसरा, “क्या मैं भी इसमें सफल हो सकता हूँ ?” मगर लोग यह दोनों वास्तविक सवालों को कभी सीधे नहीं पूछते . हम कभी भी अवास्तविक सवालों के जवाब देकर, उन्हें उनके वास्तविक डर से मुक्त नहीं कर सकते . इसलिए हमें इन वास्तविक सवालों के जवाब ही देने चाहिए.

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प्लान दिखाने की रूपरेखा:

प्लान दिखाने की रूपरेखा:


1)    सहज वातावरण बनाइए

■ उन्हें वताइए, कि आप इस बिज़नेस से कैसे जुड़े

■  उन्हें इस मिटिंग का उद्देश्य बताइए

■  नेटवर्क मार्केटिंग के वार में बताइए

2)  सपनों का ज़िक्र कीजिए

  अपना घर      कार          बच्चों की शिक्षण व्यवस्था

          परिवार के लिए समय                कर्ज मुक्ति

          नौकरी से छुटकारा                    वल्र्ड टूर

             समाज सेवा के लिए दान।           मानसिक शांति .. इत्यादि .

3.           2-5  वर्षीय योजना
प्रॉस्पेक्ट को सहज वातावरण देने के बाद यह ज़रूरी है, कि आप उनसे इस विज़नेस के बारे में बातचीत शुरू करें 


पहला चरण                    शिक्क्ष
                                      प्लॅटिनम या रूबि के स्तर पर कैसे पहुंचा जा सकता है?



दूसरा चरण                   दोहराव
                                   डायमंड के स्तर पर कैसे पहुंचा                                     जा सकता है ?


इस विषय में बात करें:     40  वर्षीय पेंशन प्लान के बारे                                         में समझाइए



आश्वासन:    सफलता के लिए किसी प्रकार का निश्चित आश्वासन संभव नहीं है, क्योंकि किए गए प्रयास, मेहनत और लगाए गए समय पर सफलता निर्भर है, जो कि हर व्यक्ति के लिए अलगअलग हो सकते हैं.


4)   पैसा कहाँ से आता है ?

नेटवर्क मार्केटिंग बनाम परंपरागत विज़नेस के बारे में समझाइए


5)  पैसा कैसे कमाए ?

★ एमवे सेल्स एण्ड मार्केटिंग प्लान

★ इसे बताने में ज्यादा समय ना लें

★ कमाई के पहले तीन नियम समझाइए

★ चार स्टेप्स की मदद से सपने बुनिए

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ओपन मिटिंग

4).ओपन मिटिंग

              ओपेन मिटिंग में प्रॉस्पेक्ट के एक बड़े समूह को एक साथ, एक बड़े हॉल में आमंत्रित करके, व्यावसायिक तरीके से सेल्स आर मोकाटग प्लान दखाया जाता है, यह सामान्यतः किसो होटल या वई सभागृह में, किसी निचिन साप्ताहिक दिन, आयोजित की जाती है। इस पनि। इसलिए भी कहते हैं, क्योंकि इसमें विट संगठन में शामिल सभी समूहों के डिस्ट्रिब्युटर्स, खुले मन से भाग ले सकते हैं. साधारणतः इस आपन मिटिंग मकवल लटिनम या उनके ऊपर के स्तर पर पहुंचे सफल लीडर्स द्वारा ही प्लान दिखाया जाता है. इस 'ओपन मिटिंग में आप अपने नए पापक्ट का पहली बार प्लान दिलाने के लिए भी आमंत्रित कर सकते हैं, जिन्होंने होम मिटिंग, वनऑनवन मिटिंग या इस बिज़नेस का ओव्हरव्हिव देखा हो, उनके लिए दूसरा वार प्लान दिखाने के रूप में या फोलोअप के रूप में भी. 'ओपन मिटिंग' का उपयोग किया जा सकता है 

ओपन मिटिंग में लोगों को आमंत्रित करने के कुछ नुस्खे नीचे दिए गए हैं 

अ. ओपन मिटिंग के पहले :

★ इस मिटिंग के लिए अपनी अपॉइंटमेंट को पक्का कर लीजिए. अगर आपके प्रॉस्पेक्ट आमंत्रण के जवाब में कहते हैं, 'शायद ...'या में आने की कोशिश करूंगा ...'तो सामान्य तौर पर इसका मतलब होता है, कि वो 'नहीं' कहना चाहते हैं और वो नहीं आ पाएँगे .

★ आपको अपने प्रॉस्पेक्ट से पक्का वादा लेना होगा, कि वो वहाँ आएंगे और समय पर आएंगे.

★ विवाहित जोड़ा हो, तो पतिपत्नी दोनों को एक साथ मिटिंग में आने का आमंत्रण दीजिए.

★ ओपन मिटिंग के लिए बहुत दिन पहले से ही आमंत्रण देकर मत रखिए. यदि आप ऐसा कर भी लेते हैं, तव अपने प्रॉस्पेक्ट को मिटिंग के एक दिन पहले फोन करके, उनके आने की बात को पक्का कर लीजिए, वहतर होगा कि शाम को देरी से ही यह फोन कीजिए

★ अपने प्रॉम्पेक्ट को सुझाव दीजिए, कि वो मिटिंग शुरू होने से 14 मिनट पहले ही आपसे मिलें, जिससे आप उनकी मुलाकात अपने कर विज़नेस सहयोगियों से करवा सकते हैं.

ब. ओपन मिटिंग के दौरान:

★ यह एक व्यावसायिक बिजनेस मिटिंग होती है. इसीलिए डिस्ट्रिब्युटर्स को हमेशा व्यावसायिक लिबास पहन कहा जाना था पम्पिक्ट की भी वैसा ही लिवास पहनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. व्यावसायिक लिबास में हल्के रंग की और हो सके तो सफेद शर्ट, गहरे काले या नीले रंग की पेंट और लाल रंग मिश्रित टाई शामिल हैं.


★ सभागृह के बाहर खड़े होकर अपने मेहमान के लिए कभी भी इंतजार मत कीजिए. यह कोई व्यावसायिक तरीका नहीं माना जाता और इससे लगता है, कि आपको उनकी बहुत जरूरत है. उन्हें केवल सभागृह का नाम और पता बता दीजिए, जैसे "विट वल्र्ड वाइड हाल, सक्टर 17, वाशी" और वो इसे खुद ही ढूँढ लेंगे.

★ अपने पॉस्पेक्ट को सामने वाली पहली कतार में बिठाकर स्वयं भी उनके साथ वैठ जाइए.

★ प्रस्तुति के अंत में, आप उनसे कुछ ऐसा कहें जैसे, वढ़िया लगता है, है ना?'' फिर प्रॉस्पेक्ट को स्पीकर, अपनी अपलाइन या किसी सफल लीडर से मिलवाने ले जाइए.

★  ओपन मिटिंग होते ही बेहतर होगा, कि अपने प्रॉस्पेक्ट से फोलोअप के लिए 48 घंटों के पहले ही, फिर से मिलने का समय तय कीजिए और उसे अपनी विज़नेस डायरी में लिख लीजिए.

★ अपने प्रॉस्पेक्ट को अपलाइन द्वारा सुझाया गया, एक उपयुक्त 'फोलो अप पंक' दीजिए .

★ प्लान देखने के बाद, अपने प्रॉस्पेक्ट से ज्यादा समय तक बातें मत कीजिए. उनसे यह बात जानने की कोशिश कीजिए, कि क्या वो इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं. उन्हें आश्वासन दीजिए, कि हर बात के लिए एक उपयुक्त समय होता है. उन्हें 'फोलो अप पॅक' देकर तुरंत विदा कीजिए. याद रखिए कि सारी बातें एक ही मुलाकात में नहीं समझायी जा सकती .

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Sunday, April 28, 2019

होम मिटिंग

3)  होम मिटिंग

  इस तरह की मिटिंग आप अपने घर में आयोजित करते हैं, जहां आप अपनी लिट के कर लोगों को राकमाथ, एक नि:चत दिन और समय पर, मार्केटिंग प्लान देखने के लिए अपने घर पर आमंत्रित करते हैं. यह प्लान आपके द्वारा, आपके स्पॉन्सर के द्वारा या आपकी सफल अपलाइन के द्वारा दिखाया जाता है.

ज्यादा से ज्यादा होम मिटिंग का आयोजन करना, अपने परिचित लोगों को प्लान दिखाने का सबसे बेहतर तरीका है. इस होम मिटिंग में प्लान दिखाने  का काम अक्सर आपकी सफल अपलाइन के द्वारा किया जाता है. आपको अपनी सची में से ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके लिए आमंत्रित करना चाहिए. यह मिटिंग हमेशा शाम को 7 .00 बजे आयोजित की जाती हैं और 7.24 के पहले ही शुरू की जाती है. यह मिटिंग लगभग एक से डेढ़ घंटे तक चलता है.

कुछ सामान्य दिशानिर्देश:

★ एक बार मिटिंग आयोजन निश्चित होने के बाद, उसे पूरा अवश्य कीजिए, फिर चाहे आमंत्रित लोग उसमें शामिल होने के लिए आ सके या न आ सके.

★ यदि आप आमंत्रण देने के बारे में आशंकित हों, तो लोगों को आमंत्रित करने के लिए अपनी अपलाइन या स्पॉन्सर की मदद लीजिए.

★  आप जितने लोगों को मिटिंग में देखना चाहते हैं, उनसे दुगने लोगों को आमंत्रित कीजिए, क्योंकि अक्सर यह देखा गया है, कि आने के
लिए 'हाँ' कहनेवालों में से आधे लोग समय पर पहुँच नहीं पाते .

★  याद रखिए शायद .." या में आने की कोशिश करूंगा.." कहनेवाले अक्सर कभी नहीं आ पाते .

★ जो लोग नहीं आ सके या नहीं आए, उनके लिए आप निराश मत होइए . कुछ ऐसी भी बातें होती हैं, जिनपर किसी का बस नहीं चलता .समय हमेशा सही नहीं होता . किसी व्यक्ति को उस दिन देर तक काम करना पड़ सकता है, किसी का बच्चा शायद बीमार पड़ गया हो,किसी के बच्चे की आय समय पर न पहुँची हो, या कई और कारण हो सकते हैं .

★ यदि केवल एक व्यक्ति या एक दंपत्ति भी आ जाए, तव भी उत्साहित रहिए. ऐसा जताइए कि मिटिंग के लिए आपने केवल उन्हें हीआमंत्रित किया है, एक अंतरंग मिटिंग के लिए . यदि कोई भी न आए, तव भी दुनिया ख़त्म नहीं होती . तव भी, इसका मतलब यह नहीं होता, कि यह विज़नेस आपके लिए काम नहीं करेगा . जो लोग डायमंड के स्तर तक पहुंच चुके हैं, उन्होंने सबसे ज्यादा ऐसी असफलताओं का सामना किया है. इसके अलावा, जब भी ऐसा होता है, तव आपकी अपलाइन को अपना बहुमूल्य समय आपके साथ विताने का ज्यादा मौका मिलता है.

★ इस बात की तसल्ली कर लीजिए, कि आपके पास काफी संख्या में साहित्य उपलब्ध होना चाहिए, ताकि आप उपस्थित होनेवाले सभी लोगों को आवश्यकतानुसार दे सकें. यदि ऐसा साहित्य कम हो, तव अपनी अपलाइन से सलाह मशविरा कीजिए.

★ पहनावा बिज़नेस के हिसाब से ही होना चाहिए, याद रखिए, आप अपने बिज़नेस की अच्छी छवि प्रदर्शित करने जा रहे हैं, आप पति-पत्नी दोनों को ही विज़नेस के हिसाब से ही लिबास पहनना चाहिए. आप जब अपने प्रॉस्पेक्ट को आमंत्रित करते हैं, तभी उन्हें बता दीजिए, कि आप विज़नेस के लिबास में होंगे, ताकि जब वो आपके धर अपने हमेशा के पहनावे में आएँ, तो दूसरे लोगों का पहनावा देखकर, वो चकित या शर्मिदा ना हों . 

★ याद रखिए, यह एक विज़नेस मिटिंग है, जिसका मतलब है, इसमें शराब, अल्कोहल, पालतू जानवर, टी.की. या वच्चे शामिल नहीं होने चाहिए . बच्चे या पालतू जानवरों के कारण मिटिंग के प्रदर्शन से ध्यान हट सकता है.

