प्लान दिखाने के बाद फोलो अप कैसे किया जाए?
● प्लान दिखाने के दौरान वक्ता सलाह देते हैं, कि उपस्थित मेहमानों ने आगे क्या करना चाहिए. इस तरह से भी सुझाव दिया जाता है, कि सभी मेहमान आमंत्रित करने वाले अपने मेजवान डिस्ट्रिव्युटर से जल्दी ही मिलें और आवश्यक हो तो अधिक जानकारी प्राप्त करें . इस तरह से हर IBO द्वारा फ़ोलो अप किया जाता है
● प्लान पूरा होने के बाद अपने मेहमानों से कुछ सवाल पूछने ज़रूरी होते हैं.
उदाहरणार्थ:
★ वढ़िया है ना?
★ गज जी, जो पैसे आप कमाएँगे. उसे कहां ख़र्च करना चाहेंगे ?
★ इसमें आपको सबसे अच्छी और उत्साहित करनेवाली बात कौनसी लगी ?
★ प्लान तो कमाल का है, है ना?
★ क्या आपको हर बात समझ में आ गयी है ? वैसे तो इस प्लान को देखने के बाद कोई सवाल बाकी नहीं रहता . फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल वाकी हो, तो मैं उसका जवाब देने के लिए तैयार हूँ.
यह आपके लिए मददगार और बेहतर होगा कि आप अपने प्रॉस्पेक्ट को वक्ता या अपनी अपलाइन से मिलवाने ले जाइए और उन्हीं को बताने दीजिए, कि प्रॉस्पेक्ट को आगे क्या करना चाहिए .
● हमेशा स्पीकर से मिलवाने के बाद और विदा करने से पहले, अपने मेहमान प्रॉस्पेक्ट्स के साथ फोलो अप के लिए अगली मुलाकात जरूर निश्चित कर लीजिए . मुलाकात निश्चित हो जाने के बाद उन्हें 'फोलो अप पॅक' ज़रूर दीजिए. उनको सुझाब दीजिए, कि अगली निश्चित मुलाकात के पहले, इस फोलो अप साहित्य का अध्ययन, हमारी आगे की बातचीत के लिए बहुत मददगार साबित होगा. आप उन्हें अभी से ही नामों की एक प्राथमिक सूची बनाने की सलाह भी दे सकते हैं. आप उनसे यह भी कह दीजिए, कि अगली मुलाकात के समय उन्हें यह फोलो अप पॅक आपको वापस लौटाना है.
● मुलाकात का समय सुनिश्चित कर लीजिए. उन्हें पता होना चाहिए, कि आपका समय कितना कीमती है . उन्हें फिर से जता दीजिए, कि आप केवल भरोसेमंद व्यक्तियों के साथ ही काम करके उनकी सहायता करना चाहते हैं. उन्हें यह भी कह दीजिए, कि निर्धारित समय पर अगर वो किसी भी अनपेक्षित घटना के कारण मिल नहीं सकते, तब उन्होंने फोन द्वारा आपको पहले ही सूचित कर देना चाहिए, ताकि आप अपने उस समय का बेहतर उपयोग कर सकें .
● अगर आपका कोई भी प्रॉस्पेक्ट यह कहते हुए मुलाकात के लिए मना कर देता है, कि मुझे इस विज़नेस में दिलचस्पी नहीं जानने की कोशिश कीजिए. उनसे बात करते समय या उनकी शंकाओं का जबाव देते समय आपको हमेशा सकारात्मक ही बने रहना चाहिए. इस बात की भी जाँच कर लीजिए, कि इस स्थिति में वक्ता से कोई मदद मिल सकती है. इस स्थिति में "फील, फेल्ट, फाऊंडके सिद्धांत को अपनाइए, याने में आपकी भावना को समझता है. क्योंकि शुरूआत में मुझे भी ऐसा ही लगा था. लेकिन बाद में मने पाया कि ऐसा बिल्कुल नहीं है..." अगर फिर भी आपको लगता है, कि वो दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं, तव अपने हावभाव को ऊँचा बनाए रखिए, मगर भविष्य में उनके लिए इस विज़नेस में आने के दरवाज़ों को हमेशा खुला रखिए . तव आप उनसे ऐसे लोगों के नाम बताने के लिए भी कह सकते हैं, जिन्ह इस विजनेस में दिलचस्पी हो सकती है. (उदाहरण 4 कोई बात नहीं . आज आप विज़नेस नहीं करना चाहते, मगर आपक कुछ एसे दात हा सकते हैं, जिन्हें इस विज़नेस की ज़रूरत हो सकती है, क्या आप मुझे कुछ ऐसे नाम दे सकते हैं ?") जव भी ऐसी स्थिति आए, तव उन्हें अपने प्रॉडक्ट्स इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित कीजिए, ग्राहक वनाइए. अधिकतर लोग जब विज़नेस के लिए मना कर देते हैं, तव बो किसी और कम लागत वाली बात के लिए मना नहीं करते . ऐसी बात करने से आपको एक अवसर मिलता है, जिसके कारण आप उनसे अपना रिश्ता तव तक कायम रख सकते हैं, जब तक वो इस विज़नेस में जुड़ने का निर्णय नहीं ले लेते .