★ मिटिंग वाला कमरा आरामदायक मुगर सहज बनाकर रखिए, ध्यान रहे कि कमरे में बराबर रोशनी हो . कमरे में कुछ ही कसियों को रहने दीजिए, बाकी कुर्सियों को नज़रों से ओझल दूसरी जगह पर रखिए, जहाँ से आप ज़रूरत पड़ने पर ला सकें. मिटिंग की व्यवस्था सर्व साधारण तौर पर दोहराने योग्य और आपके लिए भी सरल होनी चाहिए. इसे सहज ही रहने दीजिए.

★ दरवाजे पर लोगों का स्वागत दोस्ताना अंदाज़ में कीजिए.मुस्कुराइए. उत्साहित रहिए, मगर व्यावसायिक अंदाज़ में. अगर प्लान दिखानेवाले आपके लीडर न आएं हों, तो उनकी इतनी प्रशंसा कीजिए, जिससे लोग उनसे मिलने के लिए उतावले हो जाएँ .

★ मिटिंग के बीच और अवकाश होने से पहले जलपान परोसना शुरू मत कीजिए. हालांकि, जल्दी पहुंचे लोगों को, मिटिंग शुरू होने से पहले, आप जलपान आदि दे सकते हैं. मिटिंग के चलते कोई भी चीज़ मत परोसिए

★  देरी से आनेवालों का इंतज़ार न करके, मिटिंग समय पर शुरू कीजिए . जो नहीं आए हैं या देरी से आए हैं, उनके बारे में लोगों को बताना बिल्कुल ज़रूरी नहीं , यह कभी न कहिए, "हम कुछ देर से शुरू करते हैं. में कुछ और लोगों के थोड़ी ही देर में पहुंचने की उम्मीद कर रहा हूँ.

★  जैसे ही आप मिटिंग शुरू करने के लिए तैयार हो जाएं, तो मार्कर वोर्ड को सही जगह पर लगा दीजिए. जहाँ तक हो सके वोर्ड को कमरे के प्रवेश द्वार के ठीक विपरित कान में लगाइए, ऐसा करके आप निश्चिंत हो सकते हैं, कि देरी से आनेवालों के कारण कम से कम अवरोध पैदा होगा . इस बात का भी ध्यान में रखिए, कि आपके पास अतिरिक्त मार्कर पेन होने चाहिए .

★ अगर सही समय हो गया हो, (उम्मीद है कि 7:24 से ज्यादा बिल्कुल नहीं ) तो ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए, कि लोग अपना जलपान पूरा करके अपनी जगह पर वैट चुके हों .

★  जैसे ही स्पीकर पहुंचे, तुरंत उनका परिचय करवाइए, अपने स्पोकर को सबसे मिलवाते समय, हर एक के बारे में कोई न कोई बात स्पीकर को बताते जाइए. उदाहरण के लिए यह रमेश जी हैं, मेरे पड़ोसी . ये सरकारी ऑफिसर हैं और इन्हें घूमनेफिरने का शौक है."

★ प्लान दिखाने के लिए स्पीकर को आमंत्रित करते समय, स्पीकर का परिचय पूरे उत्साह के साथ अपने एक दोस्त और सफल बिज़नेस सहयोगी के रूप में दीजिए, संक्षेप में ही, आपको मिले बिज़नेस के इस अनमोल अवसर और मदद के लिए उन्हें पूरा श्रेय दीजिए . हो सकता है कि इस तरह से परिचय करवाने में आप कुशल न हीं और आप असहजता या परेशानी महसूस करें, मगर त। भी यह महत्वपूर्ण है, कि आप उनको परिचित करवाएँ . स्पीकर के द्वारा खुद का परिचय देना उचित नहीं होता, क्योंकि किसी भी स्थिति में वो अपनी तारीफ खुद नहीं कर सकते .

उदाहरणार्थ एक परिचय :

■  (दोस्तों, एक बेहतरीन बिज़नेस अपॉच्युनिटी की इस मिटिंग में, मैं आपका हार्दिक स्वागत करता हूँ. सबसे पहले मैं अपने मेहमान का परिचय देना चाहूंगा . वो पेशे से एक डॉक्टर हैं, एम. वी . बी . एस ., एम.डी. बहुत अच्छी पॅक्टिस थी, रोज़ 100 पेशेंट्स को देखते थे. पैसा
बहुत था, मगर परिवार के लिए समय नहीं था. इसी लिए उन्होंने पार्टटाइम में यह बिज़नेस किया और दो साल में ही अपनी प्रेक्टिस बंद कर दी. अब फ्री हैं और केवल तीन घंटे मुफ्त में इलाज़ करते हैं. उन्होंने हज़ारों लोगों की जिंदगी बदल दी है. हम शुक्रगुज़ार हैं उनके कि उन्होंने हमारे लिए इतनी दूर से आना कुबूल किया और हमें इस विज़नेस की जानकारी देनेवाले हैं. मैं चाहुँगा कि उनकी बात को ध्यान से सुनिएगा, जो कि आपकी जिंदगी बदल सकती है. तो स्वागत करते हैं हमारे गेट लीडर श्रीमान . . . . . जी का !)

■ स्पीकर का परिचय देने के बाद, आप भी पूरी मिटिंग के दौरान पास में बैठे रिहए . यदि मिटिंग में कोई दंपत्ति भी शामिल हों, तो आप पतिपली  भी उस मिटिंग में साथ में वेटिए. इस समय आपके लिए काफी वनाना या कोई और काम महत्वपूर्ण नहीं हैं . यह बात मायने नहीं रखती, कि आपने इस प्लान को पहले भी कितनी बार देखा हुआ है.

■ मिटिंग के दौरान ऐसा दीखना चाहिए, कि इस मिटिंग में सबसे ज्यादा गंभीरता से पूरा ध्यान देकर आप प्लान को देख रहे हैं, वाकी लोग आपको ही देखते रहते हैं, भले ही आपका दिन कैसा भी गुज़रा हो, मगर साबथानी रखिए कि आपके चेहरे से थकावट नहीं झलकनी चाहिए. मिटिंग के दौरान आप नोट्स लिखते रहिए . दूसरे लोग क्या कर रहे हैं, उनकी हरकतों पर बिल्कुल ध्यान मत दीजिए.

■ अगर आपके पास टेप करने की सुविधा हो, तो स्पीकर की बातें टेप करने की व्यवस्था पहले से ही करके रख लीजिए. इस टेप को बाद में बार्र बार सुनकर आप उनके प्लान की हर बारीकी को सीख सकते हैं .

■ मिटिंग के खत्म होने के बाद आप जलपान परोस सकते हैं . (ऐच्छिक)

■ स्पीकर और मेजबान को एकसाथ मिलकर, हर एक प्रॉस्पेक्ट के साथ कुछ समय बिताना चाहिए. पूछे गए सवालों का जवाब पीकर को ही देने दीजिए. इस बात का ध्यान रखिए, कि किसी भी तरह की राजनैतिक, सामाजिक आदि विषय की चर्चा को प्रयत्न करके टाल दीजिए, वहीं बातचीत केवल इस बिज़नेस के बारे में ही होनी चाहिए . 

■ हर व्यक्ति से फोलोअप के लिए मिलने का या फिर से प्लान देखने का अपॉइंटमेंट ले लीजिए. अपनी डायरी को अपने साथ में ही रखिए.
(अपॉइंटमेंट तय करने में स्पीकर आपकी मदद कर सकते हैं. आप उस फोलो अप मिटिंग को अकेले या अपने स्पीकर के साथ निश्चित कर
सकते हैं .)

■ इस बात का ध्यान रखिए, कि मिटिंग खत्म होने के बाद लोग बहुत ज्यादा देर तक वहाँ बातें करते हुए ना रूके रहें. जब उनकी स्पीकर से बात हो गई हो और अपॉइंटमेंट भी तय हो चुका हो, तब पूरी गरीमा के साथ मिटिंग ख़त्म होने की बात दोहराकर, उन्हें सम्मान के साथ विदा कर दीजिए. स्पीकर द्वारा बोली गयी बात में अपनी तरफ़ से कुछ भी जोड़ने या दोहराने की कोशिश मत कीजिए. एक व्यक्ति एक मिटिंग में कितना कुछ आत्मसात कर सकता है, इसकी भी एक सीमा होती है .

■ अपने मेहमानों को विदा करते समय, उनके आने पर खुशी और उनके प्रति विश्वास ज़ाहिर कीजिए, मगर कभी भी उन्हें धन्यवाद मत दीजिए. यदि उन्हें समझ में आ गया होगा, कि उन्होंने क्या देखा, तब वो खुद ही आपको धन्यवाद देंगे. जब लोग विदा हों, तब उनके साथ कुछ न कुछ अवश्य जाना चाहिए, जैसे कि बिज़नेस की जानकारी से संबंधित साहित्य, सीडी, किताब, बॉशर या कुछ प्रॉडक्ट्स के सैम्पल .

■मिटिंग के बाद, घर आए मेहमानों को दिए गए साहित्य और प्रॉडक्ट्स की सूची गेस्ट-रजिस्ट्रेशन/मटेरियल रिकॉर्ड कार्ड पर लिख लीजिए और अपने अपलाइन लीडर के साथ बैठकर फोलो अप से संबंधित योजना बनाइए .

होम मिटिंग की रूपरेखा है :

होम मिटिंग के लिए आप नीचे दी गई रूपरेखा का अनुकरण कर सकते हैं ...

1) . सबका स्वागत कीजिए और एक खुला वातावरण तैयार कीजिए. (2 मिनट)

2) . स्पीकर का परिचय दीजिए. (2 मिनट)

3) . प्रॉस्पेक्ट्स को सुविधाजनक स्थिति में बिठाइए. (5 मिनट)

4) . व्हिडियो दिखा सकते हैं. (10 से 12 मिनट)

5).  लोगों की विचारधारा को सकारात्मक दिशा में मोड़िए और उनको उनके सपने एवं लक्ष्य याद दिलाइए. (10 मिनट)

6).डायमंड स्तर की आमदनी का चित्रण कीजिए “विज़नेस की बड़ी तस्वीर” (5 मिनट)

7) . परंपरागत व्यापार बनाम नेटवर्क मार्केटिंग की अवधारणा को समझाइए. परंपरागत व्यापार की वितरण प्रणाली में ग्राहक का जो धन बेकार में ही खर्च होता है और वो ही धन कैसे नेटवर्क मार्केटिंग में आमदनी का ज़रिया बन जाता है.

8). उन्हें बताइए“45  साल नौकरी के और घर से काम' तथा 'काम से घर' की दिनचर्या आप अपने ही जीवन का उदाहरण देकर समझाइए, उनके बारे में नहीं . (5 मिनट)

9) . उन्हें '6-4-3 सेल्स/मार्केटिंग प्लान' दिखाइए. (20 मिनट) 

10) . उन्हें कंपनी के इतिहास और विकास दर के बारे में बताइए. दूसरे देशों में कंपनी की सफलता का विवरण दीजिए, जैसे कि जापान .
(5 मिनट)

11) . बिज़नेस में सफल हो चुके लीडर्स की तस्वीरें दिखाकर, उनके बारे में बताइए. उनकी जीवन शैली और सफलता की कहानियाँ बताइए.(10 मिनट)

12) . सपनों को साकार करने के बारे में बात करके समाप्त कीजिए. (जीवन पद्धति की तस्वीरें, बॉशर्स, व्हिडियो दिखाए जा सकते हैं।
(20 मिनट)

सूचना: ऊपर दिया गया समय केवल आपके मार्गदर्शन के लिए है. इसमें बदलाव किया जा सकता है ..

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Saturday, April 27, 2019

वन ऑन वन मिटिंग

2•  वन ऑन वन मिटिंग



यह किसी एक व्यक्ति या दंपत्ति के साथ की जानेवाली मिटिंग होती है. गुप मिटिंग की तरह ही किसी निश्चित जगह पर, जो कि आपका घर हो सकता है, आपके प्रॉस्पेक्ट का घर, या कोई ऐसी जगह जो आप दोनों के लिए सुविधाजनक हो, वहाँ इस मिटिंग का आयोजन किया जा सकता है. इस तरह की आमनेसामने होनेवाली मिटिंग में, जब तक आप प्लान दिखाना सीख नहीं लेते, तब तक आपके स्पॉसर या अपलाइन आपके लिए प्लान दिखाते हैं. अपनी अपलाइन को देखकर जल्दी ही आपको अपना प्लान दिखाना सीखना चाहिए. यही काम बाद में आपको लगातार अपने लिए और अपनी डाउनलाइन के लिए करते रहना है, क्योंकि यही एक काम आपके नेटवर्क को बढ़ाने का सबसे बड़ा साधन है और आपको सफलता के शिखर तक ले जानेवाला है।



कुछ सुझाव :



1.  जब आप अपने प्रॉस्पेक्ट के घर पहुंचे, तब कुछ देर गपशप करने के बाद, सभी उपस्थित लोगों को सुविधा जनक जगह पर बैठा दीजिए.



2. यदि वो दंपत्ति हों, तो बेहतर है, कि पतिपली दोनों को साथ में विठाकर प्लान दिखाइए .



3 . प्लान दिखाते समय, "प्लान दिखाने की रूपरेखा के सूत्रों को अपनाइए. हालांकि, वन अन वन प्लान में आपकी बातें, उस व्यक्ति विशेष की ज़रूरतों पर ही केंद्रित होनी चाहिए.



4 . जरूरी नहीं है, कि अपने प्रॉस्पेक्ट को इस विज़नेस की हर बात, आप पहली ही मिटिंग में बता दें. अपनी बातचीत को बहुत ही सरल और सहज बनाए रखिए.



5.  प्लान दिखाने में मददगार साहित्य को अपने साथ रखिए. उदाहरण के लिए, “6-4-3. सेल्स अॅन्ड मार्केटिंग प्लान की शीट, जिसका उपयोग करते हुए भी, याने इसे पढ़ते हुए भी, आप आसानी से ओव्हरव्हिव या प्लान दिखा सकते हैं .



6.  प्लान दिखाने के बाद, यदि समय मिलता है और अगर डी.व्ही.डी. प्लेयर उपलब्ध हो, तब आप उन्हें अपलाइन द्वारा सुझाया गया व्हिडिओ भी दिखा सकते हैं.



7)  हमेशा यह याद रखिए, पॉस्पेक्ट के द्वारा सवाल पूछने का मतलब होता है कि वो इस बिजनेस में रूचि ले रहे हैं. तव उनके सभी सवालों का अपने बेहतर तरीके से सही और संतोषजनक जवाब देने की कोशिश कीजिए. जब आप किसी सवाल का जवाव बेहतर तरीके से देने की स्थिति में न हों, तब उन्हें बताइए कि आप इस बात की जॉच करके उन्हें बताएंगे . किसी भी तरह के एसे सवालों का आप यही बात कहकर सम्भाल सकते हैं. अगर आप उनका समाधान कर सकते हैं, तब ही वैसा कीजिए. हालांकि अगर आपके प्रास्पेक्ट अड़ जाते हैं, कि आप उनके सवालों का समाधान नहीं कर पा रहे हैं, तब आप उनसे कह दीजिए, कि आप उनकी शकाओं का समाधान करने के लिए उनके पास वापस आएंगे.



8). अपने प्रॉस्पेक्ट के पास आवश्यक साहित्य को छोड़ दीजिए और एक फोलो अप अपॉइंटमेंट को पक्का कर लीजिए, ताकि उस साहित्य

को वापस लेने के लिए आप आ सके .


9). अपने प्रॉस्पेक्ट को किसी होम मिटिंग या ओपन मिटिंग में आमंत्रित कीजिए, ताकि वो प्लान को एक बार फिर से देख पाएँ .



10. याद रखिए कि दूसरी बार प्लान देखने के लिए आनेवाले अधिकतर लोग इस बिज़नेस में शामिल हो जाते हैं .



11. इसके अलावा निकट भविष्य में आयोजित टीम मिटिंग, सेमिनार, रैली और अन्य समारोहों की जानकारी देकर, अपने प्रॉस्पेक्ट को उनमें शामिल होने के लिए आमंत्रित कीजिए.


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Friday, April 26, 2019

तीसरा आधारभूत कार्य : प्लान दिखाना

तीसरा आधारभूत कार्य : प्लान दिखाना


              इस बिज़नेस का प्लान इसलिए दिखाना ज़रूरी है, ताकि लोग जान सकें, कि इस बिज़नेस में कितनी ज्यादा संभावनाएँ हैं तथा सेल्स और मार्केटिंग प्लान का उपयोग करके, इस बिज़नेस में सफलता कैसे हासिल की जा सकती है. प्लान को सरल और संक्षिप्त रखना ज़रूरी है, ताकि लोगों की इस बिज़नेस में दिलचस्पी जागे और वो इसकी अधिक जानकारी पाने के लिए प्रोत्साहित हों . इसलिए यह आवश्यक है, कि प्लान दिखाने के बाद आप उन्हें 'लिटरेचर पॅक' या 'विज़नेस ऑफ़ यूअर ओन' (BOYO) की एक कॉपी ज़रूर दीजिए, जिससे लोगों को उपयुक्त जानकारी मिल   सके.

प्लान दिखाने के तरीके :

■    ओव्हरव्हिव

■    वनऑनवन मिटिंग

■    होम मिटिंग

■    ओपन मिटिंग

1 . ओव्हरव्हिव

                    डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस को संक्षिप्त और सरल तरीके से बताने का एक प्रभावशाली माध्यम है, ओव्हरव्हिव . बिना किसी बड़े निवेश और समय की प्रतिवध्दता के घर से ही चलाए जानेवाले अपने इस विज़नेस की इन खूवियों को 'ओव्हरव्हिव के द्वारा कम समय में, आसानी से लोगों तक पहुंचाया जा सकता है. ओव्हरव्हिव' औसतन 20 मिनट में ही ख़त्म होना चाहिए. 'ओव्हरव्हिव' को आसानी से दोहराया जा सकता है और नए डिस्ट्रिब्युटर्स इसे सीखकर, इसमें जल्दी ही महारथ हासिल कर सकते हैं.

           एक छोटी सी अवधि में लोगों को इस बिजनेस में छुपी असीमित संभावनाओं की झलक दिखाने के लिए, ओव्हरव्हिव एक असरदार तरीका है. सही तरीके से दिखाया जाए, तो अवसर को खोजनेवाले महत्वाकांक्षी व्यक्ति ओव्हरव्हिव की बातों को जानकर, खुद ही इस बिज़नेस के बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए प्रोत्साहित हो जाते हैं. ओव्हरव्हिव कबाद प्रॉस्पेक्ट के दिमाग की बंद खिड़की खुल जाती है और वो बिज़नेस की जानकारी पाने के लिए, होम मिटिंग या ओपन मिटिंग में सहजता से आ जाते हैं.

     विशेष बातें है

★ यह मिटिंग औसतन २0 मिनट की होती है, इसलिए हमें बिना ज्यादा वक्त गंवाए, आमंत्रित व्यक्ति की महत्वकाक्षाओं और रूचियों को जानने का बेहतर मौका मिलता है.

★  अच्छे कपड़े पहनिए . इसमे औपचारिक पहनावा आवश्यक नहीं होता .

★ जहाँ तक संभव हो, पॉस्पेक्ट पतिपली को साथ में आमंत्रित करके, आप पतिपत्नी मिलकर उन्हें ओव्हरव्हिव में शामिल कीजिए.

★ ओव्हरव्हिव के लिए आप अपने घर, प्रॉस्पेक्ट के घर या दोनों के लिए सहज किसी भी तीसरी जगह का चुनाव कर सकते हैं

★ यह आपके लिए अपने प्रॉस्पेक्ट को परखने का एक अच्छा मौका है. याद रखिए, आप सबसे बेहतर की तलाश कर रहे हैं. यदि आपको यह महसूस हो, कि आपके प्रॉस्पेक्ट की इस बिज़नेस में कोई रूचि नहीं हैं, तब आपके लिए ज़बरन आगे बढ़ना या ओव्हरव्हिव को आगे जारी रखना ज़रूरी नहीं है. वैसे भी इस बिज़नेस का अवसर देकर, आप उन्हें बहुत कुछ देने जा रहे हैं.

सुझाया गया साहित्य है

अपनी अपलाइन से या दिट वल्र्ड वाइड ऑफिस से भारत में उपलब्ध ऐसे साहित्य की जानकारी लीजिए, जो आपको ओव्हरव्हिव के समय मददगार सावित हो सकता है.

ए. सहज वातावरण बनाइए

              प्लान देखने आए लोगों को तनावमुक्त वातावरण दीजिए. अगर आप अकेले व्यक्ति या दंपत्ति को प्लान दिखाने जा रहे हैं, तव उन लोगों के साथ उनके घर, परिवार, नौकरी, मनोरंजन या आपके बीच में जो सामान्य विपय हो, उसपर थोड़ी गपशप कर सकते हैं. उन्हें बताइए, कि आप इस विज़नेस से कैसे जुड़े .

उन्हें इस मिटिंग का उद्देश्य बताइए

★. मैं आपसे कोई वादा नहीं कर सकता •

★. मेरे पास केवल कुछ ही मिनट हैं •

★. यह मिटिंग हम दोनों के लिए ही एकदूसरे को परखने तक सीमित                 है

★. हम इस समय कई अन्य लोगों से बात कर रहें हैं •

★ यह तीन कदमों की प्रक्रिया का पहला कदम है, इसीलिए, हम इस वक्त कोई फैसला नहीं ले सकते•

उदाहरण: “मैं जानता हूँ, कि मैंने आपको ज्यादा जानकारी नहीं दी है, पर जितना भी मैंने बताया है, क्या उससे आपको समझ में आ गया है, कि हम क्या प्राप्त करने के लिए प्रयास कर रहे हैं? (प्रतिसाद). मैं आपको इसके बारे में और भी जानकारी देना चाहता हूँ, यह सुनकर आपको कैसा लगा ?" (यदि आपको सकारात्मक जवाव मिलता है, तो आप उन्हें ओपन मिटिंग, होम मिटिंग या वनऑनवन मिटिंग में जाकर अधिक जानकारी लेने की बात कर सकते हैं, जहाँ भी उन्हें बुलाना आप ठीक समझें, यह आपके चुनाव पर निर्भर है. )"राज जी, इस बिजनेस के सफल लीडर और हमारे सहयोगी यहाँ एक सेमिनार के लिए ...वार की रात को आ रहे हैं. हमारा सौभाग्य है, कि इतने सफल व्यक्ति से आप मिल सकते हैं. एक वार ऐसा सेमिनार देखने के बाद मन में कोई शंका नहीं रह जाती . क्या आप पतिपत्नी दोनों के लिए इस सेमिनार में उपस्थित होना संभव होगा? हम अपनी पत्नी के साथ आने के लिए इसलिए कहते हैं, क्योंकि हमारा अनुभव है, कि जब इस बिज़नेस को पत्नी समझ नहीं पाती, तब वो अपने पति को इसमें पूरा सहयोग नहीं दे पाती . हमें यह लगता है, कि इसे एक पारिवारिक बिज़नेस की तरह विकसित करना आवश्यक है." (उन्हें सेमिनार में ले जाने का प्रबंध कीजिए, आप समय पर पहुँचिए और उन्हें यह अहसास होने दीजिए, कि आपके लिए प्रामाणिकता महत्वपूर्ण है .) “राज जी, मुझे लगता है कि आप जैसे व्यक्ति का हाथ मिलाना भी, एक करारनामें पर सही करने के समान है . ऐसा मानते हुए, क्या मैं मान सकता हूँ, कि .....।
की शाम को आप निश्चित ही वहाँ होंगे ? मैं यह इसलिए कह रहा हूँ, क्योंकि मुझे अगले २ हफ्तों में मेरे बिजनेस को बढ़ाने के संबंध में निर्णय लेना। जरूरी है, क्योंकि अगले साल में केवल २ से ३ लोगों के साथ ही सही तरीके से काम कर सकता हूं.'

बी. इस बिज़नेस की धारणा और इंटरेक्टिव्ह मार्केटिंग के बारे में समझाइए-

अपने प्रास्पेक्ट के साथ विज़नेस के बारे में कैसे बातचीत करें, यह निम्नलिखित उदाहरण में दर्शाया गया हैं.

उदाहरण : “इस विज़नेस को समझने का आसान तरीका है, कि हम फ्रेन्चाइज़ प्रणाली को समझें . फ्रेन्चाइज़ जैसे कि एन. आई. आई. टी.,
मॅकडोनॉल्ड्स, वाटा इत्यादि . इसमें हम साधारण दुकानदारों का उपयोग नहीं करते, बल्कि फ्रेन्चाइज़ प्रणाली की तरह ही प्रॉडक्ट्स और सेवाओं के व्यापार और वितरण का काम करते हैं. जिसके लिए हम घर से लेकर अंतराष्ट्रीय स्तर तक अनेक स्वयंभू व्यापारी पुरूषों तथा महिलाओं का एक इंटरेक्टिव नेटवर्क तैयार करते हैं."