फोलो अप मिटिंग के लिए विकल्प
★ प्रॉस्पेक्ट के घर पर एक व्यक्तिगत मुलाकात .
★ आपके घर पर एक व्यक्तिगत मुलाकात .
★ एक अन्य होम मिटिंग
★ टीम मिटिंग
★ सेमिनार और रैली
★ पॉडक्ट और सिस्टम की प्रशिक्षण मिटिंग
"जब आप फोलो अप के लिए जितना जल्दी हो सके मुलाकात तय करने जाते हैं, प्रॉस्पेक्ट के घर में या आपके घर में, तब अगर संयोग से उसी सप्ताह में कोई अन्य समारोह आयोजित हो, तब आप उसमें भी उन्हें आमंत्रित कर सकते हैं, जैसे कि ओपन मिटिंग (जहाँ उन्हें प्लान को दूसरी बार समझने का मौका मिलेगा), टीम मिटिंग (जहाँ वो आपकी टीम से मिल पाएँगे), किसी सेमिनार या रैली आदि में . चाहे जो हो मगर उनके साथ अपनी व्यक्तिगत मुलाकात को भी आपने तय करना चाहिए. अगर आप किसी भी कारण से उनके साथ प्रत्यक्ष मुलाकात नहीं कर पा रहे हों, तब भी उनके साथ फोन पर संपर्क बनाए रखिए.
फोलो अप मिटिंग के लिए कुछ ज़रूरी सुझाव :
● आपके अपलाइन लीडर भी फोलो अप मिटिंग में आपके साथ चल सकते हैं और अगर संभव हो तो माथ में अपने विशेष (वात माननेवाले
प्रॉस्पेक्ट को भी ले जाइए.
● आप उनसे ऐसे सवाल पूछिए, जिनका जवाव सकारात्मक ही होता है, “क्या आपने सोचा है, कि इस विज़नेस से आनेवाली अतिरिक्त आमदनी को आप कहाँ खर्च करेंगे ?” “कुछ ऐसे लोगों के नाम आपके दिमाग में जरूर आए होंगे, जो इस विज़नेस में बहुत सफल हो सकते हैं, है ना?”
● यह कभी मत पूछिए, “क्या आप शामिल हो रहे हैं?” अथवा “क्या आपने अभी तक निर्णय ले लिया है ?”
● अगर फोलो अप के दौरान लोग शंकाएँ उपस्थित करते हैं, तब आप “फील, फेल्ट, फाऊंड” का उपयोग करके उनकी शंकाओं का समाधान कीजिए. अगर लोग अपनी शंकाओं को प्रकट करते हैं, तब आप उन्हें बता सकते हैं, “हमारे पास इसके समाधान के लिए एक प्रोग्राम है." या “क्या बस यही एक रूकावट है, जो आपको विजनेस में आने से रोक रही है ?" किसी से भी बहस मत कीजिए (इसके लिए डेल कार्नेगी की किताब लोकव्यवहार को अवश्य पढ़िए).
● अपनी टीम में जडे नए डिस्ट्रिब्युटर्स के लिए शुरूआत में कुछ समय तक, उनके लिए फोलो अप का काम, आपने खुद करना चाहिए. मगर इस बात का ध्यान रखिए. कि इस दौरान वो भी आपके साथ रहकर, आपको फोलो अप करते देखें और सीखें, ताकि कछ दिनों बाद वो वह इस काम को कुशलतापूर्वक करना शुरू कर दें.