"अगर हम दोनों के बीच में परस्पर सहमति हो, तव हम आपके लिए वास्तव में आपके विज़नेस को स्थापित करेंगे. आप एक स्वतंत्र विज़नेस के मालिक होंगे . तब आप मेरे या किसी और के लिए काम नहीं करेंगे, वल्कि हमारे साथ काम करेंगे."

नेटवर्क मार्केटिंग बनाम परंपरागत बिज़नेस के बारे में समझाइए.


★ इंटरैक्टिव मार्केटिंग में मध्यस्तों (विचौलियों) का कोई स्थान या अस्तित्व नहीं होता, इसके अंतर्गत प्रॉडक्ट्स तथा सेवाएँ उत्पादक से, हमारे नेटवर्क के द्वारा, सीधे उपभोक्ता तक पहुँचायी जाती हैं.

★ इसके कारण वितरण प्रणाली में बंटनेवाले लाभ की बचत का एक बहुत बड़ा हिस्सा, नेटवर्क प्रणाली में हमारे जैसे विज़नेस मालिकों (याने
डिस्ट्रिब्युटर्स) को मिलता हैं.

सी . आशंकाएँ और लाभ :

        इस विज़नेस में जुड़ने से पहले, इसके जोखिम को लेकर, किसी भी प्रॉस्पेक्ट का थोड़ा आशंकित होना स्वाभाविक ही है. उनकी सारी आशंकाओं को दूर करके, उन्हें मिलनेवाले सभी लाभों को समझाना आपके लिए एक ज़रूरी काम है .

आशंकाएँ :

हर पारंपरिक विज़नेस के भावी मालिक के मन में उठनेवाली आशंकाएँ और इस विज़नेस में उनकी चिंता करना ज़रूरी क्यों नहीं है, इसका व्यौरा नीचे दिया जा रहा है.

■  धन पूँजी की आवश्यकता

इसमें किसी पूंजी निवेश की आवश्यकता नहीं हैं, क्योंकि कंपनी के द्वारा आवश्यक निवेश पहले ही किया जा चुका है. आप केवल नाममात्र निवेश से विज़नेस की शुरूआत करते हैं .

■ ज़ोखिम

इसमें किसी बड़ी पूंजी का निवेश ही नहीं, इसलिए इसमें जोखिम का कोई सवाल ही नहीं है.

■  निपुणता या कुशलता

हमारा विज़नेस सिस्टम पूरी तरह से मॅकडोनाल्ड्स की तरह ही परखा हुआ है, जहाँ अनुभव और सलाह दोनों ही प्रदान किए जाते हैं .

■  समय

यह एक पार्टटाइम विज़नेस है, जिसे अपने वर्तमान व्यवसाय के साथ भी खाली समय में किया जा सकता है. आगे दोहराए जाने (डुप्लिकेशन) की वजह से समय बहुगुणित हो जाता है.

लाभ :

इस विज़नेस से मिलनेवाले लाभों की एक लम्बी सूची है, उनमें से कुछ लाभ नीचे वताए जा रहे हैं.

■  वर्तमान आमदनी में बढ़ोतरी

अपेक्षातः कम समय में ही एक अच्छी अतिरिक्त आमदनी बढ़ाने में मददगार है.

■ रायल्टी

निरंतर मिलनेवाली एक बढ़ती हुई आमदनी की तुलना आप कलाकारों (गायक, लेखक और वैज्ञानिक आदि ) को मिलने वाली आमदनी यानी
'रॉयल्टी इन्कम' से करके समझा सकते हैं.

■ अंतर्राष्ट्रीय बिज़नेस का अवसर

93  से भी ज्यादा देशों और प्रदेशों में स्थापित विट वल्र्ड वाइड सिस्टम के कारण आपको अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार करने का अवसर और
मदद मिलती है.

■ वाज़ार पर पकड़ तथा सहयोगी प्रणाली की उपलब्धि

प्रॉडक्ट्स और वितरण व्यवस्था तक आप आसानी से पहुँच सकते हैं. ब्रिट वर्ल्ड वाइड के माध्यम से आपको व्यापार विकास के लिए मार्गदर्श
क और शिक्षण प्रणाली मिल जाते हैं .

डी. प्रॉडक्ट्स :बाज़ार और कारोबार:

बाज़ार

बाज़ार में वर्तमान और भविष्य में उपलब्ध होने वाले प्रॉडक्ट्स की चर्चा कीजिए. इसके अलावा, रोज़मर्रा इस्तेमाल किए जानेवाले और अक्सर काम आनेवाले प्रॉडक्ट्स के बारे में बातें कीजिए. इन उच्च गुणवत्ता वाले प्रॉडक्ट्स की खूबी है, कि एक बार उपयोग में आने के बाद, वो खुद ही अपने  ग्राहकों को आकर्षित कर लेते हैं.

कारोबार

उन्हें समझाइए कि विज़नेस में कारोबार को कैसे बढ़ाया जाता है:

★    स्वयं इस्तेमाल करके खरीदी की आदतों को बदल कर .

★    प्रॉडक्ट्स की बिक्री करके .

★    नेटवर्क का विकास करके/याने वितरण केंद्रों की स्थापना करके

इ. एक विशाल चित्र
अपने प्रॉस्पेक्ट के सामने इस बिज़नेस के बड़े मगर सही चित्र का प्रदर्शन कीजिए .

उदाहरण:

"राज, मैं ईमानदारी और जायज़ तरीके से बढ़िया आमदनी कमाने के एक अवसर की तलाश में था . मेरे लिए यह जानना ज़रूरी है, कि आप किस तरह की आमदनी चाहते हैं और कितनी बड़ी रकम आपको प्रोत्साहित कर सकती है ? (उनके जवाब को सुनिए).

"ठीक है. मगर मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूँ, कि मैं किसी भी तरह की गॅरंटी नहीं दे सकता . क्योंकि यह पूरी तरह से निर्भर करता है, कि आप
व्यवस्थित तरीके से कितनी मेहनत करने को तैयार हैं. लेकिन मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूँ, कि हमारी टीम वहत से लोगों को वैसी आमदनी  कमाने में मदद कर चुकी है, जिसे आप कमाना चाहते हैं.

उदाहरण के तौर पर हमारे कार्यक्रम को ही ले लेते हैं. अपनी टीम और विट वल्र्ड वाइड का उपयोग करके, हम आपका बिज़नेस स्थापित करने में  आपकी मदद करेंगे, और ठीक फ्रेंचाइज बिज़नेस की ही तरह, आपके लिए असंख्य वितरण केंद्र स्थापित होंगे. परिणाम स्वरूप, जैसा कि हमने पहले ही मॅकडोनाल्ड्स के उदाहरण में देखा, ठीक उसी तरह आपको इस विज़नेस से एक वढ़िया आमदनी रॉयल्टी के रूप में मिलती रहेगी. यह आमदनी आपके नेटवर्क में शामिल लोगों की सफलता पर निर्भर करती हैं, याने आपके पास सबके फायदे का सौदा है.

एफ. प्लान को पूरा करना

अधिकांश मामलों में आपको कई सवालों एवं आशकाओं का सामना करना पड़ सकता है. उन्हें ध्यान में मुनिए और उनकी शंकाओं का सुमाधान कीजिए. आप हिडियो या अन्य साधनों का उपयोग करके भी अपनी बात को मज़बूत कर सकते हैं. इस संबंध में अपनी अपलाइन से संपर्क कीजिए.

प्लान दिखाते समय ध्यान रखिए:

■  प्रॉस्पेक्ट की भलाई के लिए मन में प्रार्थना करने के बाद ही प्लान दिखाना शुरू कीजिए .

■ प्लान के दौरान हर सही जगह पर उनके सपनों को छूते रिहए.

■ सामान्य आपत्तियों का समाधान प्लान के दौरान खुद ही कर लीजिए. जैसे 'टाइम नहीं', 'वेचना', 'संतृप्तता', 'पद की प्रतिष्ठा', इत्यादि .

■  पूरे दिल मै प्लान दिखाइए, अपने हर शब्द के साथ जुड़े हुए अपने भाव को अनुभब कीजिए

■ रोमांच, सहजता, खुशमिजाज़ी और उत्साह आपके प्लान की जान होते हैं.

■ उन्हें बिज़नेस करके देखने के लिए प्रोत्साहित कीजिए.

■ पॉस्पेक्ट को एक बार फिर प्लान देखने के लिए प्रोत्साहित कीजिए।

■ प्लान दिखाने के बाद उनसे फोलोअप के लिए अगली मिटिंग उसी समय निश्चित होना चाहिए. यह एक अत्यंत आवश्यक कदम है.

■ उन्हें बताइए कि किस तरह आसानी से एक फॉर्म भरकर इस बिजनेस की शरुआत की जा सकती है।

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Thursday, April 25, 2019

ओव्हरव्हिव मुलाकात तय करना :

ओव्हरव्हिव मुलाकात तय करना :


    "बहुत बढिया राज, में तुम्हें कुछ जानकारी देना चाहता हूँ, सिर्फ 20 मिनट लगेंगे. कब मिलना ठीक रहेगा. साथ में कॉफी पियेंगे और बातचीत भी करेंगे। मंगलवार सही रहेगा या गुरूवार ? (समय और जगह निर्धारित कीजिए आपका घर या फिर ऐसी जगह, जो कि आप दोनों के लिए सुविधाजनक हो.)

व्हिडियो का इस्तेमाल

         प्रॉस्पेक्टिंग करते समय आप विट वल्र्ड वाइड द्वारा जारी किए गए साहित्य का उपयोग कर सकते हैं. उसमें एक व्हिडियो है, “द परफेक्टबिज़नेस फॉर इंडिया जिसको दिखाकर आप प्रॉस्पेक्ट को बेहतर तरीके से समझा पाएँगे. फोन पर बातचीत करके अगर आपको लगे, कि पॉस्पेक्टस विजनेस में दिलचस्पी ले रहे हैं, तब आप सहजता से कह सकते हैं, “मैं आपको कुछ व्हिडियो और बाकी साहित्य देना चाहता हूँ, जिनकी मदद से आप इस बिज़नेस को आसानी से समझ पाएँगे. इसके लिए मैं कब आऊँ ? या ऐसा करता हूँ, कि आज शाम मैं उसी तरफ आ रहा हूँ, तभी तुमसे मिल लूंगा, ओ.के.?" व्हिडियो के साथ, अपनी अपलाइन द्वारा सुझायी गयी, उपयुक्त किताव भी आप अपने पॉम्पेक्ट को दे सकते हैं।

बातचीत के कुछ नमूने :

           पिछले परिच्छेदों में विभिन्न स्थितियों में फोन द्वारा संपर्क और आमंत्रण के कई तरीकों को बताया गया है. यहाँ इस पूरे विषय में आमंत्रित करने के कुछ और तरीके दिए जा रहे हैं:

करीबी दोस्त या रिश्तेदारों से

         "हेलो राज, मैं ..... बोल रहा हूँ. तुम्हारे परिवार में सब लोग कैसे हैं? (सामान्य बातचीतजैसे परिवार, पली, बच्चे, नौकरी इत्यादि के बारे में. सुनो राज. मैंने तुम्हें यह बताने के लिए फोन किया था, कि मुझे एक बिज़नेस का अवसर मिला है, मैं उसकी जांच कर रहा हूँ. मुझे यह बहुत बढ़िया लग रहा है. इसमें एक अच्छी कमाई की संभावना दिखायी दे रही है. दरअसल मैं चाहता है, कि तुम इस अवसर को देखो और इस बारे में मुझेसलाह दो. उसके लिए हमें मिलना चाहिए. कौनसा समय सही रहेगा ? तुम्हारे लिए मंगलवार या गुरूवार ठीक रहेगा क्या? (यदे वो 'हां' कहते हैं) फिर तो यही ठीक रहेगा ! और हों, मेरो पली भी इसमें दिलचस्पी दिखा रही है. क्या तुम भी अपनी पत्नी के साथ आ सकते हो ? (यदि वो हाँ कहे ) बहुत बढ़िया! (समय निश्चित कीजिए)...तो फिर मिलते हैं."

‘हैलो राज, में .... बोल रहा हूँ तुम्हारे परिवार में सब लोग कैसे हैं? (सामान्य बातचीतजैसे परिवार, पत्नी, बच्चे, नौकरी इत्यादि के बारे में .) सुनो राज, में अभी कुछ जल्दी में हूँ. में यह जानना चाहता था, कि क्या आज रात (या कल रात) तुम लोग घर पर ही हो ना, कहीं बाहर तो नहीं जा रहे ? (यदि संभव हो, तो दोनों के लिए पूछिए) में और मेरी पली आपके यहाँ आना चाहते हैं और मैं चाहता हूँ, कि वो भी आपस में मिल लें . ठीक है। ना राज? तो फिर मिलते हैं कल शाम 7.00 बजे, वाय..!"

थोड़ीसी जान पहचान वाले और नए परिचय के लोगों से

"हेलो राज जी, में ... बोल रहा हूँ." (हल्की-फुल्की संक्षिप्त बातचीत) “हलो राज जी, फोन करने का कारण यह है, कि मैंने कुछ सफल लोगों के साथ एक बिज़नेस शुरू किया है और हम इस बिजनेस को और आगे बढ़ाना चाहते हैं. मैं आपसे मिलकर बहुत प्रभावित हुआ था. मुझे ऐसा लगता है, कि आप हमारे इस पोग्राम में बिल्कुल फिट बैठेगे राज जी, मैं आपसे यह जानना चाहता हूं, क्या आप इस प्रकार के बढ़िया बिज़नेस को समझने में दिलचस्पी रखते हैं या अपनी बर्तमान जीवनशैली से ही संतुष्ट हैं" (उनके जवाब के लिए किए ). "मुझे आपसे यही उम्मीद थी, लेकिन मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूँ, कि अभी में इस बारे में आपसे कोई वादा नहीं कर सकता . बस इतना समझ लीजिए, कि हम दोनों के लिए ही, पहली मुलाकात में, यह केवल एकदूसरे को समझने तक ही सीमित रहेगा. मुझे लगता है, कि इस विषय में हमें अगले ही सप्ताह, किसी दिन कुछ समय के लिए मिलना चाहिए. आपका प्रोगाम क्या कहता है ? में मंगलवार और गुरूवार शाम को खाली हूँ, और आप ..? (अगर वो भी खुद को खाली बताते हैं ) फिर तो यढ़िया है ! और हाँ, मेरी पत्नी भी मेरे साथ रहेगी. अगर कोई दिक्कत न हो, तो आप भी अपनी पत्नी के साथ ही आइए, उनकी भी आपस में मुलाकात हो जाएगी और शायद मेरी ही तरह, आपको भी उनसे सलाहमशविरे की ज़रूरत पड़ जाए. (अगर वो तैयार हो जाएँ). बढ़िया ! ..तो फिर मिलते हैं मंगलवार शाम ठीक 7.00 बजे . ठीक है ? (यदि ज़रूरत हो तो दोनों की सहुलियत के हिसाब से जगह और समय निश्चित कीजिए.) गज जी, एक बात और, अगर आपके प्लान में कोई फेर बदल हो जाए, तो प्लीज मुझे फोन करके बता दीजिएगा, ओ.के., बाय !"

अपनी डाउनलाइन के किसी परिचित से बात करना :

हॅलो गज जी. में ..... बोल रहा हूँ. आप मुझे नहीं जानते, मगर मैं ..... का दोस्त बोल रहा हूँ . क्या आपसे दो मिनट बात कर सकता हूँ? (अगर वो हामी भरते हैं . ) धन्यवाद ! देखिए, मैं एक विज़नेसमॅन हूँ. मेरे विज़नेस का नाम . . . . है . यह एक अनोखा विज़नेस है, जो कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर काम करता है. हम इसके लिए भारत में 'विट वर्ल्ड वाइड इंडिया' इस सिस्टम से जुड़े हुए हैं. हम इस विज़नेस को तेज़ी से आगे बढ़ा रहे हैं और इसके लिए, हमें कुछ काविल लोगों की तलाश है, जो हमारे साथ मिलकर काम कर सकें . मैंने आपको इस लिए फोन किया है, क्योंकि ... ने आपकी सिफारिश की है. दरअसल राज जी, मैं आपको नहीं जानता, इसलिए वस अंधेरे में तीर चला रहा हूँ. में जानना चाहता हूँ, कि क्या आप एक बढ़िया विजनेस से एक अतिरिक्त आमदनी पाना चाहते हैं या अपनी वर्तमान स्थिति में ही संतुष्ट हैं ?" (अगर वो सकारात्मक जवाब देते हैं) “बहुत बढ़िया ! देखिए राज जी, मैं आपसे आज कोई वादा नहीं कर सकता, क्योंकि हमारी वात वहुत से लोगों से चल रही है. फोन पर इस संबंध में जानकारी नहीं दी जा सकती . बेहतर होगा कि हम कुछ समय के लिए मिलकर बातचीत करें, तभी मैं आपको सही तरीके से बता पाऊँगा। और आप भी जानकर फैसला कर पाएंगे, ठीक है ना ? मैंने इसके लिए मंगलवार और गुरूवार की शाम को .... इनके यहाँ दो सेशन रखे हैं, जहाँ में उनके कुछ दोस्तों से बात करूंगा. क्या आप उस दिन आ सकते हैं ? (अधिकता आपको उनका जवाब 'हां' में ही मिलेगा) वढिया ! मंगल की। शाम को 7.00 बजे ठीक रहेगा. आपसे बात करके अच्छा लगा . मिलनेपर हम वाकी बातें करेंगे!" (पतिपत्नी को साथ में ही आमंत्रित कीजिए मुलाकात की जगह निश्चित कीजिए और इस अपॉइंटमेंट को पक्का कीजिए.)

आपत्तियों का निराकरण

★          मैं क्या कहूँ जब कोई पूछे कि “ये क्या है ?” या “आप क्या करते हो ?”

"आप एक विज़नेस में है, इसलिए आपने बिना हिचकिचाए उन्हें बता देना चाहिए, कि आप क्या करते हैं. इसमें विचलित होने की कोई आवश्यक ही नहीं है. आपको पूरे विश्वास के साथ उनसे बात करनी चाहिए और अपने काम पर आपने गर्व करना चाहिए. आपको इस बिज़नेस के बारे में पी जानकारी रखनी ही चाहिए. आपको तुरंत जवाब देते आना चाहिए और इस संबंध में जान लीजिए, कि आपको क्या बताना चाहिए और क्या नहीं बताना चाहिए. जो आप कहना चाहते हैं, उसका अभ्यास करना आपके लिए बहुत मददगार साबित होगा . हमेशा याद रखिए, सवाल पूछने का मतलव यह संकेत होता है, कि वो व्यक्ति इस बारे में जानकारी लेने के लिए उत्सुक है.

विभिन्न सवालों के जवाब देने के कुछ नमूने :

* मेरी कंपनी का नाम ... है

* मेरा अपना मार्केटिंग का विज़नेस है

* थोक खुदरा वितरण का काम

* अंतर्राष्ट्रीय मार्केटिंग 

* निजी व्यापार का विकास

* इंटरैक्टिव मार्केटिंग

* इंटरैक्टिव डिस्ट्रिब्युशन

* अल्टरनेटिव फ्रेंचाइजिंग

*  प्राइवेट फ्रेंचाइजिंग

* हम लोगों को उनका अपना विज़नेस बढ़ाने में मदद करते हैं

* नेटवर्क डिटिव्युशन

* हम लोगों को उनकी आमदनी के स्रोत बढ़ाने में मदद करते हैं

* हम विज़नेस के वितरण नेटवर्क का निर्माण करते हैं

* हम लोगों के लिए अतिरिक्त आमदनी का जरिया बनाने में मदद करते हैं

आप अपने प्रॉस्पेक्ट को यह जानने दीजिए, कि इस संबंध में फोन पर या उसी समय, उन्हें बहुत ज्यादा जानकारी नहीं दी जा सकती . प्रत्यक्ष मिलकर ही इसकी जानकारी दी जा सकती है, इसलिए मिलकर वैठने के बाद ही आप उन्हें विज़नेस के बारे में सही तरीके से समझा पाएंगे .

आमंत्रित करते समय क्या करें और क्या न करें :

क्या करें :

* अपनी बात तुरंत कह दीजिए. (बस चंद मिनटों में )

* उत्साहित रिहए

* उन्हें बताइए कि आप अपने विज़नेस को और आगे बढ़ा रहे हैं

* जिज्ञासा उत्पन्न कीजिए

* हर काम को तेज़ी से निपटाने का अहसास रखिए

* अपने हावभाव को ऊँचा बनाए रखिए (यह कहते हुए, मैं आपको कोई वादा या गॅरंटी नहीं दे सकता.")

* जितने लोगों को आप मिटिंग में चाहते हैं, उससे दुगुने लोगों को निमंत्रण दीजिए

* सहज होकर हंसते हुए वात कीजिए

* मुलाकात की बात निश्चित होने के वाद, लोगों से वहाँ पहुँचने का वादा लीजिए

* सवाल का जवाब, सवाल पूछकर दीजिए

* पतिपत्नी दोनों को साथ में आने का निमंत्रण दीजिए

*वातचीत पर नियंत्रण रखिए

* लोगों की जिज्ञासा का वढ़ाते रहिए. इस अवसर को उसी समय समझाने की जल्दबाजी से वचिए . वास्तव में आप जितना कम समय उनके साथ बात करने में विताएँगे, उतना ही बेहतर होगा 

* आप अपने प्रॉम्पेक्ट को स्पष्ट बता दीजिए, कि कोई जोरजबरदस्ती की बात नहीं है, उन्हें मिटिग में केवल जानकारी पाने के लिए ही बनाया
जा रहा है.

क्या न करें :

* अपने प्रोस्पेक्ट को फोन पर ही सब कुछ बताने की कोशिश मत कीजिए

* लोगों से बात करते समय मत हिचकिचाइए.

* उनकी रूचि को जॉचिए, कुछ बेचने की कोशिश मत कीजिए

* इस तरह की बात मत कहिए, कि मेरा एक छोटा-सा साइड विजनेस हैं

* विचलित मत होइए, सहज बने रहिए

* लोगों पर कभी भी अपना प्लान देखने के लिए न तो दबाब डालिए, ना ही याचना कीजिए.

* कभी भी देकेपे अंदाज में बात मत कीजिए: उन्हें पता होना चाहिए कि आप किसी बिज़नेस अवसर की बात कर रहे हैं.

* सही समय से पहले अपनी कंपनी के बारे में बातचीत मत कीजिए

* बेचना' और 'पॉडक्ट' जैसे शब्दों का प्रयोग करते समय सावधानी बरतना ज़रूरी है, वरना आपके प्रॉस्पेक्ट्स इन बातों का गलत मतलत
सकते हैं

* यदि आपने 5-6 लोगों को आमंत्रित कर लिया है, पर कोई सकारात्मक परिणाम न मिला हो, तब आगे बढ़ने से पहले अपनी अपलाइन में सलाह लीजिए, क्योंकि तब इस बात को जॉचना ज़रूरी है, कि कहीं आपके आमंत्रण का तरीका गलत तो नहीं .

महत्वपूर्ण बात :   अपने बिज़नेस को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए, अपनी सूचि में शामिल बेहतर लोगों को आमंत्रित कीजिए, जो कि महत्वकांक्षी और आदर के पात्र हों. यही लोग हर रूकावट को पार कर सकते हैं और बाकी लोगों के लिए एक उदाहरण बन सकते हैं

             लोगों को बिज़नेस प्लान देखने के लिए, आमंत्रित करने से पहले, अपनी बातचीत में सही शब्दों का प्रवाह लाने के लिए, सिस्टम के सीडी और कॅसेट्स को वारवार मुनिए, आप अपने अपलाइन प्लॅटिनम से मिलकर यह भी समझ लें, कि आपके क्षेत्र में कौनसी भाषा सबसे अधिक प्रभावशाली हो सकती है।

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फोन से आमंत्रण देने की सामान्य रूपरेखा

फोन से आमंत्रण देने की सामान्य रूपरेखा


1)  सहज माहोल बनाइए. सामान्य बातचीत से शुरू कीजिए.

2) अपने फोन करने का कारण बताइए.

3). अपने हावभाव को ऊँचा बनाए रखिए.

4) उनकी दिलचस्पी को जॉचिए.

5)  मुलाकात का समय निश्चित कीजिए.



1) . सहज माहौल बनाइए

             विजनेस से संबंधित किसी भी बात को कहने से पहले, फोन पर सामान्य बातचीत से शुरूआत की जाती है. आप जिसे भी फोन करें, पहले उससे अपने रिश्तों के आधार पर बातचीत शुरू कीजिए. अगर वह व्यक्ति आपका दोस्त या रिश्तेदार है, तव आप उनसे सामान्य ढंग से ही बातचीत शुरू कीजिए, जिस तरह से आप हमेशा करते हैं. अगर उस व्यक्ति से अभी हाल ही में आपका परिचय हुआ है, तब आप उसे अपनी मुलाकात की। याद दिलाइए. वो व्यक्ति कौन हैं, यह बात मायने नहीं रखती, अधिक देर तक गपशप करना उचित नहीं . जितनी जल्दी हो सके अपने विषय पर आ जाइए. हमेशा अपनी बात शुरू करने से पहले उनसे यह पूछ लीजिए, कि उन्हें कुछ देर आपसे बात करने में कोई एहतराज तो नहीं, उनके पास समय तो है और सम्भव हो, तो उन्हें समय देने के लिए धन्यवाद दीजिए.

उदाहरण :

★  दोस्त या रिश्तेदार

“हाय राज, मैं बोल रहा हूँ . क्या चल रहा है आजकल ? तुम्हारे (परिवार, पत्नी, बच्चे, कारोबार) सब कैसे है ?"

★ नए परिचित या जिनसे कभी मुलाकात हुई हो:

“हेलो राज जी. में... बोल रहा हूँ .हम लोग... में मिले थे. क्या कर रहे हैं आजकल ? क्या में दो मिनट आपसे बात कर सकता हूँ? आपकोबताना चाहता हूँ कि मैंने किस लिए फोन किया हैं। जब में आपमें मिला था, तो में आपके व्यवहार से काफी प्रभावित हुआ था. मुझे लगा किआप एक महत्वकांक्षी व्यक्ति हैं और तरक्की करना चाहते हैं. कहीं में गलत तो नहीं कह रहा?"

★  किसी दोस्त के दोस्त से जिससे आप पहले कभी नहीं मिले :

"राजा जी, मेरा नाम ....है. हम लोग एक दुसरे से कभी मिले नहीं हैं, लेकिन राम हम दोनों का ही दोस्त है. उसी ने मुझे बताया है। कि आप दोनों साथ में गोल्फ खेलते हैं... (एक ही क्लब में मेवर हैं, स्कूल में सहपाठी थे, साथ काम किया करते थे, इत्यादि.. मन फोन इसलिए किया था कि......"

2. अपने फोन करने का कारण बताएँ

आपको चाहिए कि जितनी जल्दी हो सके अपनी सामान्य बातचीत या हालचाल पूछने के तुरंत बाद, अपने मुख्य विषय पर आ जाइए. कहने का अर्थ यही है, आप उन्हें यह बताना चाहते हैं, कि आप अपना विज़नेस बढ़ाने जा रहे हैं. इस बात का हमेशा ख्याल रखिए, कि अपने
बिज़नेस से संबंधित ज्यादा वाते फोन पर कभी मत कीजिए. याद रखिए, कि किसी भी व्यक्ति को विजनेस प्लान देखने के लिए पोत्साहित करने का सबसे बढ़िया तरीका यही है, कि एक जिज्ञासा पैदा की जाए. यह जिज्ञासा कई तरीकों से पैदा की जा सकती है. आप वही तरीका इस्तेमाल कीजिए। जो आपको सहज लगता हो . ज़ाहिर है, कि यह तरीका उस व्यक्ति पर भी निर्भर करता है, जिससे आप बात कर रहे हैं. यहाँ काठ उदाहरण दिया जा रहे हैं:

> दोस्तों या रिश्तेदारों के साथ

★"राज, एक विज़नेस कन्सेप्ट को देखकर में हैरान हूं. हमें मिलकर इस विषय में बात करनी चाहिए. अगले सप्ताह तम्हारे क्या कार्यक्रम हैं? क्या हम .. या .. को मिल सकते हैं?

★"राजा, में एक नया विज़नेस शुरू करने जा रहा हूँ और मुझे तुम्हारी सलाह की जरूरत है. इसके लिए कव मिलना बेहतर होगा ?"

★"राज, में एक नए विजनेस की जानकारी लेने जा रहा हैं. तम्हारी सलाह मेरे लिए हमेशा ही महत्त्वपूर्ण होती हैं, मुझे इस विषय में भीतु म्हारी सलाह की ज़रूरत है. तुमसे कव मिल सकता हूँ, ताकि मैं तुम्हें इस बिजनेस का विवरण देकर सलाह ले सकें?"

★"राज, क्या तुमने कभी विट वल्र्ड वाइड इंडिया के बारे में सुना है (जबाव के लिए इंतजार कीजिए। इसका काम वहत से देशों में चल रहा है. मुझे तो यह विजनेस एकदम वढिया लगा और में कछ खास लोगों के साथ इस विजनेस को बढ़ाने की सोच रहा था, कि तभी मुझे
तुरंत तुम्हारा खयाल आया राज."

> दोस्त या रिश्तेदार जिनसे आपने इस बिज़नेस का ज़िक्र किया है:

"राज, तम्हें याद है मने तम्हें बताया था कि में एक नए विजनेस की जानकारी ले रहा हूँ ? खर, मैने उसे अच्छी तरह से जांचापरखा है.इसकी हर बात वढिया दिखायी दे रही है. इसमें लाभ कमाने के वतिया अवसर है, में तो इस शुरू करने जा रहा हैं. राज, मुझे लगता है, कि तुम भी ऐसे मौके को छोड़ना नहीं चाहोगे . तुम चाहो तो में इसमें तुम्हारी मदद कर सकता हूं."

■  परिचित लोग :

"राज, मैंने कुछ सफल लोगों के साथ मिलकर, एक नया विज़नेस शुरू किया है. हमारा विज़नेस तेज़ी से तरक्की कर रहा है और अव हमें कुछ काविल लोगों की जरूरत है. मुझे तुम्हारा ध्यान आया, तुम्हारा व्यक्तित्व अच्छा है और तुम होशियार भी हो . मुझे लगता है कि तुम्हारी खूवियों का इस विज़नेस में बेहतर उपयोग होगा और तुम हमारे इस प्रोग्राम के लिए विल्कुल फिट हो. इसलिए मैंने तुम्हारे बारे में सवसे बात की है और वो सभी तुमसे मिलकर बात करना चाहते हैं, तो फिर ..."

■ सामान्य परिचय या नए परिचित लोग :

राज जी, हालाँकि मैं अंधेरे में तीर चला रहा हूँ, क्योंकि हम काफी कम समय के लिए मिले थे . वैसे मैं आपके बारे में ज्यादा तो नहीं जानता, लेकिन मैं आपसे पहली ही मुलाकात में काफी प्रभावित हुआ था. मुझे आपका नज़रिया पसंद आया. (यदि ऐसी कोई बात याद हो तो उसका उल्लेख कीजिए). राज जी, मैंने शायद आपसे ज़िक्र भी किया था, कि मेरा अपना का एक विज़नेस है . (या, मैं कुछ सफल लोगों के साथ मिलकर एक विजनेस कर रहा है. इस विज़नेस को और आगे बढ़ाने के लिए हमें कुछ काविल व्यक्तियों की जरूरत है) (उसकी प्रतिक्रिया जानने के लिए थोड़ा रूकिए) "वैर... इस सिलसिले में हम कुछ लोगों से संपर्क कर रहे थे, कि अचानक मुझे आपका खयाल आया. मैंने इस बारे में सबसे बात की है, कि आप हमारे इस प्रोग्राम के लिए पूरी तरह से फिट हैं."

■ डाउनलाइन के लिए उसके प्रॉस्पेक्ट से बात करना :

"हैलो, मैं ... बोल रहा हूँ. देखिए, हमारी कभी मुलाकात तो नहीं हुई हैं, लेकिन रान हम दोनों का सांझा मित्र है. राज ने बताया था, कि आप और वो एक ही स्कूल में थे (क्लव, कॉलेज, संस्था आदि... "वास्तव में ... मैने फोन इसलिए किया है, कि में और राज मिलकर एक विज़नेस कर रहे हैं और हम अपना बिज़नेस फैलाना चाहते हैं. हमें विजनेस पार्टनर के रूप में कुछ काविल व्यक्तियों की जरूरत है. राज ने मुझे आपका नाम सुझाया, क्योंकि उसे लगता है, कि आप इग पार्टनशिप के लिए। सदगे उपयुक्त सावित होंगे."

.....राज और में, एक सफल व्यापारी ग्रुप के साथ मिलकर, हम भारत में और बाहर के देशों में भी एक बिजनेस कर रहे हैं. हमारे विजनेस  में कई चीजों की मार्केटिंग होती है. हम इस शहर में इस बिजनेस को तेजी से बढ़ाना चाहते हैं. इसके लिए हमें कुछ खास लोगों की तलाश है, जो हमारी ही तरह साथ मिलकर काम कर सकें. राज का कहना है, कि आप एक काविल, तेज और बहुत ही समझादार इसान है।उसको लगता है, कि आप हमारी इस टीम के लिए बेहतर साबित होंगे..."

.....राज और में दोनों एक सफल व्यापारिक समूह के साथ जुड़े हैं. हम लोग एक इंटरक्टिव डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम में काम करते हैं. हम इस काम को और आगे बढ़ाना चाहते हैं. इस सिलसिले में हमें एक खास व्यक्ति की ज़रूरत है, जो हमारी ही तरह जुड़कर इस शहर में इस विज़नेस को सम्भाल सके . तब राज ने आपके नाम का सुझाव दिया और आपको फोन करने के लिए काफी जोर दिया. इसलिए मैं आपसे बात कर रहा हूँ, क्या आप ..?"

3). अपने हावभाव को ऊँचा बनाए रखिए.

इस तमाम बातचीत के दौरान उन्हें कहीं से भी ऐसा नहीं लगना चाहिए, कि आपको उनकी बहुत ज़रूरत है या आप कर्मचारियों की तलाश में हैं , नीचे दी गयी बातों का आमंत्रण के समय प्रयोग करके, आप पॉम्पेक्ट के मन पर मही पभाव पैदा कर सकते हैं.

        "राज जी, मैं अभी आपस कोई वादा नहीं कर सकता . हम जुड़ पाएंगे या नहीं ? जव तक हम लोग वैठकर, इस बारे में बात न कर लें और इस टीक से समझ न ले, तब तक इस संबंध में निर्णय पर पहुँचने का कोई गग्ना नहीं."

        में दावे के साथ नहीं कह सकता, कि वह विज़नेस आपके लिए है या नहीं, क्योंकि..."

"..में अभी ही आपसे मिला हूँ."

“..हम अभी ठीक से मिले भी तो नहीं हैं."

"..एकता की भावना हमारी टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और मुझे पता नहीं है, कि हम लोग एक साथ काम कर पाएंगे या नहीं."

".. हम दोनों के लिए, हमारी पहली मुलाकात जाँचपड़ताल तक ही सीमित है."

"राज जी, हम इस समय वहुत से लोगों से बातचीत कर रहे हैं. हम उन में से कुछ ही लोगों को अपने साथ काम करने के लिए चुनेंगे . इसलिए यह मिटिग हम दोनों के लिए केवल परिक्षण तक ही सीमित है."

"राज जी, मुझे स्पष्ट करने दिजिए, इस समय पर, हमारी बातचीत केवल एकदूसरे को समझने तक ही सीमित है . मैं आपसे अभी कोई वादा नहीं कर सकता . मैं सिर्फ इतना चाहता हूँ कि हम दोनों मिलें, एक कप कॉफी पिएँ और थोडीशी बातचीत करें. आप क्या कहते हैं ?

4). उनकी दिलचस्पी को जॉचिए.

आपके लिए यह बहुत आवश्यक है, कि आप सकारात्मक नज़रिया रखनेवाले लोगों का ही चुनाव करें और जो साथ में सम्माननीय और महत्वकांक्षी हों. उन लोगों की तलाश कीजिए, जो खुले दिमाग से किसी अवसर की तलाश में हों. अगर आपका पॉस्पेक्ट अपने वर्तमान से संतुष्ट हो, तंग दिमाग का हो, और नकारात्मक नज़रिया रखता हो तो आप उसके साथ अपना भी समय वरवाद करेंगे, इस बात को परखने के लिए उनसे एकदो सवाल पूछिए और उनके प्रतिसाद का इंतज़ार कीजिए. वात को जारी रखना चाहिए या नहीं, यह पूरी तरह से उनके इसी प्रतिसाद पर निर्भर करता है. ज्यादातर लोग ऐसे सवालों का 'हाँ' या 'ना' में जवाब देते हैं या इसके अलावा वो कह सकते हैं, “हो सकता है.", "ये निर्भर करता है." में कह नहीं सकता." यदि आपके प्रॉस्पेक्ट का जवाव "हाँ" में मिलता है, तब आप अपने हावभाव को ऊंचा रखते हुए, आगे की बातचीत जारी रख सकते हैं.

परखने के लिए पूछे जानेवाले सवाल:

★"राज जी, मैं आपसे एक सवाल पूछना चाहता हूँ . अपने वर्तमान तरीके के अलावा, आमदनी के किसी और ज़रिये के बारे में,क्या आपने कभी खुले दिल से विचार किया है ?

★"राज जी, क्या आप आमदनी कमाने के और तरीकों को खुले दिमाग से देखना चाहेंगे या आप अपने वर्तमान हालातों से संतुष्ट हैं?

★ “राज जी, अपने वर्तमान व्यवसाय के अलावा, क्या आप अपनी आमदनी बढ़ाने के नए तरीकों की तलाश में हैं ?

★ "राज जी, क्या आप अपनी वर्तमान परिस्थिति से खुश हैं या अन्य विकल्पों को भी जानना चाहेंगे ?"

5). मुलाकात का समय निश्चित कीजिए.

          जव व्यक्ति की दिलचस्पी के बारे में आप निश्चित हो जाएँ, तव मुलाकात का समय निर्धारित करके अपनी वात खत्म कीजिए. यह जाँच लीजिए, कि उस व्यक्ति के पास तव खाली समय होगा या नहीं और, कि उसकी मुलाकात का वादा पक्का है. इसके लिए सुझाव है, कि
उसे दो दिनों का विकल्प दीजिए और उनका सुविधाजनक दिन पूछिए. आप होम मिटिंग, ओपन मिटिंग, वनऑनबन का प्लान दिखाने था
'ओव्हरिव्हव के लिए मुलाकात का समय निश्चित कर सकते हैं. आप जब भी मुलाकात का समय निश्चित करें, तब उस व्यक्ति को पता
होना चाहिए, कि उन्होंने अपनी पत्नी/पति के साथ में प्लान देखना चाहिए ।

याद रखिए कि जहां तक हो सके, अपॉइंटमेंट एकदम पक्का होना चाहिए, वरना आपको कोई नहीं आया .. या “मुलाकात रद्द की गया. जैसी बातों के अनुभव से गुजरना पड़ सकता है. शायद..” “देखता हूँ, अगर हो सका तो .. या "म कोशिश। करूंगा.. सामान्यतः इस तरह की बातों का अर्थ होता है, “नहीं”. इसीलिए यह सलाह दी जाती है, कि इस तरह से निर्धारित मुलाकात को निश्चित मत मानिए. पॉस्पेक्टस को यह कहना चाहिए, कि वो वहाँ ज़रूर आएंगे, वशते कि कुछ अनचाहा न घट जाए. उन्हें बता दीजिए, कि अगर ऐसा कुछ हो जाता है, तब वो तुरंत आपको सूचित करें . यदि मुलाकात कुछ दिन बाद की हो, तो एकाध दिन पहले। अपॉइंटमेंट को फिर से पक्का कर लीजिए. आप उन्हें मिटिंग के एक दिन या कुछ घंटे पहले, फोन करके पूछ सकते हैं, कि उन्हें मिटिंग की जगह और समय ठीक से पता है या नहीं.

कुछ उदाहरण :

■ गज, अगले हफ्ते में तुम व्यस्त तो नहीं ? क्या हम लोग किसी दिन मिल सकते हैं ? मंगलवार और बुधवार की शाम को मैं खाली । हैं. क्या तुम उस दिन शाम को मिलने के लिए समय निकाल सकते हो ? (सकारात्मक जवाब मिलने पर) वढ़िया ! वैसे मेरी पत्नी भी मेरे । साथ होगी . तुम भी अपनी पत्नी को साथ ले आना, इसी बहाने उनकी मुलाकात भी हो जाएगी और मिलकर निर्णय लेने में सुविधा भी होगी. (यदि वो 'हाँ' कहते हैं). बहुत बढ़िया ! तो  मंगलवार शाम को 7.00 बजे, ठीक है ना ?" (जगह निश्चित कर लीजिए) "राज, एक आखिरी बात . मैं जानता हूँ कि तुम वादे के पक्के हो, मगर किसी भी कारण वश तुम्हारा आना रद्द हो जाए, तो मुझे फोन करके तुरंत बता देना ...तो फिर मिलते हैं मंगलवार को . वाय."

★ राज, में गुरुवार शाम 7.00 बजे खाली हैं, क्या तुम मिल सकते हो ? (यदि वो 'हाँ' कहते हैं वढिया ! और हाँ, मेरी पत्नी भी मेरे यि होगा. अगर कोई दिक्कत न हो. तो क्या नाम भाभीजी को साथ में ला सकते हो? मुझे लगता है, कि उन्हें भी एक दुसरे से मिलना । चाहिए. (सकारात्मक जवाव मिलने पर) “हाँ यही ठीक रहेगा !" जरूरत हो तो मिलने की जगह भी बता दीजिए। राज. इसी । अपॉइंटमेंट के हिसाब से मैं अपना वाकी कार्यक्रम निश्चित कर रहा हूं. अगर किसी कारण वश तुम्हें मुलाकात को टालना पड़े, तो कृपया मुझे तुरंत फोन करके बता देना. वास्तव में इसी दिन मेरा एक और परिचित मुझसे समय माँग रहा था, मगर मन साचा पहले तुम से बात। कर लें. अगर समय रहते तुम्हारा फोन आ गया, तो मैं उसे बुला लूंगा या फिर, मैं गुरूवार शाम को 7.00 बजे तुम्हारा इंतजार करूंगा . ठीक है..? चलो मैं इसे निश्चित मानकर, अपनी आगे की योजना बनाता हूँ".

★ “राज, गुरुवार की शाम तुम क्या कर रहे हो ? (वो उस शाम खाली हैं) वढ़िया ! ऐसा करते हैं कि उस दिन मेरे घर आ जाओ, क्योंकि उस दिन एक सफल व्यक्ति मेरे घर पर आ रहे हैं. मेरे ख्याल से इस विषय को उन्हीं से समझना बेहतर होगा. उनका समय कीमती है, इसलिए हम ठीक 7.00 बजे शाम को वैठेगे. और हाँ राज, तुम अपनी पत्नी को भी साथ ले आना . मैं चाहता हूँ कि इसी बहाने उनकी भी आपस में मुलाकात हो जाएगी. वैसे भी, आपस में सलाह करके इस विषय में फैसला करना बेहतर होता है. ठीक है.. तो मुलाकात पक्की ?

(यदि वो हाँ कहे). अच्छा राज, किसी कारण यदि तुम नहीं आ सको, तो मुझे पहले ही फोन करके बता देना. ताकि मैं किसी और को बुलाकर इंतजाम कर सकें, ठीक है? तो फिर मिलते हैं, गुरूवार की शाम ठीक 7.00 बजे .

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Tuesday, April 23, 2019

दूसरा कदमः संपर्क करना और आमंत्रित करना

            दूसरा कदमः संपर्क करना और आमंत्रित करना



         अपनी नामों की सूची तैयार करने के बाद और उनमें से अच्छे प्रॉस्पेक्ट्स की विशेष सूची बनाने के बाद अगला कदम है, लोगों के साथ संपर्क करके, उन्हें प्लान को देखने के लिए आमंत्रित करना . आप उन्हें फोन कर सकते हैं ताकि ..




1) बिज़नेस के संक्षिप्त परिचय या 'वन ऑन वन मिटिंग' के लिए, आप उनसे मुलाकात का समय निश्चित कर सकें.




2) उन्हें होम मिटिंग या ओपन मिटिंग के लिए आमंत्रित कर सकें .


         प्रास्पेक्ट को आपके द्वारा, आपकी अपलाइन के द्वारा या आप दोनों साथ में मिलकर भी आमंत्रित कर सकते हैं. यह कार्य फोन द्वारा भी। इन तरीकों से किया जा सकता है...



1) आपके द्वारा अकेले ही 




2) आपके द्वारा अपने स्पॉन्सर की मदद तथा मार्गदर्शन में




3) आपके द्वारा डिस्ट्रिब्युटर्स के एक छोटे समूह (फोन टीम ) में शामिल होकर




अपनी बेचैनी पर काबू पाइए




         कई लोग नेटवर्किंग के लिए संपर्क करते समय सहजता महसूस नहीं करते हैं. विशेषकर तब, जब उन्हें लोगों से अपॉइंटमेंट लेना पड़ता है. हर बार संपर्क करने के लिए सोचते समय, लोगों की अस्वीकृति और अन्जाने प्रतिसाद का भय उन्हें लगा रहता है. इसलिए इस विजनेस को वढ़ाते समय, अधिकतर नए डिस्ट्रिब्युटरों के लिए, संपर्क और निमंत्रण सबसे कठिन काम बन जाता है. शुरूआत में ऐसा लगभग सभी के साथ होने वाला एक सामान्य अनुभव है. इसलिए अगर ऐसा हो रहा है, तो चिंता की कोई बात नहीं, क्योंकि ऐसे अनुभव से गुजरनेवाले आप अकेने व्यक्ति नहीं हैं .




              अगर आपको संपर्क करते समय खुद पर विश्वास नहीं है, तो हमारी सलाह है, कि आप शुरूआत में अपनी अपलाइन या स्पॉन्सर की मदद लेकर अपने प्रॉस्पेक्ट को आमंत्रित कीजिए और उन्हें देखकर जल्दी से इस काम को सीख लीजिए, बाद में जैसे आपका विश्वास इस विजनेस और खुद पर बढ़ता जाएगा, वैसेवेसे लोगों को आमंत्रित करना आपके लिए आसान होता जाएगा. इसे नियमित रूप से करते रहने पर, यह काम आपके लिए सहज हो जाएगा . अभ्यास से ही कार्य करने की कुशलता पायी जा सकती है.




           याद रखिए, यदि आप अपनी सूची में शामिल लोगों को आमंत्रित नहीं करेंगे, तब आज नहीं तो कल कोई और उन्हें आमंत्रित कर लेगा . बिज़नेस में शामिल होने का अवसर देकर आप लोगों का भला कर रहे हैं, न कि लोग प्लान देखने के लिए आकर आपपर एहसान

कर रहे हैं, केवल इतनी सी बात आपकी समझ में आ जाए और दूसरों की भलाई का भाव रखकर आप उन्हें प्लान दिखाएं, तब लोगों को
आमंत्रित करना आपके लिए एक सरल और सहज काम बन जाएगा .



1)  जब आप बात कर रहे हैं, तब उसी विषय पर अपना ध्यान केंद्रित कीजिए, विषय से भटके नहीं .




2) आपको विज़नेस से संबंधित सभी गतिविधियों, जिनमें संपर्क और आमंत्रण भी शामिल है पेशेवर तरीके से होनी चाहिए .




3) आमंत्रित करने के लिए हमेशा सही भावना रखिए, किसी को गुमराह करने की कोशिश मत कीजिए .




4) आप मिटिंग में जितने ज्यादा लोगों को देखना चाहते हैं, उससे चार गुना ज्यादा लोगों को आमंत्रित कीजिए. आँकड़े बताते हैं कि आप जितने लोगों को आमंत्रित करते हैं, उनमें से केवल आधे ही आने के लिए हाँ कहते हैं, और उनमें से भी केवल आधे ही मिटिंग आ पाते।हैं. देखा गया है कि इस बिज़नेस में जुड़नेवाले ५0 प्रतिशत लोग ऐसे होते हैं, जिनके मन में लान देखने से पहले तक, बहन सी गलत धारणाएं होता है. अधिकतर लोगों का यही कहना है, कि यदि उन्हें सही तरीके से आमंत्रित किया जाता, तो वो वहत पहले से इस बिजनेस में शामिल हो चुके होते . इसलिए याद रखिए, कि आमंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किए गए शब्दों का बड़ा महत्व है।




         

   सीधी बात



              संपर्क के इस तरीके में आप प्रॉस्पेक्ट को सीधेसीधे यह बता देते हैं, अपनी कंपनी का नाम, जिसमें आप अपने स्वतंत्र विजनेस के मालिक हैं. साधारणतः ऐसा संपर्क शुरूआती दौर में किया जाता है.




इस तरीके में अधिक सफलता तव मिलती है, जब आप किसी व्यक्ति से आमनेसामने रहकर आमंत्रण दे रहे हैं और आप वन ऑनवन' प्लान दिखानेवाले हों. अन्यथा यह सलाह दी जाती है और कारगर भी हैं, कि जब आप अपने किसी नज़दीकी यादोस्त या रिलेदार का आमंत्रण देने जा रहे हैं, तब ही इस तरीके से संपर्क करना चाहिए. विपकर जब आप किसी से फोन पर संपर्क करने जा रहें हैं, तव सीधी बात करने से बचना चाहिए. हालांकि, रिश्तेदारों और दोस्तों से सीधी बात करके आप अधिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं. इसके पीछे कारण यही हैं, कि उनके साथ अधिक समय रहने से आप एक बेहतर स्थिति में होते हैं और आपके पास अबसर होता है, कि आप लोगों को इस विज़नेस की सही दिशा दिवा सकते हैं और इस विज़नेस के बारे में उनकी गलतफहमी को दूर कर सकते हैं, सबसे महत्वपर्ण बात यह है कि आप किमीको इस विज़नस के बारे में कितने अच्छे तरीके से समझाते हैं, यह मायने नहीं रखता. बल्कि सफलता आपको तव ही मिलेगी, जब इस बिजनेस के पति आप अपने दिन में विश्वास और गर्व महसूस करेंगे, आपका विश्वास, लोकव्यवहार में शलता और बिज़नेस का ज्ञान, इन सभी बातों में ही निश्चित होता है, कि परिपक्ट आपको कितना अच्छे से सुनेंगे और आपको कैसा पतिसाद देंगे . जितने ज्यादा लोग जानेंगे, कि आप एक स्वतंत्र विज़नेस के मालिक हैं, और आप उनके लिए एक बेहतरीन स्पोन्सर हो सकते हैं, उतना ही यह आपके लिए अच्छा होगा. इसलिए लोगों तक यह बात पहुंचने दीजिए, उन्हें जानने दीजिए.




उदाहरण है




1) जब आप अपने करीबी दोस्त या रिश्तेदार से संपर्क कर रहे हों

“हाय राज, कैसा है .... (विज़नेस के बारे में बातचीत की शुरूआत मत कीजिए, क्योंकि वो आपका करीबी है. आप कुछ औपचारिक छोटीमोटी बातों से बातचीत शुरू कर सकते हैं- जैसे उसकी सेहत, परिवार, नौकरी/विज़नेस, शौक या किसी और विषय के बारे में बात करते हुए जैसे कि, आण्टी कैसी हैं ? तुम कैसे हो ? तुम्हारा काम कैसा चल रहा है ?) ... सुनो राज, मुझे तुम्हारी मदद की ज़रूरत है . मुझे इसी सप्ताह एक विजनेस के बारे में जानकारी मिली है, जो कि बहुत ही बढ़िया है. मुझे अंदाजा नहीं था कि इस बिज़नेस से इतना ज्यादा पैसा कमाया जा सकता हैं. मैं चाहता हूँ कि तुम मेरे घर आओ . मैं तुम्हें विजनेस करने के लिए नहीं बुला रहा है. दरअसल मुझे इसे समझने के लिए तुम्हारी मदद चाहिए.
मैं निश्चित होना चाहता हूँ, कि जो मैं करने जा रहा हूँ, वो सही काम है. क्या तुम मेरे घर मंगलवार या बुधवार की शाम को आ सकते हो ? इस विजनेस के एक बहुत ही सफल व्यक्ति मेरे घर में प्लान दिखाने आ रहे हैं. मैं चाहता हूँ कि तुम उस समय मेरे साथ रहो . तुम्हारे यहाँ आकर देखने से मुझे निर्णय लेने में मदद हो जाएगी. क्या तुम आ सकते हो ? कोई बात नहीं सोच लो . . ., पर मुझे बता ज़रूर देना ओ . के . वाय..."



• जो पहले से ही जानता है, कि आप इस बिज़नेस हैं।




                “राज, तुम जानते हो कि मेरा डायरेक्ट सेलिंग का विज़नेस है, जानते हो ना?'' (इसका उत्तर नकारात्मक ही होगा) “तुम इस बिजनेस के बारे में क्या जानते हो, क्या तुम्हें पता है यह कैसे काम करता हैं?" (जवाव को सुनिए . सामान्यतया, जब लोग इसका वर्णन करते हैं, तब यह विल्कुल स्पष्ट हो जाता है, कि वो बिजनेस के बारे में बहुत कम जानते हैं . ) “राज, मैंने जानता था, कि तुम ऐसा ही कहोगे . पर जो पहला अनुभव मुझे मिला है और जो कुछ तुमने बताया, वो एकदूसरे से बिल्कुल अलग हैं . राज, अव में तुम्हें इस बिजनेस में शामिल होने के लिए नहीं बुला रहा हूँ, पर मुझे अच्छा लगेगा, कि मैं तुम्हें यह बताऊँ, कि मैंने इस बिज़नेस के बारे में क्या जाना है, और मैं क्यों इतना उत्साहित हैं. मैं तुमसे किसी वादे की उम्मीद नहीं रख रहा हूं, लेकिन इसकी सही जानकारी पाकर तुम उछल पड़ोगे . यही ठीक रहेगा, कि तुम इसे आकर समझ लो, है ना? तो आ जाना ....."




★  पुराने परिचित या दोस्तों से




               "हाय राज... (थोड़ी सी गपशप) "मुझे पता नहीं कि तुम्हे नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस के बारे में जानकारी है या नहीं. इसमें एक अच्छी । आमदनी कमाई जा सकती है. इसीलिए मैं और मेरे दोस्त इस डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस को लेकर बहुत उत्साहित हैं. क्या तुम इस विज़नेस के बारे में कुछ जानते हो? क्या इस विजनेस के किसी सफल व्यक्ति से तुम्हारी कभी कोई बात हुई है ? (उनके उत्तर का इंतज़ार कीजिए) "अगर तुम इसके बारे में सही जानकारी चाहते हो, तो में तुमसे मिलकर इसकी जानकारी देना पसंद करूंगा...तो हम कव मिल सकते हैं ? 




               जैसा कि पहले बताया गया है, कि हम इस तरीके से लोगों को सफलतापूर्वक आमंत्रित कर सकते हैं. हालांकि, जिन्हें आप पहले। से नहीं जानते, उन्हें संभालना थोड़ा मुश्किल होता है,




★ फोन कॉल का एक विशेष उदाहरण




          हमेशा की तरह ही शुरूआत कीजिए. उनसे हुई मुलाकात की याद दिलाने की कोशिश कीजिए या फिर अगर वो पहले से ही आपके परिचित हैं, तब आप थोड़ी गपशप कर सकते हैं. उसके बाद मुख्य विषय पर आ जाइए।




          "वास्तव में मंने आपको फोन इसलिए किया, कि पता नहीं मैंने आपको यह बताया है या नहीं, मगर यहां मेरा अपना एक विजनेस हैं और में इसे फैलाना चाहता है, उस दिन आपसे मिलकर अच्छा लगा, क्योंकि आपमें और मुझमें कुछ बाते समान हैं . (इसलिए मुझे लगता है कि इस विजनेस की जानकारी आपके लिए भी मेरी ही तरह फायदे की सावित होगी. मैं चाहता है कि आप गले दिमाग में इस बिजनेस की टेरिया और अपनी मर्जी से निर्णय लीजिए, क्या हम ..... के दिन मिल सकते हैं, शाम को कुछ समय के लिए ?"




           अगर वो "हाँ" कहते हैं, तब इतना ही कहिए, "बहुत बढ़िया, मिलकर बात करंग . . वाय. और बातचीत को खत्म कीजिए, फोन पर अधिक बातचीत को टाल दीजिए. हालांकि ऐसा हो नहीं पाता. अक्सर ऐसा होता है, कि लोग आपसे फोन पर ही विज़नेस के बारे में अधिक जाना। चाहते हैं, जैसे कि "मैं समझा नहीं , आप कीनरो विजनेस की बात कर रहे हैं। तब आपको फोन पर ही इस विजनेस के बारे में बताना पड़ेगा। लेकिन उन्हें पता बताना ही सेहतर होगा कि इस विजनेस के बारे में फोन पर नहीं बताया सकता, क्योंकि इस समझाने के लिए अक और चार्ट दिखाना जरूरी है, जिन्हें आमनेसामने बैठकर ही दिखाया जा सकता है.




              यदि वह व्यक्ति आपसे सवाल पूछना जारी राता है, तो आप उन्हें 'द परफेक्ट विज़नस फार इंडिया नामक कीसीडी देखने के लिए है। मकते हैं. उनसे पछिए कि क्या आप उन्हें यह सीसीडी देने के लिए आ सकते हैं. यदि उनका जवाव सकारात्मक है, तब यह वात पक्की हो जाएगी। कि व्हीसीडी देते समय, वटी न मही, कम से कम उन के साथ आपकी एक छोटी सी बननवन मिटिग तो हो ही जाएगी. तब भी आपका प्लान दिखाने का उद्देश्य पूरा हो जाएगा 




           जव आप उनसे मिलेंगे, तभी विजनेस का संक्षिप्त प्लान दिखाकर आप उन्हें सही तरह से समझा पाएंगे. इसके अलावा, आप उन्हें प्लान दिखाने के गाध में, यदि जरूरन परे लो. प्रॉडक्ट डेमो देने के लिए भी तैयार रिहए .




       कछ मिलाकर आप यदि एक ऐसे  प्रॉस्पेक्ट को इस बिजनेस के बारे में जानकारी देते हैं, जो किसी ओपन मिटिंग या होम मिटिंग में शामिलनहीं हुए हैं, तव आपके लिए उन्हें इस बिजनेस में लाना और भी आसान हो जाएगा.




        आप अन्य कई तरीकों के बारे में  सोच सकते हैं जिनके द्वारा इस विज़नस के फायदों को दिखाकर, आप अपने पांग्पट का निरा में।

जुड़ने के लिए तैयार कर सकते हैं.



संपर्क निमंत्रण से संबंधित कुछ सुझाव




               लोगों को किसी मीटिंग या मुलाकात के लिए बुलाने के कई अलगअलग तरीके हो सकते हैं. आपके आमंत्रित करने का तरीका, इस बात पर निर्भर करता है, कि आपका उनके साथ कैसा रिश्ता है. वो आपके दोस्त हैं, करीबी रिश्तेदार हैं या केवल परिचय है या फिर आप एकदम नए व्यक्ति को आमंत्रित करने जा रहे हैं . आमंत्रित करने का तरीका इस बात पर भी निर्भर करता है, कि आप उन्हें घर पर बुला रहे हैं या किसी ओपन मीटिंग में बुला रहे हैं या फिर आमनेसामने अकेले को ही प्लान दिखाने के लिए बुला रहे हैं.




                      हम आपको सलाह देंगे कि आप इसके लिए एक स्क्रिप्ट बनाकर उसका इस्तेमाल कीजिए, या फिर आपके स्पॉन्सर या अपलाइन के द्वारा पहले से इस्तेमाल की जा रही स्क्रिप्ट का ही इस्तेमाल कीजिए. आप यह सोच रहे होंगे, कि फोन पर स्क्रिप्ट पढ़के सुनाना शायद असली ना लगे, पर यह याद रखिए, कि टी.वी . या किसी पिक्चर में, हर पेशेवर अभिनेता द्वारा एक स्क्रिप्ट ही उपयोग में लायी जाती है. वो लोग लिखे हुए शब्दों में जान डाल देते हैं. यह बात स्क्रिप्ट पढ़ने के तरीके पर काफी हद तक निर्भर करती हैं. थोड़ा अभ्यास करने पर स्क्रिप्ट का उपयोग करना सहज हो जाता है. स्क्रिप्ट के प्रयोग का यह लाभ है, कि आप बोलते समय गलत शब्दों का प्रयोग नहीं करते और आपको यह सोचना भी नहीं पड़ता, कि आप क्या बोलने जा रहे हैं. इसके बजाय, आप इस बात पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, कि आप किस तरह से अपनी बात कह रहे हैं और प्रॉस्पेक्ट आपसे क्या कह रहा है. अब यह जरूरी नहीं, कि आप हमेशा केवल स्क्रिप्ट के शब्दों का ही प्रयोग करें. स्क्रिप्ट का मतलब है, कि आप सहज होकर बात करें और अपने विषय से भटके नहीं. रिकट के बारे में आखिरी महत्वपूर्ण बात को समझ लीजिए, कि वो बोलचाल की भाषा में होना चाहिए और बोलते समय सरल भाषा का प्रयोग कीजिए, जो सुनने में नाटकीय न लगे.


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